CM योगी ने काशी में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा, पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

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Published : Aug 12, 2021, 3:57 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 10:47 PM IST

काशी में बाढ़ से बिगड़े हालात
काशी में बाढ़ से बिगड़े हालात ()

उत्तर प्रदेश के वाराणसी व उसके आसपास के जिलों में लगातार बाढ़ की तस्वीर भयावह होती जा रही है, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वाराणसी दौरे पर पहुंचे. काशी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लिया. साथ ही राहत शिविरों में दी जा रही व्यवस्थाओं को भी परखा.

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को वाराणसी पहुंचे और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का तूफानी दौरा कर बाढ़ पीड़ितों को उपलब्ध कराए जा रहे राहत कार्यों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजघाट से एनडीआरएफ के मोटर बोट से पुराना पुल तक दौरा कर गंगा एवं वरुणा के बढ़े जलस्तर को देखा.

इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरैया स्थित आलिया गार्डन में बनाए गए राहत केंद्र में रह रहे बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना और भरोसा दिया कि चिंता की कोई बात नहीं है. आपदा की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है. हर संभव उनकी मदद की जाएगी. उन्होंने मौके पर अधिकारियों से राहत कार्यों के बारे में जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई कोर कसर न छोड़ी जाए.

  • 'आपकी सरकार सदैव आपके साथ'

    आज जनपद वाराणसी में... pic.twitter.com/43lIp8wKch

    — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 12, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आलिया गार्डन में बनाए गए राहत केंद्र का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेपी मेहता इंटर कॉलेज राहत केंद्र पहुंचे. यहां पर रह रहे 60 से अधिक बाढ़ प्रभावित परिवारों के लोगों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा और उन्हें मिल रही राहत सुविधाओं की भी जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने लगभग 37 लोगों को राहत सामग्री की पैकेट एवं आलू, प्याज से भरा छोला भेंट किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज परिसर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के मवेशियों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 मिनी पोर्टेबल एवं 3 बड़े फॉगिंग मशीन कर्मियों के ग्रुप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, स्टांप मंत्री रविंद्र जायसवाल, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित पुलिस के अधिकारी व अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.

काशी में बाढ़ से बिगड़े हालात.

वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि सीएम योगी के आने से हमारा हौसला बढ़ा है. सभी को उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या से निजात मिलेगी. ईटीवी भारत से बातचीत में राजकिशोर ने बताया कि सीएम योगी ने बाढ़ शिविर में आकर उन लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने उनका हाल जाना और यहां मौजूद 12 लोगों को राहत सामग्री का वितरण किया. राजकिशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन सभी से प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली. साथ ही ये भरोसा दिलाया कि वह हमारे साथ हैं. हम सभी को कोई दिक्कत नहीं होगी. वहीं मो. युसुफ ने कहा कि सीएम योगी के आने से हमारा हौसला बढ़ा है. वो हम सभी की दिक्कतों को समझते हैं. उन्होंने हम सबसे वादा किया है कि हम सभी को सारी सुविधाएं मिलेंगी. उनके यहां आकर हमारा हाल जान लेने से हम सभी का विश्वास बढ़ गया है.

बता दें कि वाराणसी समेत पूर्वांचल के चंदौली, मीर्जापुर, भदोही, बलिया, गाजीपुर और बलिया में गंगा में आई बाढ़ का कहर जारी है. सभी जगह गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. गंगा में आई बाढ़ का पानी शहरी इलाकों के साथ ही गांवों में भरने से जनजीवन प्रभावित है. वाराणसी में बाढ़ के कारण रिहायशी इलाकों में पानी भरने लगा है, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मुसीबत बढ़ गई है. वाराणसी समेत पूर्वांचल के तमाम जिलों में बड़ी संख्‍या में लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर भेजा गया है तो सैंकड़ों एकड़ में लगीं फसलें जलमग्‍न हो गई हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ के जवान राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं. बीते दिनों बाढ़ की स्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के जिलाधिकारी से बात की थी.

बाढ़ पीड़ितों से बातचीत करतीं संवाददाता.

बता दें कि लगातार वाराणसी में बढ़ रहे जलस्तर और इससे पीड़ित लोगों की निगरानी स्वयं प्रधानमंत्री कार्यालय के द्वारा की जा रही है. पीएम मोदी के द्वारा वाराणसी की स्थिति जान लेने के बाद पीएमओ के द्वारा निर्देश जारी कर सभी गतिविधियों की जानकारी ली जा रही है. पीएमओ ने कहा है कि यदि किसी भी चीज की आवश्यकता है तो तुरंत कार्यालय से संपर्क किया जाए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इन दिनों गंगा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. वर्तमान वाटर लेवल कि यदि बात की जाए तो गंगा का वर्तमान जलस्तर 72.15 मीटर से ऊपर बह रहा है, जबकि खतरे के निशान 71.26 मीटर है. गंगा के इस तेज की वजह से उसकी सहायक नदी वरुणा भी तबाही मचा रही है. दोनों नदियों में आई बाढ़ की वजह से हजारों लोग बेघर हो गए हैं. यही वजह है कि हालात का जायजा लेने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचे. सीएम योगी ने सबसे पहले हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद सीएम योगी ने वाराणसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एनडीआरएफ टीम के साथ दौरा किया. साथ ही बाढ़ प्रभावितों का हाल जाना. वहीं सीएम योगी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ राजघाट पहुंचे, जहां पर एनडीआरएफ की बोट पर सवार होकर गंगा और वरुणा नदी से सटे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया.

बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते सीएम योगी.
बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते सीएम योगी.

एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने सीएम योगी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी दी. एनडीआरएफ की मोटर बोट पर सवार होकर सीएम योगी का काफिला पुराना पुल वरुणा तक पहुंचा, जहां सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित सरैय्या गांव का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी. रात-दिन राहत बचाव अभियान में जुटे हुए एनडीआरएफ के जवानों और उनकी कर्तव्यनिष्ठा एवं मानव सेवा को सीएम योगी ने खूब सराहा. सीएम योगी ने एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में बचाव अभियानों में जुटी उनकी टीम को प्रोत्साहित किया. बता दें कि वर्तमान में यूपी में एनडीआरएफ की 15 से अधिक टीमें बाढ़ राहत बचाव कार्यों में तैनात हैं. जनपद वाराणसी में चार टीमें, 160 से अधिक बचाव कर्मी, 30 से अधिक मोटर बोट और आधुनिक बचाव उपकरणों के साथ राहत बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं.

बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते सीएम योगी.
बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करते सीएम योगी.

एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के अनुसार, वर्तमान में वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. एनडीआरएफ की टीम ने अब तक सामने घाट, मारुति नगर, शिवाजी नगर, नगवां, कोनिया, नक्किघात, रामघाट इत्यादि बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1,500 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. कई जगहों पर एनडीआरएफ की वाटर बोट के माध्यम से घायलों को प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल तक पहुंचाने में भी सहयोग किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम प्रशासन के साथ मिलकर राहत सामग्री वितरण करने में भी अपना सहयोग दे रही है. बाढ़ की इस विभीषिका से लोग बुरी तरह त्रस्त हैं. उनकी इस स्थिति में एनडीआरएफ उनके साथ है और हर मुश्किल घड़ी में सहायता के लिए तत्पर है.

Last Updated :Aug 12, 2021, 10:47 PM IST
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