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Chardham Yatra 2023: 14 नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट, 15 नवंबर को संपन्न होगी यमुनोत्री धाम की यात्रा

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 15, 2023, 3:24 PM IST

Updated : Oct 16, 2023, 9:32 AM IST

Gangotri Dham Kapat Closure Date Announced विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 14 नवंबर को विधि विधान के साथ बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद आगामी 6 महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखबा में कर सकेंगे. इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा में श्रद्धालुओं का नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है. इस साल अभी तक दोनों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख पार पहुंच गई है. यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद होंगे Gangotri Temple Door Closing Date

Gangotri Dham Uttarakhand
गंगोत्री मंदिर

गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): विश्व प्रसिद्ध चारधाम में शुमार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है. आज यानी शारदीय नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के रावल तीर्थ पुरोहितों ने कपाट बंद करने की तिथि तय की. गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व और अभिजीत मुहूर्त पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे. इसके साथ ही 15 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे.

  • The doors of Gangotri Dham will be closed for winter on November 14, after the Annakoot at 11.45 am. While, the doors of Yamunotri Dham will be closed for winter on November 15, on Bhaiya Dooj.

    The date of closing the doors of Badrinath Dham will be decided on Vijay Dashami on…

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि हर साल नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति और रावल, तीर्थ पुरोहित गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि और शुभ मुहूर्त तय करते हैं. इस बार गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिए आगामी 6 माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ यानी मुखबा के लिए रवाना होगी.

Gangotri Dham Uttarakhand
गंगोत्री धाम

गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि 14 नवंबर को गंगोत्री धाम से मां गंगा की डोली रवाना होगी. जो रात्रि प्रवास के लिए भैरों घाटी स्थित देवी मंदिर पहुंची. जहां मां गंगा विश्राम करेगी. इसके अगले दिन यानी 15 नवंबर को भैया दूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली 6 महीने बाद अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी. जहां पर ग्रामीण मां गंगा का स्वागत एक बेटी की तरह करेंगे.
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वहीं, शीतकाल यानी 6 महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखबा में होंगे. उधर, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. इन 12 सालों में दोनों धामों में तीर्थयात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या बीते साल दर्ज की गई थी. बीते 11 लाख श्रद्धालुओं ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन किए थे. जबकि, इस साल अभी तक श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख के पार पहुंच चुकी है. अभी यात्रा करीब 30 दिन और चलेगी. ऐसे में नया रिकॉर्ड बनना तय है.

चार धामों में से दो प्रमुख धाम गंगोत्री और यमुनोत्री उत्तरकाशी जिले में स्थित है. जिनके दर्शन और पूजन के लिए देश विदेश से काफी संख्या में तीर्थयात्री पहुंचते हैं. इस साल मई महीने में कपाट खुलने के बाद जून तक चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की खासी भीड़ रही है. हालांकि, मॉनसून सीजन यानी जुलाई से सितंबर दूसरे हफ्ते तक कम ही तीर्थयात्री पहुंचे, लेकिन यात्रा के दूसरे चरण में 15 सितंबर से तीर्थयात्रियों की अच्छी खासी भीड़ धामों में उमड़ रही है.
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गंगोत्री धाम में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में जहां रोजाना औसतन 3 हजार यात्री पहुंच रहे हैं. वहीं, यमुनोत्री धाम में यह संख्या 5 से 6 हजार के बीच है. बीते 12 सालों में यहां तीर्थयात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या बीते साल 2022 में गंगोत्री धाम में 6,24,516 और यमुनोत्री धाम में 4,85,688 समेत 11,10,204 तीर्थयात्री रही थी. जबकि, इस साल अभी तक गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 15,33,018 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं. वहीं, गंगोत्री धाम में इस साल यानी 15 अक्टूबर सुबह 8.30 बजे तक 8,42,139 तीर्थयात्री मां गंगा के दर्शन कर चुके हैं.

Last Updated :Oct 16, 2023, 9:32 AM IST
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