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चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव 2021: सपा में बिखराव की आशंका, निर्दलीय निभाएंगे अहम भूमिका

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Published : Jun 24, 2021, 4:13 PM IST

चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव
चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव

चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है. सपा व भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. इन्हीं दोनों दलों में सीधा मुकाबला भी माना जा रहा है. हालांकि दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. लेकिन इन सबके बीच एक बात साफ है कि जिन्हें निर्दलीय का आशीर्वाद मिलेगा, जीत उसी की होगी.

चंदौली : चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है. अभी तक यहां पर समाजवादी पार्टी ने तेज नारायन यादव और भारतीय जनता पार्टी ने दीनानाथ शर्मा के रूप में अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद का यह चुनाव इन दोनों ही दलों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दोनों ही दल चुनावी बिसात बिछाने में जुट गए हैं.


बीजेपी के सभी संभावित उम्मीदवार हार गए चुनाव

भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव के दौरान पार्टी ने चंदौली के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा को मैदान में उतारा था. ताकि उनको जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया जा सके. लेकिन सर्वेश कुशवाहा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए. हालांकि भाजपा के पास एक दो चेहरे और थे जिन्हें यहां से जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चा थी, लेकिन वे लोग भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने शहाबगंज के सेक्टर-2 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते दीनानाथ शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है.

चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव
चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव

पूर्व अध्यक्ष दंपति के करीबी हैं दीनानाथ शर्मा
दीनानाथ शर्मा शहाबगंज ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख भी रह चुके हैं, और यहां के निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता सिंह और उनके पति पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह के करीबी हैं. दरअसल, दीनानाथ शर्मा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह के खास हैं, और जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद, छत्रबलि सिंह की टीम ने दीनानाथ शर्मा को जिला पंचायत सदस्य बनवाया, ताकि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी कब्जे में रहे.
पूर्व सांसद के भतीजे को मिला है टिकट
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने चंदौली के पूर्व सपा सांसद रामकिशुन के भतीजे तेज नारायण यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है. तेज नारायण यादव नियामताबाद ब्लॉक के सेक्टर-4 से जिला पंचायत सदस्य हैं. लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या अपने ही सदस्यों को रोके रखना है. क्योंकि अंदरखाने में धनबल के प्रभाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका बनी हुई है.

चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव
चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव

सपा सदस्यों में बिखराव की आशंका
गौरतलब है कि चुनाव के वक्त सपा समर्थित व बागी उम्मीदवारों ने पार्टी के प्रति अपनी आस्था जताते हुए झण्डा बैनर का बखूबी इस्तेमाल किया. यहीं नहीं जनता के बीच चुनावी जीत के बाद पार्टी में आस्था रखने की बात कही थी. लेकिन अब जब पार्टी के घोषित उम्मीदवार को वोट देने की बजाय निजी हित साधते दिख रहे है.
निर्दलीय के सहारे जीत का भरोसा
भारतीय जनता पार्टी के चंदौली जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह का कहना है कि उनकी पार्टी से घोषित जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी दीनानाथ शर्मा की जीत होगी. बीजेपी उम्मीदवार अपने काम के भरोसे सदस्यों का विश्वास जीतेगी. निर्दलीय उम्मीदवारों के भरोसे जीत का दावा करने के साथ ही अन्य दलों से आने वाले लोगों के लिए पार्टी का दरवाजा खुले होने की बात कही.
सपा समर्थित सभी सदस्य एकजुट
वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर का दावा है कि उनकी पार्टी के प्रत्याशी तेज नारायण यादव की जीत होगी. भाजपा शासन प्रशासन के बल जबरन वोट लेने की जुगत में जुटी है. लेकिन पार्टी के सभी सदस्य दृढ़ता से पार्टी के साथ खड़े रहेंगे. यही नहीं विपक्षी पार्टी के चाल चरित्र को देखते हुए बीजेपी समेत अन्य दलों के सदस्य भी पार्टी प्रत्यासी को वोट करेंगे.
सपा समर्थित सर्वाधिक 14 सदस्य
चंदौली जिले में कुल 35 जिला पंचायत सदस्य हैं, जो अध्यक्ष का चुनाव करेंगे. इनमें समाजवादी पार्टी के सबसे ज्यादा 14, भारतीय जनता पार्टी के 8, बहुजन समाजवादी पार्टी के 4 और 9 निर्दलीय सदस्य हैं. जबकि जिला पंचायत अध्यक्ष का जादुई आंकड़ा 18 है. इस लिहाज से सपा जीत के सबसे करीब दिखाई दे रही है. लेकिन असल में जितना आसान यह दिख रहा है, उतना ही मुश्किल भी है. क्योंकि धनबल व बाहुबल के इस चुनाव में सदस्यों का पार्टी के प्रति वफादार रह पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है.
3 जुलाई को तस्वीर होगी साफ
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव प्रक्रिया की तारीख का ऐलान हो चुका है. इसके तहत 26 जून को नामांकन होगा. वहीं 3 जुलाई को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मतदान किया जाएगा और उसी दिन मतगणना के बाद परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. इसे लेकर चंदौली में बड़ी पार्टियां जोड़तोड़ में जुट गई हैं.


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इन धुरंधरों के बीच होगी असली लड़ाई

बहरहाल, अपनी-अपनी जीत का दावा तो दोनों ही पार्टी के लोग कर रहे हैं. लेकिन यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि जीत का सेहरा किसके सिर पर सजता है. वहीं एक बात साफ है कि अध्यक्ष पद की सीधी लड़ाई, जिले की राजनीति के दो धुरंधरों के बीच होगी. इनमें से एक पूर्व सपा सांसद रामकिशुन यादव जो कि इस जिले के राजनीति की धुरी हैं और कभी भी राजनीतिक बाजी पलटने का माद्दा रखते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के महाबली कहे जाने वाले छत्रबली सिंह हैं. जो कि पिछले दो चुनावों में जिले के धुरंधरों को पटखनी देते हुए दो बार अध्यक्ष पद कब्जा जमाया है.


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