प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Allahabad Central University) में गुरुवार को छात्रों ने ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. छात्र ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन परीक्षा ही करवाना चाहते हैं. इसी मुद्दे को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और छात्र आमने-सामने हैं. छात्रों को रोकने के दौरान पुलिस और छात्रों में नोकझोंक शुरू हो गई. इसके बाद पुलिस ने 12 से अधिक छात्रों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने छात्रों पर हल्का बल का भी प्रयोग किया. छात्र नेताओं को जब पुलिस ने पकड़कर वैन में बैठाया तो अन्य छात्र तितर-बितर हो गए.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अप्रैल में होने वाली वार्षिक परीक्षा को ऑफलाइन करवाने का फैसला किया है. स्नातक द्वितीय और तृतीय वर्ष के साथ परस्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा भी ऑफलाइन मोड में करवायी जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन के इसी फैसले के विरोध में छात्र कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. गुरुवार को भी छात्रों ने ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इससे पहले भी छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वारों पर तालाबंदी करके भी विरोध किया था. छात्र एक बार फिर वीसी कार्यालय का घेराव करने वाले थे. जिसकी जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में फोर्स यूनिवर्सिटी कैम्पस में तैनात कर दी गई. अफसरों ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र ऑफलाइन परीक्षा की जिद पर अड़े रहे.
छात्रों का कहना है कि जब पूरी पढ़ाई ऑनलाइन करवाई गई, तो परीक्षा ऑनलाइन क्यों नहीं करवाई जा रही है. छात्र ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन परीक्षा ही करवाना चाहते हैं. इसी मुद्दे को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और छात्र आमने सामने हैं. छात्रों को रोकने के दौरान पुलिस और छात्रों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई. जिसके बाद पुलिस ने 12 से अधिक छात्रों को हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर हल्का बल का भी प्रयोग किया. आंदोलन की अगुवाई कर रहे छात्र नेताओं को जब पुलिस ने पकड़कर वैन में बैठा लिया, तो दूसरे छात्रों की भीड़ तितर-बितर हो गई. पुलिस की गिरफ्त में मौजूद छात्रों ने कहाकि वो शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे और आगे भी उनका आंदोलन जारी रहेगा.
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ऑनलाइन परीक्षा देने वाले छात्रों से मांगा गया आवेदन
गुरुवार को हुए छात्रों के हंगामे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से नोटिस जारी कर ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प चाहने वाले छात्रों से जानकारी मांगी गई है. रजिस्ट्रार ने पत्र जारी कर कहा है कि जोभी छात्र ऑनलाइन परीक्षा देना चाहते हैं. वो रजिस्ट्रार ऑफिस में आवेदन करें. जिसके लिए छात्र को अपने आईकार्ड की फोटो कॉपी के साथ ऑनलाइन परीक्षा देने की वजह स्पष्ट करते हुए दस मार्च तक आवेदन करना है. जिसके बाद आवेदन पर विचार करके फैसला लिया जाएगा.
पुलिस का कहना है कि छात्रों को बुधवार को ही समझाकर आंदोलन समाप्त करवाया गया था. इसके बावजूद गुरुवार को फिर से आंदोलन शुरू किया गया. छात्रों के उग्र रूप को देखते हुए छात्रों को हटाकर मामला शांत करवाया गया. दूसरी तरफ से आंदोलन की अगुवाई करने वाले दो छात्र नेताओं को चीफ़ प्रॉक्टर ने निलंबित करते हुए नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है. दोनों ही छात्रों पर अनुशासनहीनता सहित हंगामा तोड़फोड़ करने के अलावा कई और आरोप लगाए गए हैं.
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