ETV Bharat / state

पूर्व प्रोफेसर के समर्थन में उतरे इलाहाबाद विवि के छात्र, कुलपति के खिलाफ मंत्रालय में देंगे धरना

author img

By

Published : Aug 31, 2019, 9:09 AM IST

Updated : Aug 31, 2019, 12:19 PM IST

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर पर दीक्षांत समारोह में गड़बड़ी फैलाने की आशंका पर प्रशासन को पत्र दिया गया है, जिसके विरोध में छात्र संगठन और अधिवक्ता समाज प्रोफेसर के समर्थन में उतर आए और कुलपति पर कार्रवाई करने के लिए मंत्रालय को शिकायत करने की बात कही.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ कार्रवाई की मांग.

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर पर दीक्षांत समारोह में गड़बड़ी फैलाने की आशंका जताई गई. उनके खिलाफ प्रशासन को पत्र लिखा गया. वहीं लिखे गए पत्र को लेकर बवाल मच गया है. इसको लेकर छात्र संगठन और अधिवक्ता समाज प्रोफेसर के समर्थन में कुलपति पर कार्रवाई करने के लिए मंत्रालय को शिकायत करेगा.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ कार्रवाई की मांग.

कुलपति रतन लाल हांगलू पर कार्रवाई के लिए पूर्व प्रोफेसर राम किशोर शास्त्री भी पूरे छात्रों के साथ मिलकर मंत्रालय गेट पर धरना देंगे. साथ ही सरकार से कुलपति के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी करेंगे. प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कुलपति रतन लाल हांगलू की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है.

प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कहा कि इस समय विश्वविद्यालय प्रशासन बौद्धिक कंगाली के दौर से गुजर रहा है. उनके द्वारा यह कहा जाना कि मेरा विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है, यह उनकी पिछड़ी सोच को दर्शाता है. पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पूर्व में मेरे द्वारा जो भी वक्तव्य दिए गए, वह विश्वविद्यालय की गरिमा को बचाने के लिए था. इसके विपरीत विश्वविद्यालय की गरिमा धूमिल करने के आरोप में तहरीर दी गई.

प्रो. राम किशोर शास्त्री ने कहा कि इस तरह की धमकियों से वह पीछे नहीं हटेंगे और विश्वविद्यालय की गरिमा की रक्षा के लिए अगर जेल भी जाना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कुलपति के खिलाफ आए आरोपों की भी चर्चा की. प्रेस वार्ता के दौरान जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे और उन्होंने ने भी कुलपति के खिलाफ कार्रवाई के लिए मंत्रालय को पत्र लिखने की बात कही.

Intro:इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर पर दीक्षांत समारोह में गड़बड़ी फैलाने की आशंका पर प्रशासन को लिखे गए पत्र को लेकर बवाल मच गया है। इसको लेकर छात्र संघटन और अधिवक्ता समाज प्रोफेसर के समर्थन में कुलपति पर कार्यवाही करने के लिए मंत्रालय को को शिकायत करेगा। यही नही कुलपति पर कार्यवाही के लिए पूर्व प्रोफेसर राम किशोर शास्त्री पूरा छात्रो के साथ मंत्रालय गेट पर धरना देगा। साथ ही सरकार से कुलपति के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करेंगे।



Body:प्रयागराज के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रो राम किशोर शास्त्री ने कुलपति रतन लाल हांगलू की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि इस समय विश्वविद्यालय प्रशासन बौद्धिक कंगाली के दौर से गुजर रहा है। उनके द्वारा यह कहा जाना कि मेरा विश्वविद्यालय से कोई सम्बन्ध नही है, यह उनकी पिछड़ी सोच को दर्शाता है। उन्होंने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में मेरे द्वारा जो भी वक्तव्य दिए गये गए वह विश्वविद्यालय की गरिमा को बचाने के लिए कहा गया लेकिन इसके विपरीत विश्वविद्यालय की गरिमा धूमिल करने के आरोप में तहरीर दी गयी । उन्होंने कहा कि इस तरह की धमकियों से मैं पीछे नही उठूंगा और विश्वविद्यालय की गरिमा की रक्षा के लिए अगर जेल भी जाना पड़ा तो पीछे नही हटूंगा। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कुलपति के खिलाफ आए आरोपों की भी चर्चा की।



Conclusion:उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय में किसी भी कार्यरत व्यक्ति को मानद उपाधि नहीं दी गई है जबकि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में होने वाले पांच सितंबर को दीक्षांत समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को यह उपाधि प्रदान की जाएगी इसमें इनका खुद का स्वार्थ निहित है। प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे और कुलपति के खिलाफ कार्यवाही के लिए मंत्रालय को पत्र लिखने की बात कही। उन्होंने इस बात की घोषणा की कि जिस समय यहां पर दीक्षांत समारोह चल रहा होगा हम उस समय मानव संसाधन मंत्रालय पर कुल पद की कार्यवाही के लिए पूरा छात्रों के साथ धरने पर बैठेंगे।

बाईट: प्रो राम किशोर शास्त्री पूर्व विभागाध्यक्ष संस्कृति विभाग

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
Last Updated : Aug 31, 2019, 12:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.