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वाराणसी नगर निगम में शामिल नए क्षेत्रों में जीना-मरना भी मुश्किल, जानिए क्या है पूरा मामला?

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 19, 2023, 10:12 PM IST

वाराणसी नगर निगम में तीन नए जोन बनने के बाद अब 8 जोन वाराणसी में शामिल हो गए हैं. लेकिन, इस वक्त सबसे बड़ी समस्या जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र से जुड़ी हैं. कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से लोगों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे है.

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जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने दी जानकारी

वाराणसी: शहर के विस्तार का प्लान लगभग 3 साल पहले तैयार हुआ. लोकल बॉडी इलेक्शन यानी नगर निकाय चुनाव होने से पहले वार्ड विस्तार की रूपरेखा भी खींची गई. पहले वाराणसी में 90 वार्ड थे, जिनकी संख्या बढ़कर 100 कर दी गई. नए वार्डों के शामिल होने के बाद कई नगर पालिका क्षेत्र भी नगर निगम में शामिल हो गए. लेकिन, लोगों की समस्याएं कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं. समस्या सबसे बड़ी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र से जुड़ी हैं. यह वह दिक्कतें हैं जो अभी लोगों को हर रोज झेलनी पड़ रही है. इसकी बड़ी वजह यह है कि नगर निगम ने नए जोन तो बना दिए लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से इन सभी जगह पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का काम ही नहीं शुरू हो सका. जिसके कारण लोग हर रोज नगर निगम के दफ्तर के ही चक्कर काट रहे हैं.

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वाराणसी नगर निगम
नगर निगम सीमा क्षेत्र में बने तीन नए जोन: वाराणसी नगर निगम सीमा विस्तार के बाद रामनगर, सूजाबाद और डोमरी समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. आज भी यह समस्याएं बनी हुई है. हालांकि अब धीरे-धीरे नगर निगम को मिले फंड के बाद चीजों में सुधार की कोशिश की जा रही है. इस संदर्भ में हाल ही में मुख्यमंत्री ने भी सीमा विस्तार वाले क्षेत्र में विकास के निर्देश दिए थे. नगर निगम सीमा क्षेत्र में तीन नए जोन बनने के बाद अब 8 जोन वाराणसी में शामिल हो गए हैं. जिसमें आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध, कोतवाली, वरुणापार जोन पहले से थे. इसमें ऋषि मांडवी, सारनाथ और रामनगर को शामिल किया गया है. इन नए जोन के शामिल होने के बाद लोगों के सामने जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की दिक्कत अब भी बनी हुई है. जिसकी वजह से लोगों को इन जगहों से अलग नगर निगम मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. इसे भी पढ़े-अब गांवों में भी पहुंचेगा बनारस का पर्यटन, काशी के 10 गांवों का हुआ चयन

पासवर्ड नए जोन के जनरेट ही नहीं हो पाएः इसकी बड़ी वजह यह है की सीमा विस्तार वाले इन क्षेत्रों में जोन ऑफिस में सेंट्रल लेवल से ऑपरेट होने वाले जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के पोर्टल के लिए आईडी और पासवर्ड नए जोन के जनरेट ही नहीं हो पाए. जिसके कारण यह समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं. हालांकि, इस संदर्भ में जब नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव से बातचीत की गई. इस मामले में उनका कहना था कि नए क्षेत्र जो नगर निगम में शामिल हुए हैं और जो नए जोन बनाए गए हैं, उनमें खोले गए कार्यालय में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र अब बनने शुरू हो जाएंगे, क्योंकि जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र ऑनलाइन जारी किए जाते हैं.

सीआरएस पोर्टल से ले सर्टिफिकेट: संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि यह केंद्र सरकार के द्वारा संचालित होने वाले सीआरएस पोर्टल के जरिए जारी होते हैं. जिसके लिए किसी भी नए जोन के बनने के बाद उसमें आईडी और पासवर्ड स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मुहैया करवाया जाता है. इसे लेकर कई दिनों के प्रयास के बाद ऑडियो पासवर्ड मिल गए हैं. अब लोग जब भी चाहे इन कार्यालय पर पहुंचकर जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं. इतना ही नहीं इन क्षेत्र में शहर के अलग हिस्सों में जो भी हॉस्पिटल हमारे सीआरएस पोर्टल से रजिस्टर्ड हैं, वहां पर सीधे जन्म और मृत्यु की स्थिति में अस्पताल द्वारा पोर्टल पर जानकारी देने के बाद सर्टिफिकेट आसानी से पाया जा सकता है. इसके लिए अस्पताल से संपर्क करके जन्म और मृत्यु की कंडीशन में सूचना आगे बढ़ाना अनिवार्य है.

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