वाराणसी: शहर बनारस का जैसा मिजाज वैसा ही इस शहर के लोगों का जीवन भी है. मस्त मौला जिंदगी जीने वाले लोग पुरानी लाइव स्टाइल को ज्यादा प्रेफरेंस देते हैं, लेकिन बदलते वक्त के साथ अब हर कोई तेजी से आगे बढ़ना चाह रहा है. कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम करते हुए हर कोई बनारस को ज्यादा से ज्यादा जानना चाहता है. यही वजह है कि यहां आने वाले सैलानी गंगा की गोद में रहते हुए बनारस के गंगा घाटों को कम समय में देखना चाहते हैं, लेकिन पारंपरिक पुरानी लकड़ी की नावों के जरिए यह संभव नहीं हो पाता है. शायद यही वजह है कि अब बनारस के गंगा घाटों पर स्पीड बोट चलाए जाने की तैयारी की जा रही है. पहली बार ऐसा मौका होगा जब 84 घाटों की लंबी श्रृंखला को कम समय में स्पीड बोट के जरिए न सिर्फ देखा जा सकेगा बल्कि एक अलग ही आनंद भी मिलेगा.
बदलते बनारस की तस्वीर में गंगा की लहरों पर अब हाईटेक नावे संचालित होने लगी हैं. पहले से ही बनारस में दो क्रूज गंगा की लहरों पर दौड़ने लगे हैं और अब स्पीड बोट के जरिए गंगा की लहरों पर सवार होकर पर्यटक गंगा घाटों का नजारा ले सकेंगे. इसकी बड़ी वजह है कि लकड़ी की पुरानी नावे हाथों से चलाई जाती हैं और चप्पू के जरिए धीरे-धीरे आगे बढ़ती हैं. जिसकी वजह से ज्यादा समय लगता है और बहाव तेज होने पर इनको चलाने में दिक्कत भी आती है, लेकिन स्पीड बोर्ड के साथ ऐसी दिक्कत नहीं है.
फिलहाल एक स्पीड बोट बनारस में आ चुकी है, जिसमें 10 लोगों के बैठने की क्षमता है 500 रुपये प्रति व्यक्ति के किराए के साथ घाटों की लंबी श्रृंखला को दिखाने की तैयारी की जा रही है. पर्यटन विभाग के साथ मिलकर इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए 10 दिन के अंदर कार्य योजना तैयार कर ली जाएगी. इस स्पीड बोट को चलाने वाले अलकनंदा क्रूज लाइन सर्विसेज के संचालक विकास मालवीय का कहना है कि यह पहला मौका होगा जब बनारस में स्पीड बोट गंगा में चलेगी. 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह बोट जब गंगा में दौड़ती है तो एक अलग ही आनंद आता है. तेजी से बोट आगे बढ़ती है और लोग कम समय में घाटों का ज्यादा नजारा ले पाते हैं. इतना ही नहीं अभी एक 14 सीटर नई स्पीड बोट का भी ऑर्डर दिया जा चुका है. फिलहाल प्रारंभिक स्टेज में दो स्पीड बोर्ड गंगा में उतारी जाएगी और इनकी सफलता के बाद इनकी संख्या को बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है.
इसे भी पढें- पुलिस ने बोट से गंगा में गश्त कर कराई वीडियोग्राफी