छठ पूजा : गोमती किनारे कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुति, सुनाया...'कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय'
लखनऊ : राजधानी लखनऊ के गोमती तट किनारे लक्ष्मण मेला मैदान में छठ महापर्व को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है. इस दौरान शुक्रवार को नहाय खाय के बाद लक्ष्मण मेला मैदान में ही लोक कलाकारों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुति दी. राजधानी लखनऊ के लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक छठी मैया के गीत गए. कलाकारों ने सबसे पहले छठी मैया का लोकगीत 'चार ही चकवा के मोटरवा, बैठे ससुर जी, पहनी हाली रहुआ धोतियां पियारिया अर्घ्य वा के बेर भईल...' गया. इसके बाद 'कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय, बहंगी लचकत जाय, होई न बलम जी कहरिया, बहंगी घाटे पहुंचाय...' जोकि काफी लोकप्रिय गीत है, उसे सुनाया. बता दें है कि ऐसा पर्व है, जिसमें सूर्योदय और सूर्योदय को अर्घ्य दिया जाता है. महिलाएं इस दौरान विभिन्न प्रकार के फल फूल, लौकी, शकरकंद, चना, आंवला, हल्दी, ईख, नींबू, केला, कच्ची हल्दी, अनानास, पानी, फल (सिंघाड़ा), नारियल, सुथनी, ठेकुआ इत्यादि रखती हैं.