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मुरादाबाद में दारोगा गिरफ्तार, विवेचना से नाम निकालने के लिए मांगी थी रिश्वत

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Published : Oct 18, 2019, 8:55 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एसएसपी ने रिश्वत मांगने के आरोप में दारोगा पर कड़ी कार्रवाई की है. दरअसल आरोपी दारोगा विवेचना से नाम निकालने के नाम पर 30 हजार रुपये की मांग रहा था.

कांसेप्ट इमेज.

मुरादाबाद: मुकदमे में विवेचना से आरोपियों के नाम निकालने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप में दारोगा को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल पीड़ित ने दारोगा की रुपये मांगते हुए वीडियो बनाकर एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई थी. जिसके बाद एसएसपी ने साक्ष्यों के आधार पर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कर दारोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

रिश्वत लेने के आरोप में दारोगा गिरफ्तार.

125 लोगों पर दर्ज हुआ था मुकदमा

  • सावन के महीने में थाना सिविल लाइन की आशियाना चौकी क्षेत्र में एक कार की कांवरियों से टक्कर हो गई थी.
  • टक्कर लगने के बाद स्थानीय लोगों ने कार में तोड़फोड़ कर हंगामा किया था.
  • हंगामे की वीडियो चौकी इंचार्ज अभिनव देशवाल ने बनाई थी.
  • जिसके बाद चौकी इंचार्ज ने 125 लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया था.
  • चौकी इंचार्ज ने लोगों को मुकदमे में से नाम निकालने के नाम पर लोगों से 10-10 हजार रुपये की मांग की.
  • वहीं तीन और लोगों के नाम निकालने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की गई.

शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

  • पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी अमित पाठक से की.
  • शिकायत पर एसएसपी ने रिश्वत लेने के साक्ष्य दिखाने की बात कही.
  • पीड़ित ने दारोगा द्वारा रुपयों की मांग करते हुए एक वीडियो बनाकर एसएसपी को सौंप दिया.
  • एसएसपी अमित पाठक ने सिविल लाइन थाना में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया.
  • मुकदमा दर्ज होने के बाद दारोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक दारोगा के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया गया है. एक मुकदमे की विवेचना में से नाम हटाने के लिए 10-10 हजार रुपये की मांग की गई थी. साक्ष्यों के आधार पर दारोगा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
-अमित पाठक, एसएसपी, मुरादाबाद

Intro:एंकर:- एक मुकदमे में विवेचना से अभियुक्तों के नाम निकालने के नाम पर लोगो से तीस हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एक उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित ने उपनिरीक्षक की रुपये मांगते हुए वीडियो बनाकर एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई थी. एसएसपी ने साक्ष्यों के आधार पर सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कर उपनिरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


Body:वीओ:- सावन के महीने में थाना सिविल लाइन की आशियाना चौकी क्षेत्र में एक कार की कांवरियों से टक्कर लग गयी थी. टक्कर लगने के बाद स्थानीय लोगो ने कार में तोड़फोड़ कर हंगामा किया था. हंगामे की वीडियो चौकी इंचार्ज अभिनव देशवाल ने बनाई थी. जिसके बाद चौकी इंचार्ज ने 125 लोगो के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया था. चौकी इंचार्ज ने लोगो को मुकदमे में से नाम निकालने के नाम पर लोगों से दस दस हज़ार रुपये की मांग की. आठ से दस लोगो ने नाम निकलवाने के लिए रुपये दे भी दिया. तीन और लोगो के नाम निकालने के लिए तीस हजार रुपये की मांग की गई. पीड़ित ने इसकी शिकायत एसएसपी अमित पाठक से की जिसपर एसएसपी ने रिश्वत लेने के साक्ष्य दिखाने की बात की. जिस पर पीड़ित ने अपने एक सहयोगी के साथ दरोगा की रुपये मांग करते हुए का एक वीडियो बनाकर एसएसपी को सौंप दिया. जिस पर एसएसपी अमित पाठक ने सिविल लाइन थाना में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद उपनिरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.


Conclusion:वीओ:- वीडियो बनाने वाले विक्रांत शर्मा ने बताया कि एक मुकदमे में लोगो के नाम निकलवाने के नाम पर दरोगा की तरफ से रिश्वत की मांग की जा रही थी. तीन लोगों के नाम निकालने के नाम पर तीस हजार की मांग की गयी. जिसका एक वीडियो बनाकर एसएसपी को सौंपा गया. जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
वीओ:- एसएसपी अमित पाठक ने कहा कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक उपनिरीक्षक के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया गया है. एक मुकदमे की विवेचना में से नाम हटाने के लिए दस दस हज़ार रुपये की मांग की गई थी. साक्ष्यों के आधार उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया गया. कुछ समय पहले एक गांव प्रेम नगर में एक गाड़ी पर तोड़फोड़ की गई थी उसी मामले में मुकदमे में से नाम हटाने के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी.

खबर में रिश्वत लेते हुए का वीडियो wrap से भेजा गया है।
यह खबर में विजुअल ओर बाईट मोजो से भेजे है.
बाईट :- विक्रांत शर्मा
बाईट:- एसएसपी अमित पाठक

सुशील कुमार सिंह
ईटीवी भारत
मुरादाबाद
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