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रामपुर: जौहर यूनिवर्सिटी में सार्वजनिक जमीनों को दूसरी जमीनों से बदलने का आदेश निरस्त

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Published : Sep 4, 2019, 3:24 AM IST

सपा नेता और रामपुर सांसद आजम खां की मुश्कीलें बढ़ती ही जा रही है. दरअसल मुरादाबाद मंडल आयुक्त न्यायालय ने यूनिवर्सिटी में चकरोड और सार्वजनिक भूमि की जमीनों को दूसरी जमीनों से बदले जाने का फैसला निरस्त कर दिया है.

मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी.

रामपुर: सासंद आजम खां के खिलाफ कार्रवाइयों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुरादाबाद मंडल आयुक्त न्यायालय ने जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर एक निर्णय दिया है. दरअसल यूनिवर्सिटी में चकरोड और सार्वजनिक भूमि की जमीनों को दूसरी जमीनों से बदले जाने का फैसला निरस्त कर दिया गया. इतना ही नहीं तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश दिया गया है.

जानकारी देते एडीएम, वित्त एवं राजस्व.

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी सरकार के निशाने पर है. जौहर यूनिवर्सिटी के बीच स्थित चक रोड और सार्वजनिक भूमि को दूसरी भूमि से बदलने के आदेशों को गलत ठहराया गया है. कमिश्नर मुरादाबाद में अपने फैसले में सार्वजनिक भूमि को दूसरी भूमियों से बदले जाने के आदेश में अनियमितता किए जाने को लेकर यह आदेश दिए.

यह मामला 2012 किसानों ने जौहर यूनिवर्सिटी पर चकरोड पर कब्जा करने और सार्वजनिक उपयोग की भूमि को जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर शामिल कर लिए जाने की शिकायत की थी. दरअसल पूर्व एसडीएम टांडा रमेश चंद्र शुक्ला ने आदेश पारित करते हुए जौहर यूनिवर्सिटी के बीच आने वाले चकरोड और सार्वजनिक भूमि को अन्य भूमि से बदले जाने को स्वीकृत करते हुए आदेश दिए थे.

इसके बाद वह चकरोड जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर ली गई थी. एसडीएम के तत्कालीन आदेशों को मंडलायुक्त मुरादाबाद में खारिज करते हुए डीएम रामपुर को तत्कालीन अधिकारियों विशेषकर गलत रिपोर्ट देने वाले तत्कालीन लेखपाल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.

मंडल आयुक्त मुरादाबाद के इन आदेशों के बाद जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर लिए गए चकरोड एक बार फिर सार्वजनिक उपयोग की भूमि माने जाएंगे. इन पर आम किसानों को गुजरने का अधिकार होगा. ऐसे में जौहर यूनिवर्सिटी की चार दीवारी से बाधित किए गए यह चकरोड अगर खोले जाते हैं, तो एक बार फिर जौहर यूनिवर्सिटी की चारदीवारी पर संकट खड़ा हो सकता है.

Intro:Rampur up

स्लग ,, जौहर यूनिवर्सिटी में सार्वजनिक भूमि से बदलने का आदेश निरस्त



एंकर ,, भले ही समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव लखनऊ में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान के खिलाफ की जा रही कार्रवाईयो पर चिंता जताते हुए इसे अन्याय ठहरा रहे हैं लेकिन आजम खान के खिलाफ कार्रवाइयों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा । अब मुरादाबाद मंडल आयुक्त न्यायालय ने एक मामले में निर्णय देते हुए जौहर यूनिवर्सिटी के बीच आ रही चकरोड और सार्वजनिक भूमि की जमीनों को दूसरी जमीनों से बदले जाने का पूर्व में एसडीएम द्वारा किया गया फैसला निरस्त करते हुए तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश दिया है ।


बाइट राम भरत तिवारी एडीएम वित्त एवं राजस्व रामपुर
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वियो 1,,,. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान का ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी सरकार के निशाने पर है इस बार कार्रवाई हुई है कमिश्नर मुरादाबाद के न्यायालय से जहां एक वाद में निर्णय देते हुए कमिश्नर मुरादाबाद में जौहर यूनिवर्सिटी के बीच है स्थित चक रोडो और सार्वजनिक भूमि को दूसरी भूमि से बदलने के तत्कालीन एसडीएम रमेश चंद्र शुक्ला के आदेशों को गलत ठहराते हुए निरस्त करने के आदेश दिए हैं कमिश्नर मुरादाबाद में अपने फैसले में सार्वजनिक भूमि को दूसरी भूमियों से बदले जाने के आदेश में अनियमितता किए जाने को लेकर यह आदेश दिएConclusion:
वियो 2,,,. आपको बता दें कि यह मामला 2012 का है ज जब किसानों ने जौहर यूनिवर्सिटी पर चक रोडो पर कब्जा करने और सार्वजनिक उपयोग की भूमि को जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर शामिल कर लिए जाने की शिकायत की थी । जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और उस समय तत्कालीन एसडीएम टांडा रमेश चंद्र शुक्ला ने आदेश पारित करते हुए जौहर यूनिवर्सिटी के बीच आने वाले चकरोड़ और सार्वजनिक भूमि को अन्य भूमि से बदले जाने को स्वीकृत करते हुए आदेश दिए थे। इसके बाद वह चकरोडे जोहर यूनिवर्सिटी में शामिल कर ली गई थी एसडीएम के तत्कालीन आदेशों को मंडलायुक्त मुरादाबाद में खारिज करते हुए डीएम रामपुर को तत्कालीन अधिकारियों विशेषकर गलत रिपोर्ट देने वाले तत्कालीन लेखपाल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं




एफवीओ ,,, मंडल आयुक्त मुरादाबाद के इन आदेशों के बाद जोहर यूनिवर्सिटी शामिल कर लिए गए चकरोड एक बार फिर सार्वजनिक उपयोग की भूमि माने जाएंगे और सरकार की संपत्ति होंगे और इन पर आम किसानों को गुजरने का अधिकार होगा ऐसे में जौहर यूनिवर्सिटी की चार दीवारी से बाधित किए गए यह चकरोड अगर खोले जाते हैं तो एक बार फिर जौहर यूनिवर्सिटी की चारदीवारी पर संकट खड़ा हो सकता है।

बाइट राम भरत तिवारी एडीएम वित्त एवं राजस्व रामपुर
विसुअल जोहर यूनिवर्सिटी


Reporter Azam khan 8218676978,,8791987181

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