ETV Bharat / state

माघ मेला 2024 : अस्थायी बस अड्डों से भी मिलेंगी रोडवेज की बसें, छात्र सीखेंगे मैनेजमेंट की बारिकियां

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 11, 2024, 9:02 PM IST

प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के प्रथम स्नान पर्व से होगी. माघ मेले में आने वाले लाखों भक्तों की सुविधाओं को देखते हुए यूपी रोडवेज की तरफ से तैयारियां पूरी की जा रही हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

प्रयागराज : जिले में 15 जनवरी से लगने वाले माघ मेला में आने वाले लाखों भक्तों की सुविधाओं को देखते हुए यूपी रोडवेज की तरफ से भी तैयारियां पूरी की जा रही हैं. इसी कड़ी में मेले में आने-जाने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो उसके लिए शहर में बने स्थायी बस अड्डे के अलावा अस्थायी बस अड्डे भी बनाए गए हैं. जहां से यात्री अलग-अलग रूट की बसों को पकड़कर अपने गंतव्य तक जा सकते हैं. रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक एम के त्रिवेदी ने आम दिनों में चलने वाली बसों की संख्या के साथ ही माघ मेला और मुख्य स्नान पर्वों पर चलाई जाने वाली बसों की संख्या के साथ ही रिजर्व बसों की संख्या भी बताई. मेला अवधि के दौरान झूंसी नैनी इलाके में बने अस्थायी बस स्टैंड से भी बसों का संचालन शुरू होगा.

एबीवीपी के छात्र माघ मेला में लगाएंगे हेल्प डेस्क
एबीवीपी के छात्र माघ मेला में लगाएंगे हेल्प डेस्क

माघ मेला के लिए बनाए गए अस्थायी बस अड्डे : प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के प्रथम स्नान पर्व से होगी, जबकि 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा तक माघ मेला का आयोजन रहेगा. इस दौरान मकर संक्रांति, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा का मुख्य स्नान पर्व होगा. इन मुख्य स्नान पर्वों पर माघ मेला में अत्यधिक भीड़ जुटती है, जिसमें सबसे ज्यादा भीड़ मौनी अमावस्या के पर्व पर होती है. इन प्रमुख स्नान पर्वों पर स्थायी बस अड्डे के साथ ही अस्थायी बस अड्डों से भी बसों का संचालन होगा. प्रयागराज में सिविल लाइंस और जीरो रोड के स्थायी बस स्टेशन के अलावा झूंसी और नैनी इलाके में अस्थायी बस अड्डे भी बसें संचालित हो रही हैं. अभी आम दिनों में इन बस अड्डों से कुल 970 बसें विभिन्न रूटों पर चलती हैं. जबकि माघ मेला के आम दिनों में इन्हीं बस अड्डों से संचालित होने वाली बसों की संख्या बढ़कर 1800 हो जाती है, जबकि माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्व पर इन्हीं बस अड्डों से संचालित होने वाली बसों की संख्या बढ़कर 2800 तक हो जाएगी, जबकि मेले के मुख्य स्नान पर्वों के दौरान 200 बसों को रिजर्व रूप में भी रखा जाएगा.

किस रुट की बस कहां से मिलेगी : प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक एम के त्रिवेदी ने बताया कि झूंसी में बने अस्थायी बस अड्डे से गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बदलापुर, वाराणसी रुट की बसें मिलेंगी. इसी तरह से नैनी के लेप्रोसी मिशन इलाके में बने अस्थायी बस अड्डे से बांदा, चित्रकूट, रीवा, सीधी, विंध्याचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर रुट की तरफ जाने वाली बसें मिलेंगी, जबकि जीरो रोड बस अड्डे से भी लेप्रोसी मिशन बस अड्डे से चलने वाली रूटों की बसें ही चलेंगी. इसी तरह से सिविल लाइंस बस अड्डे से सबसे ज्यादा रूटों की बसें चलेंगी. जहां से यात्री रायबरेली, लखनऊ, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, बहराइच, कौशांबी, फतेहपुर, कानपुर समेत अन्य जिलों के लिए भी बसें मिलेंगी. इसके साथ ही स्थायी और अस्थायी सभी बस अड्डों पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की जा चुकी है. इसके अलावा सभी बस अड्डों में मेला के अवधि के दौरान निगरानी के लिए अफसरों की भी तैनाती कर दी गयी है. साथ ही बस अड्डों पर पर्व से पहले जिम्मेदार अफसरों के नाम नंबर बोर्ड पर लगा दिए जाएंगे, जिससे किसी भी यात्री को किसी प्रकार की समस्या हो तो वह उस नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या बताकर उसका समाधान करवा सकते हैं.

एबीवीपी के छात्र माघ मेला में लगाएंगे हेल्प डेस्क : प्रयागराज में गंगा यमुना के तट पर लगने वाले माघ मेला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए अलग-अलग संस्थानों के छात्र श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों की सेवा करने के साथ ही माघ मेला की व्यवस्थाओं के बारे में जानेंगे. इसी के साथ एबीवीपी की तरफ से माघ मेला क्षेत्र में कई स्थानों पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए हेल्प डेस्क बनाया जाएगा. 'आई हेल्प यू' नाम से बनाए जाने वाली इस हेल्प डेस्क के जरिये विद्यार्थी श्रद्धालुओं की हर प्रकार से मदद करने का प्रयास करेंगे. एबीवीपी से जुड़े राम बाबू तिवारी ने बताया कि पूरे माघ मेला के दौरान अलग-अलग राज्यों के केंद्रीय विश्वविद्यालयों से आये हुए छात्र मेला में सेवा करेंगे. इसके साथ ही देश की प्रमुख आईआईटी और मैनेजमेंट संस्थानों से आये हुए छात्र माघ मेला में प्रबंधन के गुर और बारीकियां सीखने के साथ कमियों को जानेंगे और उसकी रिपोर्ट बनाकर शासन प्रशासन को सौपेंगे. प्रयागराज में 15 जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से विकासार्थ विद्यार्थी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए माघ मेला के परेड मैदान में एबीवीपी के शिविर लगाया गया है. जहां पर एबीवीपी के पदाधिकारियों के साथ ही संगठन से जुड़े छात्रों द्वारा कई प्रकार की गतिविधियां की जाएंगी.

आई हेल्प यू हेल्प डेस्क श्रद्धालुओं की राह करेगी आसान : माघ मेला में आने वाले लाखों यात्रियों को मेला क्षेत्र में पहुंचने के बाद किसी प्रकार की परेशानी न हो उसके लिए एबीवीपी की तरफ से मेला के अलग-अलग सेक्टर में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी. 'में आई हेल्प यू' नाम की इस हेल्प डेस्क पर एबीवीपी से जुड़े छात्र मौजूद रहेंगे जो श्रद्धालुओं की हर प्रकार से मदद करेंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विकासार्थ विद्यार्थी के प्रांत प्रमुख राम बाबू तिवारी का कहना है कि विद्यार्थियों को पुनर्निर्माण में लगाने का राष्ट्रीय प्रयास का यह विचार विकासार्थ विद्यार्थी के कार्य का मूल आधार है. विकासार्थ विद्यार्थी कार्यक्रम के जरिये जल, जंगल, जमीन, जानवर के उद्देश्य पर केंद्रित है. प्रयागराज के माघ मेला में इस साल से विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण का यह नया प्रयोग किया जाएगा, जिससे सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है.

छात्रों को दिया जाएगा इंटर्नशिप का सर्टिफिकेट : माघ मेला क्षेत्र इस साल एबीवीपी की तरफ से छात्रों को 15-15 दिन की इंटर्नशिप करवाएगा. जिसके बाद इन छात्रों को प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा. एबीवीपी की तरफ से करवाए जा रहे इस कार्यक्रम में देश के नामी संस्थानों के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे, जो मेला में रहकर मैनेजमेंट के गुर सीखेंगे. इसके साथ ही मेला क्षेत्र में जो भी कमियां दिखेंगी उनको दूर करने का तरीका बताने के साथ ही उन कमियों की रिपोर्ट बनाकर यह छात्र एबीवीपी को देंगे. जिसको एबीवीपी की तरफ से शासन प्रशासन को सौंपा जाएगा. इस माघ मेले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप, नदी संवाद, दीपोत्सव, सांस्कृतिक संध्या, मानव श्रृंखला, नुक्कड़ नाटक, सरस्वती पूजा, स्वास्थ्य शिविर, आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : प्रयागराज माघ मेला: गंगा जल का रंग हुआ लाल, श्रद्धालुओं ने शुद्ध और स्वच्छ जल की मांग की

यह भी पढ़ें : माघ मेला 2024: शंकराचार्य को शिविर लगाने के लिए नहीं मिल रही जमीन, कर दिया ये ऐलान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.