पतंग बनाकर घर चला रहीं दो मुस्लिम बहनें, बमुश्किल होती है गुजर-बसर, देखिये रिपोर्ट
वाराणसी: नीले आसमान में उड़ती रंग-बिरंगी पतंगों को देखकर हर किसी का दिल खिल उठता है. इसी डोर के सहारे वाराणसी के पीलीकोठी की दो मुस्लिम बहनों की जिंदगी का पहिया भी चल रहा है. दोनों मुस्लिम बहनों के सिर से माता-पिता का साया सालों पहले ही उठ गया. गरीबी और अभाव में पलने वाली दोनों बहनों ने ऐसे में हार नहीं मानी और अपने जीवन-यापन के लिए पतंग बनाकर बेचने लगीं. आज के दौर में इनको पतंग से मिलने वाली मजदूरी बहुत कम है. वहीं पैसे के आभाव में बहनों का विवाह भी नहीं हो पाया. स्थानीय लोग बताते हैं कि इन दोनों बहनों के पिता भी काफी खुद्दार इंसान थे. जो कभी भी किसी के सामने अपना ना तो दर्द बयां करते थे और ना ही किसी के आगे कभी हाथ फैलाते थे. शायद उन्हीं की प्रेरणा पर उनकी दोनों बेटियों ने भी कदम उठाया है, जोकि किसी के आगे कभी भी मदद के लिए गुहार नहीं लगाती. क्षेत्र के कुछ संभ्रांत लोगों द्वारा आर्थिक मदद की जाती है.