मिर्जापुर सदर विधानसभा सीट: विधायक रत्नाकर मिश्रा ने कहा, स्वतंत्र भारत में पहली बार हुआ इतना विकास
मिर्जापुर की पांच विधानसभा सीटों में सबसे हॉट सीट माने जाने वाली सदर विधानसभा सीट मिर्जापुर की राजनीति का केंद्र बिंदु रही है. यहां से पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह के साथ पंडित कमलापति त्रिपाठी के पौत्र राजेश पति त्रिपाठी को भी हार का सामना करना पड़ा था. भारतीय जनता पार्टी से डॉक्टर सुरजीत सिंह डंग लगातार चार बार विधायक 1989 से थे. इसके बाद यहां पर समाजवादी पार्टी के कैलाश नाथ चौरसिया 2002 में सुरजीत सिंह डंग को हराकर तीन बार लगातार विधायक बने, लेकिन 2017 में भारतीय जनता पार्टी की लहर में कैलाश नाथ चौरसिया हार गए और रत्नाकर मिश्रा बीजेपी से विधायक बन गए. विधायक रत्नाकर मिश्रा के 5 साल पूरे होने वाले हैं, ऐसे में विधायक ने अपने इलाके में कितना काम कराया है इसको लेकर ईटीवी भारत ने विधायक से खास मुलाकात की और यह जानने की कोशिश की गई कि आखिर...इस बार विधानसभा चुनाव में उनकी क्या रणनीति है और वे किन मुद्दों को लेकर जनता से वोट की अपील करेंगे. देखिए ये साक्षात्कार...