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काशी धर्म परिषद की बैठक 16 प्रस्ताव पास, पत्थरबाजी करने वाले नमाजियों पर प्रतिबंध की मांग

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Published : Jun 11, 2022, 8:59 AM IST

Updated : Jun 11, 2022, 2:06 PM IST

काशी धर्म परिषद की बैठक
काशी धर्म परिषद की बैठक

वाराणसी में काशी धर्म परिषद के संतों की आज यानी शनिवार को हुई बैठक में कुल 16 प्रस्ताव पारित किए गए. इनमें पत्थरबाजी करने वाले नमाजियों पर प्रतिबंध की मांग की गई. बैठक में नूपुर शर्मा का गला काटने और रेप की धमकी की कठोर निंदा की गई.

वाराणसी: वैष्णव विरक्त संत समाज की ओर से सुदामा कुटी में काशी धर्म परिषद की बैठक इस्लामी जिहादियों के आतंक से भारत को बचाने के उद्देश्य से बुलाई गई. काशी धर्म परिषद ने पातालपुरी मठ के महंत बालक दास जी महाराज की अध्यक्षता में शुक्रवार (जुमा) को देश भर में जुमा की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा की गई हिंसा के लिए निंदा प्रस्ताव पारित किया. सुदामा कुटी में जुटे संतों, महंतों एवं आचार्यो ने शुक्रवार की घटना को भयावह और भारतीयों को डराने वाला बताया. जिस तरह से इस्लामी जिहादी नमाज पढ़ने के बाद सड़कों पर देश को जला रहे है उसे संत समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.

बैठक में नूपुर शर्मा का गला काटने और रेप की धमकी की कठोर निंदा की गई. साथ ही इस्लामी जिहादियों पर तत्काल अंकुश लगाने की सरकार से अपील की गई. काशी धर्म परिषद में कोतवाल मोहनदास जी ने कहा कि हम भगवान राम के रास्ते पर चलने वाले हैं. हम शांति चाहने वाले हैं, जो हिंसा की जा रही है वह अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल कदम उठाए, अब बहुत हो चुका है.

जानकारी देते महंत और इतिहासकार

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काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास जी ने कहा कि देश जल रहा है. हमारे मंदिर तोड़े जा रहे हैं. हमारे भगवानों का रोज अपमान किया जा रहा है. हम कानून के रास्ते से ही इस्लामी जिहादियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश को जलने से बचाने के लिए संत समाज सड़कों पर उतरेगा. हम सभी पंथों, अखाड़ों और नागाओं से वार्ता कर बड़ा फैसला लेंगे. शिवलिंग में छेद करने वाले इंतजामिया कमेटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे. काशी धर्म परिषद ने शुक्रवार को नमाजियों द्वारा की गई देश भर में हिंसा के लिए निंदा के साथ 16 प्रस्ताव पारित किए. इसे देशभर के धर्माचार्यों, राज्य सरकारों और भारत सरकार को भेजा जाएगा.

काशी धर्म परिषद में पारित प्रस्ताव

  • जुमे के दिन हिंसा करने वाले मुस्लिम कट्टरपंथी नमाजियों की वजह से देश का माहौल खराब हो रहा है. इन पर प्रतिबन्ध लगाया जाए.
  • जिस मस्जिद से पथराव हो रहा है उस पर पूर्णतः तालाबंदी की जाए.
  • ज्ञानवापी पर सच बोलने वाले राष्ट्रवादी मुसलमान अफसर को स्थायी सुरक्षा दी जाए. बाबा के हमलावरों को गिरफ्तार कर रासुका लगाई जाए.
  • नुपुर शर्मा को रेप की धमकी देने वालों पर रासुका लगाई जाए.
  • इस्लामी कट्टरपंथियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
  • देश को इस्लामी आतंकियों से बचाने के लिए संतों को भी सड़क पर उतरना होगा.
  • इस्लामी आतंकियों के हवाले हम देश को नहीं छोड़ सकते. देश को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना होगा.
  • संतों, महात्माओं और नागा साधुओं की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी. इसमें देश बचाने की रणनीति पर विचार किया जाएगा.
  • भगवान शिव, भगवान श्रीराम, माता जानकी, भगवान श्रीकृष्ण सहित हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने, फिल्मों में मजाक बनाने वाले जिहादियों को तत्काल जेल भेजा जाए.
  • हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा न लें इस्लामी जिहादी. मोहल्ले स्तर पर जिहादियों की सूची बनाई जाए.
  • शुक्रवार (जुमे) के दिन नफरत फैलाने वाली तकरीर देने वाले मौलानाओं को गिरफ्तार कर सम्पत्ति जब्त की जाए.
  • हर मस्जिद में सीसीटीवी लगे, तकरीर करने वाले मौलानाओं का भाषण रिकार्ड हो, उकसाने और भड़काने वाले बयान देने पर तत्काल रासुका लगाई जाए.
  • भारत के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस्लामी देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म किए जाएं.
  • अपने देश की रक्षा के लिए संत समाज की शहर स्तर पर इकाई गठित की जाएगी, जिसमें सभी पंथों के लोग शामिल होंगे.
  • नमाजियों द्वारा रांची में हनुमान जी के मंदिर में तोड़-फोड़ और हमले की कठोर निंदा की जाती है. झारखंड सरकार तत्काल नमाजियों और उनके आकाओं को जेल भेजे अन्यथा देशभर में आंदोलन के लिए तैयार रहे.
  • इस्लामी जिहादी अपनी ताकत दिखाकर भारत में शरिया लागू करवाने का प्रयोग कर रहे हैं. ये भारत में तालिबानी शासन चाहते हैं. अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय जेहादियों पर अंकुश लगाए. भारत सरकार इन जिहादियों पर नियंत्रण के लिए कठोर कानून बनाए.

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Last Updated :Jun 11, 2022, 2:06 PM IST
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