रामपुरः जिले में बुधवार को एक दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया. इस इन्वेस्टर्स समिट के जरिए रामपुर को दोबारा से अपनी पुरानी उद्योग नगरी की पहचान दिलाने की कवायद शुरू की गई हैं. जिले की बेरोजगारी को देखते हुए भाजपा के शहर विधायक आकाश सक्सेना ने यह मुहिम छेड़ी. उन्होंने मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के साथ मिलकर रामपुर में दोबारा से नए उद्योग लगाने की पहल की.
मुरादाबाद मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया इन्वेस्टर्स समिट का उद्देश्य जो भी समस्याओं है उनका निस्तारण करना है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए प्रोत्साहित करना और अगर कहीं कोई समस्या आती है, उसको हम दूर करेंगे. हमने इसके लिए एक सिंगल विंडो भी बना रखी है. उद्यमियों को जो भी समस्या आती है. चाहे वो छोटी हो या बड़ी उसका निस्तारण करना है.
मुरादाबाद मंडल आयुक्त ने बताया कि यह एक दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट बहुत अच्छा रहा. आज लगभग 3000 करोड़ से ज्यादा का प्रपोजल आ चुका है. उम्मीद है जिस दिन पूरे प्रदेश मैं इन्वेस्टर समिट होगा उस दिन यह प्रपोजल 5000 करोड़ तक पहुंच जाएगा. यह जो इन्वेस्टमेंट हो रहा है इसमें विभिन्न तरह के इन्वेस्टमेंट है एग्रीकल्चर सेक्टर में भी इन्वेस्टमेंट आया है एग्रीकल्चर में लगभग 1500 सौ करोड़ का इन्वेस्टमेंट हुआ है.
मंडल आयुक्त ने कहा कि रामपुर में भी इन्वेस्टमेंट आ रहा है. इसके साथ ही जो रामपुर का कारोबार था, उसको भी लोग बढ़ा रहे हैं. कुछ प्रपोजल आए हैं और जो आ रहे हैं उसमें मेडिकल कॉलेज और एग्रीकल्चर ऑफ प्रोसेसिंग का भी प्रपोजल है. उन्होंने बताया कि कानपुर के बाद रामपुर को इंडस्ट्री उद्योग के नाम से जाना था. लेकिन, धीरे-धीरे रामपुर के उद्योग और फैक्ट्रियां बंद होती चली गई और रामपुर बेरोजगारी की मार पिछले कई साल से झेल रहा है. समीट में मंडल आयुक्त के अलावा पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला, शहर विधायक आकाश सक्सेना सहित जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे.
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