Pratapgarh News: फैक्ट्री में लगी आग, 3 घंटे की मशक्कत के बाद 5 गाड़ियों ने पाया काबू
Updated on: Jan 23, 2023, 9:53 PM IST

Pratapgarh News: फैक्ट्री में लगी आग, 3 घंटे की मशक्कत के बाद 5 गाड़ियों ने पाया काबू
Updated on: Jan 23, 2023, 9:53 PM IST
प्रतापगढ़ शहर में सिटी रोड पर स्थित एक फर्नीचर फैक्ट्री (Pratapgarh Furniture Factory ) की दुकान में आग लगने लाखों रुपये का फर्नीचर जलकर नष्ट हो गया.
प्रतापगढ़ः जनपद के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के सिटी रोड पर एक फर्नीचर फैक्ट्री में आग संदिग्ध कारणों से आग लग गई. फर्नीचर फैक्ट्री में आग लगने की सूचना पर पहुंची फायर विभाग की टीम ने 5 वाहनों की मदद से पानी की बौछार से आग को काबू करने का प्रयास किया. लेकिन तब तक फर्नीचर फैक्ट्री में फर्नीचर जलकर नष्ट हो गए.
प्रतापगढ़ फर्नीचर फैक्ट्री के मजदूर सोनू ने बताया कि सोमवार की दोपहर सगरा गांव के सिटी रोड पर स्थित मोहम्मद इरशाद की फर्नीचर की दुकान में संदिग्ध कारणों से आग लग गई. इस आग से लाखों रुपये का फर्नीचर जलकर नष्ट हो गया. आग लगने की सूचना पर पहुंची फायर सर्विस की टीम की मदद से आग पर काबू करने का प्रयास किया गया. मजदूर ने बताया कि फर्नीचर फैक्ट्री में भारी भीड़ होने से पुलिस और फायर विभाग को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
फायर सर्विस की टीम ने करीब 3 घंटे के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया. लेकिन तब तक फर्नीचर फैक्ट्री में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया. आग की सूचना पर फैक्ट्री में रखें गैस सिलेंडर और अन्य सामान को बाहर निकाला गया. फिलहाल इस पूरे आग में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है. फर्नीचर फैक्ट्री की ऑफिस में आग लगने के दौरान कई कर्मचारी मौके पर काम भी कर रहे थे. वहीं, इस आग के कारण दुकानदार को कितना नुकसान हुआ है, इसका आंकलन अभी नहीं हुआ है. वहीं फैक्ट्री में आग लगने के बाद पड़ोसियों में भय व्याप्त हो गया है.
अग्निशमन अधिकारी प्रभाकर पांडेय ने बताया कि आग भड़कने के पीछे फर्नीचर बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल, फोम व प्लाई आग में घी का काम कर रही थी. जिसके चलते आग पर काबू पाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था. ऊपर से संकरी गली भी बाधक बन रही थी. कुल दस टैंकर पानी और स्थानीय लोगों की मदद से 3 घंटे की मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. उन्होंने बताया कि फर्नीचर फैक्ट्री में शार्ट सर्किट से आग लगी थी. फर्म संचालक ने बिना फायर उपकरणों व एनओसी के फैक्ट्री संचलित कर रहा था. यदि फायर उपकरण लगाया गया होता तो आग इतनी तेजी से नहीं फैलती.
