मिर्जापुर: जिले के अहरौरा में मासूम छात्र को पैर पकड़ कर बिल्डिंग से उल्टा लटकाए जाने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. पुलिस ने स्कूल प्रबंधक/प्रिंसिपल मनोज कुमार विश्कर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. वहीं पुलिस स्कूल संचालक मनोज विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
सदभावना स्कूल के संचालक एवं प्रधानाध्यापक मनोज ने कक्षा 2 मिके बच्चे की शरारत से परेशान होकर उसको समझाने के बजाय उसका पैर पकड़कर छत से उल्टा लटका दिया. बच्चा डर से कांपता और चिल्लाता रहा लेकिन, प्रधानाध्यापक के ऊपर उसका कोई असर नहीं पड़ा. यही नहीं प्रधानाध्यापक के अगल-बगल भी कई बच्चे खड़े होकर उनकी इस हरकत से डरे हुए थे. इस दौरान किसी ने फोटो खींच लिया और इसके बाद उसको वायरल कर दिया.
फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने का संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बीएसए गौतम प्रसाद को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. आनन-फानन में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र जमालपुर और सिटी को घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण और जांच कराया तो मामला सही पाया गया, जिसको लेकर अहरौरा नगर पालिका क्षेत्र के डीह में स्थित सदभावना प्राइवेट स्कूल के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार के खिलाफ पिता की तहरीर पर बच्चे का शोषण करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस भी शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
पुलिस के मुताबिक अहरौरा थाना क्षेत्रान्तर्गत सदभावना शिक्षण संस्थान जूनियर हाई स्कूल के संचालक/प्रबन्धक के द्वारा कक्षा नर्सरी में पढ़ने वाले छात्र सोनू जिसकी उम्र 05 वर्ष है. शरारत करने पर सजा के तौर पर छत से उल्टा लटका कर अमानवीय व्यवहार किया गया. जिसके सम्बन्ध में छात्र के पिता रणजीत यादव के तहरीर के आधार पर थाना अहरौरा पर धारा 352,506 व 75 जुवेनाइल एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया. थाना अहरौरा पुलिस स्कूल के संचालक मनोज विश्वकर्मा को नई बाजार से हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
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पूरे मामले में देर रात जांच के लिए पहुंचे एबीएसए अरुण सिंह ने बताया कि बच्चे का शोषण करने के आरोप में संचालक मनोज विश्वकर्मा पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया और विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जांच में मामला सही पाया गया है अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी गई है.