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गौरैया संरक्षण का लिया संकल्प, अपने घर को बनाया चिड़ियाघर

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Published : Apr 17, 2022, 12:04 PM IST

सिद्धार्थनगर जनपद के बर्डपुर ब्लॉक क्षेत्र का एक परिवार गौरैया को विलुप्त होने से बचाने के लिए अपने घर को ही चिड़ियाघर में तब्दील कर दिया है. इस परिवार ने अपने घर में सैकड़ों की संख्या में गौरैया के ठहराव व रहने की व्यवस्था की है.

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सिद्धार्थनगर: सिद्धार्थनगर जनपद के बर्डपुर ब्लॉक क्षेत्र का एक परिवार गौरैया को विलुप्त होने से बचाने के लिए अपने घर को ही चिड़ियाघर में तब्दील कर दिया है. इस परिवार ने अपने घर में सैकड़ों की संख्या में गौरैया के ठहराव व रहने की व्यवस्था की है. जिसे देखकर क्षेत्र अन्य लोग भी प्रेरित हो रहे हैं. इतना ही नहीं चिड़ियों को कोई नुकसान न हो इसके लिए घर के कमरों में सीलिंग फैन तक नहीं लगवाए हैं.

वहीं, हर समय इन चिड़ियों की चहचहाहट से घर गुलजार रहता है. इस घर के मालिक कंचन बताते हैं कि पहले उनका घर कच्चा था. छप्पर में चिड़िया घोंसला बनाकर रहती थी. करीब 12 वर्ष पहले उनका घर पक्का बना. जिसके बाद ये चिड़ियां सीलिंग फैन के ऊपर लगे बॉक्स में रहने लगी. इस दौरान कई तो सीलिंग फैन से टकराकर जख्मी हो गई तो कुछ मर भी गई. यही कारण है कि उनको बचाने के लिए कंचन ने गत्ते के बॉक्स बनाकर दीवारों पर लगाए.

घर को बनाया चिड़ियाघर

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धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ी तो छोटी बाल्टियों में गोलाकार छेद करके दीवार के ऊपरी हिस्से में टांग दिए. फिर प्लाईवुड के बॉक्स बनवाकर उनके रहने की व्यवस्था की. जिससे कोई अन्य जीव-जंतु उन्हें नुकसान न पहुंचा सके. वहीं, आज कंचन लोगों से अपील करते हैं कि कम से कम घर में एक बॉक्स जरूर लगाएं, जिससे इस प्रजाति को विलुप्त होने से बचाया जा सके. इधर, कंचन की बेटी आराधना कहती है कि जिस दिन इनकी चहचहाहट सुनने को नहीं मिलती, उस दिन लगता है कि दिन की शुरुआत ही नहीं हुई.

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