रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर ब्रेक लगा दिए हैं. चारों धामों को जाने वाली सड़कें और पैदल मार्ग भारी बोल्डर आने और भूस्खलन के कारण मलबे से पट गई हैं. इससे इन मार्गों पर आवागमन बंद हो गया है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि प्राकृतिक बाधा के कारण चारधाम यात्रा रुकी है. तीन जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में स्थित चारों धामों में जाने वाले तीर्थयात्रियों को जगह-जगह रोका गया है.
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Due to the incessant rains in Uttarakhand, the pilgrimage to the four dhams has come to a standstill due to the blockage of roads. All the roads leading to the Char Dhams Badrinath, Kedarnath, Gangotri and Yamnotri have been blocked due to debris coming from the mountains, due to… pic.twitter.com/Dl9UGMmjnc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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केदारनाथ यात्रा मार्ग सोनप्रयाग गौरीकुंड के बीच बंद: सोनप्रयाग और गौरीकुंड में केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्री रोके गए हैं. दरअसल कल भी केदारनाथ यात्रा मार्ग पर लैंडस्लाइड हुआ था. पहाड़ी से पत्थर लुढ़कने के कारण गुजरात की एक युवती और बिहार का एक युवक खाई में गिर गए थे. गुजरात की युवती की मौत हो गई थी. बिहार का युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था. आज भी केदारनाथ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह मलबा आया है. खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने फिलहाल केदारनाथ यात्रा रोक दी है.
दो नदियां खतरे के निशान के पास: पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के चलते पिथौरागढ़ में बहने वाली काली नदी चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है. थोड़ा और जलस्तर बढ़ने पर काली नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी. अभी काली नदी चेतावनी स्तर 889.00 मीटर है. काली नदी 889.50 मीटर पर बह रही है. उधर उत्तरकाशी के मोरी में टोंस नदी चेतावनी स्तर से थोड़ा नीचे है. यहां चेतावनी स्तर 1151.10 मीटर है. टोंस नदी 1151.35 मीटर पर बह रही है.
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#WATCH | Vikram Singh, Meteorological Director Uttarakhand says, "...On the 13th July, the rainfall activities seem to be slightly reducing. Still, most of the places are receiving light to moderate rain...As far as heavy rainfall on 13th July is concerned, there is a possibility… pic.twitter.com/9eZ0AR30QH
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मौसम विभाग क्या कह रहा है? उत्तराखंड के मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है, कि 13 जुलाई को बारिश की गतिविधियां थोड़ी कम होती दिख रही हैं. फिर भी ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है. 13 जुलाई को भारी बारिश की देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, उधम सिंह नगर और हरिद्वार में संभावना है. इन जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग के निदेशक ने कहा कि हम 13 जुलाई के लिए पीली चेतावनी यानी येलो अलर्ट जारी कर रहे हैं. 14 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश ही होगी. कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में ही भारी बारिश हो सकती है. 15-16 जुलाई को मौसम की गतिविधियां फिर जोर पकड़ेंगी. 15, 16 और 17 जुलाई को भारी से बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है. अधिकांश जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश होगी. 15 जुलाई से हम ऑरेंज अलर्ट जारी करेंगे.
नगर आयुक्त ने किया देहरादून शहर का निरीक्षण: उधर पिछले तीन दिनों से देहरादून में अत्यधिक वर्षा होने के कारण नगरवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके जल्द समाधान के लिए नगर आयुक्त मनुज गोयल ने शहर के अलग-अलग स्थानों बुद्धा चौक, दर्शन लाल चौक, दून अस्पताल, परेड ग्राउंड, कनक चौक और राजपुर रोड आदि स्थानों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों, सिंचाई विभाग के अधिकारियों और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को मौके पर ही बुलाया. अधिकारियों को राहत और बचाव के निर्देश दिए. वहीं कनक चौक पर पीडब्ल्यूडी द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाले बिखरे स्लेबों को देखकर नाराजगी जाहिर की.
नालियों को उचित दिशा में डायवर्ट करने का निर्देश: नगर आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि कचहरी रोड में बहने वाली नालियों का आकार कम है. इसलिए रेन्जर्स काॅलेज की तरफ से आने वाली नालियों में बहने वाला पानी जो कचहरी रोड की तरफ आने वाली नालियों में डायवर्ट किया गया है, उसे तत्काल अन्यत्र स्थानों की तरफ जाने वाली नालियों में उनकी क्षमता के अनुसार डायवर्ट किया जाए. जिससे कचहरी रोड में बरसाती पानी का जल भराव कम हो सके.
बिखरे स्लैब देखकर भड़के नगर आयुक्त: साथ ही कनक चौक पर पीडब्ल्यूडी द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाले बिखरे स्लेबो को देखकर नगर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त की. निर्देशित किया कि इन स्लेबों को एक तरफ इस प्रकार से रखा जाये कि यह बरसाती पानी बहने में अवरोध उत्पन्न न करें. जो नाला कनक चौक को क्रास कर रहा है, उसकी तत्काल सफाई पीडब्ल्यूडी और नगर निगम मिलकर सफाई करें. इन्दिरा नगर मार्केट से बहने वाले नाले की भी तत्काल सफाई के निर्देष पीडब्ल्यूडी और नगर निगम को दिये. नालियों सहित सड़कों में हो रहे ओवरफ्लो के कारणों का निदान करने के लिए सभी आवश्यक कार्य आपदा प्रबंधन विभाग को अंतर्गत तत्काल करने के निर्देश दिए.
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सातों दिन 24 घंटे काम कर रहा आपदा कंट्रोल रूम: नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया है कि नगर निगम में आपदा कंट्रोल रूम बनाया जा चुका है जो 24×7 कार्यरत है. इसमें 4 जेसीबी, 8 जलभराव कम करने के लिए मोटर पंप के साथ 3 टीम में कार्यरत हैं. इसके अलावा 08 क्विक रिस्पान्स टीम नगर निगम द्वारा बनायी गई हैं जो बारिश के कारण होने वाले जल भराव अथवा नगर निगम से सम्बन्धित सूचना मिलने पर 24×7 मौके पर जाकर निवारण करती हैं. नगर आयुक्त ने कहा कि प्राप्त होने वाली शिकायतों का जल्द समाधान किया जाए और आवश्यकता पड़ने पर टीमें और मशीनरी और बढ़ाई जाए.
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