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8 जून से खुलेगा काशी विश्वनाथ मंदिर, गेट पर होगी जांच

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Published : Jun 6, 2020, 3:17 PM IST

देश भर में 8 जून से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक मंदिरों को खोलने के आदेश दिए जा चुके हैं. इसके तहत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत वाराणसी के कई मंदिरों को खोले जाने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं.

काशी विश्वनाथ मंदिर का हो रहा सेनिटाइजेशन
काशी विश्वनाथ मंदिर का हो रहा सेनिटाइजेशन

वाराणसी: लगभग ढाई महीने से ज्यादा वक्त तक लॉकडाउन होने के बाद सरकार ने अनलॉक- 1 की घोषणा की है. इस दौरान धीरे-धीरे लोगों की जिंदगी को पटरी पर लाने की कवायद चल रही है. 8 जून से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक मंदिरों को खोलने के आदेश भी दिए जा चुके हैं. अब उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मंदिरों को खोले जाने के आदेश का इंतजार है. हालांकि मंदिर प्रशासन धर्मनगरी वाराणसी में मंदिरों को खोलने की तैयारियों में जुट गया है.

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध काल भैरव मंदिर में 8 जून को फिर से चीजों को नियमित रूप से किए जाने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. मंदिरों में प्रवेश के पहले भक्तों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उनका नाम, पता और बॉडी टेंपरेचर एक रजिस्टर में नोट किया जाएगा.

काशी विश्वनाथ मंदिर का हो रहा सेनिटाइजेशन

8 जून से खुलेंगे मंदिरों के कपाट
8 जून से मंदिर खोले जाने को लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जबरदस्त तरीके से प्लान तैयार किया गया है. मंदिर के एक गेट से एंट्री और दूसरे से निकासी की व्यवस्था की गई है. मंदिर के अंदर आने वाले रास्ते पर दो-दो गज की दूरी पर गोले बनाए जा रहे हैं, ताकि भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जा सके. मंदिर के एंट्री पॉइंट से लेकर हर दरवाजे और फर्श को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है. साफ-सफाई के साथ यहां तैनात पुलिसकर्मियों को सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है. इसके अलावा मंदिर के मुख्य गेट पर ऑटोमेटिक सैनिटाइजिंग मशीन भी लगाई जा रही है, जो यहां आने वाले भक्तों के हाथों को और उन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज करने का काम करेगी.

चेकिंग के दौरान लक्षण मिलने पर भेजा जाएगा हॉस्पिटल
मंदिर प्रशासन का कहना है कि सभी की थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जा रही है. 10 वर्ष से कम के बच्चे व 65 वर्ष से ज्यादा के बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए खतरा ज्यादा है, इसलिए उन्हें सतर्क रहते हुए घर पर ही रहना होगा. मंदिर प्रशासन यह भी साफ तौर पर कह रहा है कि किसी के अंदर यदि लक्षण मिलते हैं और उन्हें बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है तो स्कैनिंग के दौरान उन्हें तत्काल बाहर खड़ी एंबुलेंस से हॉस्पिटल भेजा जाएगा न कि मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा.

काल भैरव मंदिर में शुरू हुआ सैनिटाइजेशन
विश्वनाथ मंदिर के अलावा श्री काल भैरव मंदिर में भी साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन की शुरुआत हो गई है. मंदिर में महेंद्र परिवार के लोगों द्वारा लगातार साफ-सफाई की व्यवस्था की जा रही है. मंदिर को पूरी तरह से धुलने का काम किया जा रहा है. सेनेटाइजेशन का काम भी चल रहा है. बता दें कि मंदिर में लगे घंटों को भक्तों को नहीं बजाना है, इसलिए इन्हें पूरी तरह से कवर किया जाएगा.

गर्भगृह में नहीं मिलेगा प्रवेश
काल भैरव मंदिर के महंत नवीन गिरी का कहना है कि मंदिर आने वाले भक्तों की थर्मल स्कैनिंग के साथ ही उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर और बॉडी टेंपरेचर एक रजिस्टर में नोट किया जाएगा, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी पर उन्हें ट्रेस किया जा सके. काशी विश्वनाथ मंदिर समेत काल भैरव मंदिर में गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश नहीं होगा. सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था ही सुनिश्चित की जा रही है.

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