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वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संभावनाओं पर हुई चर्चा

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 26, 2023, 7:40 AM IST

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लॉर्ड पार्किन्सन जी20 शिखर सम्मेलन British Delegation in Varanasi काशी हिन्दू विश्वविद्यालय Lord Parkinson G20 summit in Varanasi वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मण्डल Kashi Hindu University

वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल (G20 Summit in Varanasi) लॉर्ड पार्किन्सन जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचा है. यह दल शुक्रवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) पहुंचा. इस बैठक में बीएचयू में शोध और अध्ययन की संभावनाओं पर चर्चा हुई.

वाराणसी: लॉर्ड पार्किन्सन जी20 शिखर सम्मेलन (Lord Parkinson G20 summit in Varanasi) की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल के साथ वाराणसी में हैं. इस बैठक में ब्रिटिश काउंसिल, भारत, के शीर्ष पदाधिकारी तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. इस दौरान ब्रिटेन के कला व विरासत तथा संस्कृति, मीडिया व खेल विभाग के मंत्री लॉर्ड पार्किन्सन ने कहा है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय तथा ब्रिटिश शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग के अनेक ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें अपार संभावनाएं हैं.

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संभावनाओं पर चर्चा को लेकर बैठक
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संभावनाओं पर चर्चा को लेकर बैठक
वाराणसी में शुक्रवार को लॉर्ड पार्किन्सन जी20 शिखर सम्मेलन की एक बैठक आयोजित हुई. वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल (British Delegation in Varanasi ) ने भारत के अग्रणी उच्च शिक्षण संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Kashi Hindu University) की क्षमता व विद्वता तथा यहां उपलब्ध अवसरों को रेखांकित किया. विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे क्षेत्र सुझाए गए, जिनमें पारस्परिक सहयोग से दोनो तरफ के हितधारक लाभान्वित हों. इसके साथ ही दोनों पक्षों ने रंगमंच, कला, डिज़ाइन, संगीत व नृत्य, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति, नेतृत्व क्षमता कार्यक्रम समेत अनेक ऐसे विषयों पर विचारों का आदान प्रदान किया.बीएचयू से साझेदारी को लेकर कही बड़ी बात: बैठक के दौरान ब्रिटेन के मंत्री मंत्री लॉर्ड पार्किन्सन ने कहा कि भारत और ब्रिटेन विभिन्न क्षेत्रों में लंबे समय से साझेदारी कर रहे हैं. बीएचयू के साथ सहयोग बढ़ाकर मैं इस साझेदारी को और आगे ले जाने के प्रति आशान्वित हूं. इस महान विश्वविद्यालय में आना एक सुखद अनुभव है. मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में कई ऐसे प्रतिष्ठित व उत्कृष्ट संस्थान हैं, जो अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को सहयोग व साझेदारी के शानदार अवसर उपलब्ध करा सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने आने वाले कुछ हफ्तों में भारत में आयोजित होने वाली ब्रिटिश व भारतीय कुलपतियों की बैठक में शामिल होने के लिए विश्वविद्यालय को आमंत्रित किया.
वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल
वाराणसी में ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल
BHU में शोध व अध्ययन में अपार संभावनाएं: कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में विविध व अनेक क्षेत्रों में अध्ययन व अनुसंधान होता है. मंच एवं कला, दर्शन, संस्कृति, विरासत, पुरातत्व एवं प्राकृतिक चिकित्सा ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें बीएचयू की विशेषज्ञता अतुलनीय है. ऐसे में इस संस्थान में शोध व अध्ययन की अपार संभावनाएं हैं. कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय जैसा अनुभव व अवसर किसी और संस्थान के पास नहीं हैं. ऐसे में इन क्षेत्रों में कार्य करने के लिए बीएचयू उत्तम संस्थान है. कुलपति ने कहा कि पारस्परिक सहयोग के तहत ब्रिटिश अध्येताओं, विशेषज्ञों तथा शिक्षाविदों की मेजबानी करने में विश्वविद्यालय को प्रसन्नता होगी. ब्रिटेन सरकार की योजनाओं की दी जानकारी: इस बैठक में कुलपति प्रो. जैन ने सुझाव दिया कि ब्रिटिश काउंसिल की ओर से ऐसे नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम तैयार किए जा सकते हैं, जिनसे विश्वविद्यालय के सदस्य प्रशिक्षित व लाभान्वित हों. उन्होंने कहा रंगमंच एक ऐसा महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें सहयोग की संभावनाएं बन सकती हैं. वहीं ब्रिटिश काउंसिल में इंडिया ऑपरेशन्स की निदेशक ऐलिसन बैरट एमबीई ने कहा काउंसिल द्वारा अनेक भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. उन्होंने भारतीय संस्थानों के साथ साझेदारी हेतु ब्रिटेन सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी.
बीएयू में लॉर्ड पार्किन्सन ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे
बीएयू में लॉर्ड पार्किन्सन ब्रिटिश प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सराहना: ऐलिसन बैरट एमबीई ने कहा ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के साथ विशिष्ट कार्यक्रम तैयार किये जाने चाहिए. भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह नीति भारतीय तथा विदेशी शिक्षण संस्थानों के मध्य संवाद व सहयोग को सरल बनाती है और अब इस बारे में समझौते करना तथा एक दूसरे का साथ मिलकर काम करना आसान हो गया है. उन्होंने कहा कि अगले महीने ब्रिटिश और भारतीय कुलपतियों की बैठक शैक्षणिक संस्थाओं के प्रमुखों के लिए एक अच्छा अवसर होगा कि वे ऐसे क्षेत्रों का चयन कर सकें, जिनमें सहयोग को आगे बढ़ाया जा सकता है. ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे ये लोग: ऐलिसन बैरट ने कहा कि ब्रिटिश काउंसिल भारत में निदेशक, कला, जॉनाथन केनेडी ने बताया कि ब्रिटेन में अनेक ऐसे संस्थान व संस्थाएं हैं जो कला के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल में संस्कृति, मीडिया तथा खेल विभाग में कल्चरल डिप्लोमेसी की टीम लीड हेली रेन्स, लॉर्ड पार्किन्सन के सहायक निजी सचिव जैक मैटलेस, ब्रिटिश काउंसिल भारत में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी पारोमिता चौधरी, तथा कन्ट्री कम्युनिकेशन मैनेजर सोन्जुही नेगी शामिल थे. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की ओर से संवाद कार्यक्रम में मंच कला संकाय के प्रमुख प्रो. शशि कुमार, प्रो. राजेश शाह आदि ने हिस्सा लिया.

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