प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर पर दीक्षांत समारोह में गड़बड़ी फैलाने की आशंका जताई गई. उनके खिलाफ प्रशासन को पत्र लिखा गया. वहीं लिखे गए पत्र को लेकर बवाल मच गया है. इसको लेकर छात्र संगठन और अधिवक्ता समाज प्रोफेसर के समर्थन में कुलपति पर कार्रवाई करने के लिए मंत्रालय को शिकायत करेगा.
कुलपति रतन लाल हांगलू पर कार्रवाई के लिए पूर्व प्रोफेसर राम किशोर शास्त्री भी पूरे छात्रों के साथ मिलकर मंत्रालय गेट पर धरना देंगे. साथ ही सरकार से कुलपति के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी करेंगे. प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कुलपति रतन लाल हांगलू की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है.
प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कहा कि इस समय विश्वविद्यालय प्रशासन बौद्धिक कंगाली के दौर से गुजर रहा है. उनके द्वारा यह कहा जाना कि मेरा विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है, यह उनकी पिछड़ी सोच को दर्शाता है. पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पूर्व में मेरे द्वारा जो भी वक्तव्य दिए गए, वह विश्वविद्यालय की गरिमा को बचाने के लिए था. इसके विपरीत विश्वविद्यालय की गरिमा धूमिल करने के आरोप में तहरीर दी गई.
प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कहा कि इस तरह की धमकियों से वह पीछे नहीं हटेंगे और विश्वविद्यालय की गरिमा की रक्षा के लिए अगर जेल भी जाना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कुलपति के खिलाफ आए आरोपों की भी चर्चा की. प्रेस वार्ता के दौरान जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे और उन्होंने ने भी कुलपति के खिलाफ कार्रवाई के लिए मंत्रालय को पत्र लिखने की बात कही.