ETV Bharat / state

फरार पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी पर ईनाम घोषित करने की तैयारी, सपरिवार कर सकते हैं सरेंडर ?

author img

By

Published : May 11, 2022, 11:03 AM IST

Updated : May 11, 2022, 4:31 PM IST

etv bharat
पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी याकूब कुरैशी

मेरठ में अवैध मीट फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद से परिवार समेत फरार चल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी याकूब कुरैशी पर शिकंजा और भी कसने वाला है. याकूब और उनके परिवार पर इनाम घोषित करने की तैयारी है. वहीं, पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रशासनिक कार्रवाई पर सवालिया निशान उठ रहे हैं.

मेरठ: अवैध मीट फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद से फरार पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उनके परिवार का यूपी पुलिस को कोई आता पता नहीं है. हालांकि, पुलिस एक्शन में जरूर दिखाई दे रही है. कुछ कार्रवाई भी हुई हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी खाली हैं. हाजी याकूब कुरैशी इन दिनों पूरे परिवार समेत फरार हैं. उनके घर पर कुर्की वारंट भी चस्पा कर दिया गया है. याकूब और उनके परिवार पर इनाम घोषित करने की तैयारी की जा रही है. हालांकि, कई साल से बंद फैक्ट्री में मीट कारोबार के खुलासे के बाद से प्रशासनिक कार्रवाई और जिम्मेदारों पर भी सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि बिना संरक्षण के अवैध तरीके से मीट कारोबार संभव ही नहीं हो सकता है.



बता दें कि मार्च महीने में पुलिस और प्रशासन की टीम ने खरखौदा थाने के हापुड़ रोड पर स्थित अल फहीम मीटेक्स प्रा.लि. में छापा मारकर करीब पांच करोड़ कीमत का मीट बरामद किया था. जबकि, जिले के जिम्मेदार अफसरों को यही सूचना थी कि ये मीट प्लांट वर्षों से बंद पड़ा है. घटना के बाद से हाजी याकूब कुरैशी और उनका परिवार फिलहाल फरार है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर एक बन्द पड़े मीट प्लांट में ये सब खेल कैसे चल रहा था. हर दिन अनेकों वाहन अंदर से बाहर आते-जाते थे. लेकिन, जिले में लोकल इंटेलिजेंस से लेकर स्थानीय प्रशासन आखिर कौन सी नींद में था जो ये गोरखधंधा फलता-फूलता रहा.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी याकूब कुरैशी

फैक्ट्री ध्वस्त करने के आदेश पर रोक: 31 मार्च को हाजी याकूब के मीट प्लांट पर छापामार कार्रवाई के बाद मेरठ विकास प्राधिकरण ने फैक्टरी को ध्वस्त करने का आदेश पारित किया था. लेकिन, मेरठ प्रशासन के इस आदेश के खिलाफ हाजी याकूब ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव की बेंच ने याचिका पर सुनवाई करते हुए 10 मई तक ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दी थी.


जिले में चर्चा का विषय बना घटनाक्रम: पूरे घटनाक्रम को लेकर अब जिले में खूब चर्चाएं भी हो रही हैं. सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर इतने बड़े स्तर पर ये मीट कैसे बरामद हुआ. बंद फैक्ट्री में कैसे ये धंधा चल रहा था. वरिष्ठ पत्रकार हरि जोशी इस मामले में कहा कि बिना संरक्षण मिले या मिलीभगत के इतनी बड़ी मीट फैक्ट्री संचालित नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन लोग थे, उसका खुलासा होना चाहिए. वे कहते हैं कि क्या ये आसान है कि कोई भी प्लांट चलता रहे और किसी को वर्षों तक खबर ही न चले.

पुलिस याकूब कुरैशी को नहीं खोज पा रही: फरार हाजी याकूब व उनके साथ नामजद बाकी लोगों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है. जिम्मेदार अधिकारियों के सामने हाजी याकूब कुरैशी को खोजने की चुनौती है. काबिलेगौर है कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी शमजिदा, बेटे फिरोज और इमरान कुरैशी समेत कईयों पर मुकदमा दर्ज है. लेकिन, अब परिवार पुलिस की पकड़ से बाहर है.

ये भी पढ़ें: उन्नाव: महिला जिला अस्पताल पर डिप्टी सीएम की सख्ती का भी असर नहीं, दो सप्ताह से मशीन खराब होने से प्रसूताओं का बुरा हाल



एएसपी कैंट बोले- कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हो रही: इस पूरे ऑपरेशन में आईपीएस चंद्रकांत मीणा के नेतृत्व में ही अबतक कार्रवाई हुई है. एएसपी कैंट के तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे आईपीएस अधिकारी चंद्रकांत मीणा का कहना है कि हाजी याकूब कुरैशी सपरिवार फरार हैं. इस मामले में पुलिस निरन्तर आगे बढ़ रही है और जो भी कानूनी प्रक्रिया है उसके मुताबिक पुलिस कार्रवाई करेगी.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated :May 11, 2022, 4:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.