वाराणसी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (IIT-BHU) के सिरेमिक इंजीनियरिंग विभाग में कांच पर शोध (Research in IIT BHU) हुआ है. इससे कांच के अंदर आवश्यक रासायनिक गुण व क्षमता विकसित करने में सफलता मिली है, जिससे न सिर्फ बंजर भूमि को भी उपजाऊ (Barren land farming) बनाया जा सकता है, बल्कि खेती योग्य भूमि को ज्यादा बेहतर बनाया जा सकता है. इसको लेकर सिरेमिक इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके चतुर्वेदी का कहना है कि इस शोध ने 'कृषि परिवर्तन क्रान्ति' के नए आयामों को दस्तक दी है. कांच से बने उर्वरक (glass ceramic fertilizer ) से बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने में मदद की जा सकती है.
कांच-शीशे से बनेगी खाद, बंजर जमीन पर लहलहाएंगी फसलें: किसानों के बड़े काम का है IIT-BHU का ये शोध
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 6, 2023, 11:41 AM IST
|Updated : Dec 6, 2023, 3:50 PM IST
कांच से बने सिरेमिक उर्वरक (glass ceramic fertilizer) से किसानों को फायदा होगा, बंजर भूमि पर खेती हो सकेगी. IIT-BHU में शोध (Research in IIT BHU) में किया गया.
वाराणसी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (IIT-BHU) के सिरेमिक इंजीनियरिंग विभाग में कांच पर शोध (Research in IIT BHU) हुआ है. इससे कांच के अंदर आवश्यक रासायनिक गुण व क्षमता विकसित करने में सफलता मिली है, जिससे न सिर्फ बंजर भूमि को भी उपजाऊ (Barren land farming) बनाया जा सकता है, बल्कि खेती योग्य भूमि को ज्यादा बेहतर बनाया जा सकता है. इसको लेकर सिरेमिक इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके चतुर्वेदी का कहना है कि इस शोध ने 'कृषि परिवर्तन क्रान्ति' के नए आयामों को दस्तक दी है. कांच से बने उर्वरक (glass ceramic fertilizer ) से बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने में मदद की जा सकती है.