हैलो...मैं ऊर्जा मंत्री बोल रहा हूं, क्या आपके घर बिजली आ रही या नहीं?

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Published : Aug 6, 2021, 7:34 PM IST

Updated : Aug 6, 2021, 10:43 PM IST

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ()

प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा दो दिवसीय दौरे पर गृह जनपद मथुरा पहुंचे. यमुनापार क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र का निरीक्षण करते हुए ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं को फोन कर पूछा कि घर की बिजली आ रही है या नहीं. उपभोक्ताओं के जवाब से वह संतुष्ट नजर आए.

मथुरा: हैलो...मैं ऊर्जा मंत्री बोल रहा हूं. क्या आपके घर बिजली ठीक-ठाक आ रही है या नहीं. दिन में बिजली कैसे आती है. रात में कितनी बजे से कितनी बजे तक बिजली रहती है. शुक्रवार को कान्हा की नगरी मथुरा पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उपभोक्ताओं को सीधे फोन कर उनसे बिजली आपूर्ति की मौजूदा स्थिति का फीडबैक लिया.

ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं से की फोन पर बात.

दरअसल, प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा दो दिवसीय दौरे पर गृह जनपद मथुरा पहुंचे. यहां उन्होंने यमुनापार क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र का निरीक्षण किया. विद्युत उपकेंद्र के निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत ने अधिकारियों से फीडबैक लिया. इस दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने एक बिजली उपभोक्ता के नंबर पर फोन कर कहा कि मैं ऊर्जा मंत्री बोल रहा हूं. क्या आपके घर बिजली ठीक-ठाक आ रही है या नहीं. दिन में बिजली कैसे आती है. रात में कितनी बजे से कितनी बजे तक बिजली रहती है.

फोन पर ऊर्जा मंत्री को उपभोक्ता ने जवाब दिया उसके यहां बिजली ठीक-ठाक आ रही है. विद्युत फाल्ट होने के बाद 30 जुलाई को शिकायत लिखाई गई थी. शिकायत पर अमल करते हुए आधे घंटे के बाद ही फाल्ट को ठीक कर दिया गया था. वहीं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उपभोक्ता से विद्युत विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर सवाल पूछा. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पूछा कि फोन करने पर अधिकारी फोन उठाते हैं या नहीं. इस पर उपभोक्ता ने जवाब दिया कि शिकायत को लेकर फोन करने पर अधिकारी व कर्मचारी फोन उठाते हैं. उपभोक्ता से किये गए सवालों के जवाब से ऊर्जा मंत्री संतुष्ट नजर आए.

यमुनापार क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र पर व्यवस्थाओं और रजिस्टर मेंटेन देखने के बाद ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों की पीठ थपथपाई. उन्होंने कहा कि सरकार की अच्छी नीतियों का फायदा उपभोक्ता को मिलना चाहिए. जहां कहीं भी खामियां नजर आ रही हैं, उसको तुरंत ठीक करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. वहीं हिदायत देते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी किसी प्रकार की लापरवाही न करें. वह समय-समय पर बिजली घरों का निरीक्षण करते रहेंगे.

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ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने वृंदावन के केसी घाट यमुना नदी के किनारे वृक्षारोपण भी किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वृक्षारोपण करने से काम नहीं चलेगा, पौधों की देखभाल समय पर होनी चाहिए. पौधे एक बच्चे का स्वरूप है, जिसकी समय-समय पर देखभाल बहुत जरूरी है. बता दें कि जनपद को हरा-भरा बनाने के लिए 30 लाख वृक्षारोपण जनपद में किए जा रहे हैं.

प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे पौधारोपण अभियान के अंतर्गत ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने केसी घाट स्थित पोंटून पुल के पास मथुरा मार्ग स्थित पागल बाबा मंदिर के सामने एवं प्रेम मंदिर से छटीकरा मार्ग पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वृक्ष की देखभाल करना जैसे बच्चों को पालते हैं, उसी तरह से वृक्ष को पालना जरूरी है. भविष्य में पर्यावरण को लेकर बहुत सारी चुनौतियां हैं. लोगों को जागरूक होकर अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए और पेड़ लगाने के बाद उनकी देखभाल भी करनी चाहिए.

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि प्रत्येक गांव में 3,100 पौधे लगाने का संकल्प है. जो वृक्ष लगा रहे हैं, वह उनकी ओनरशिप में रहेंगे. वृक्ष लगाना ही मात्र नहीं वृक्ष की देखभाल करना जैसे बच्चों को पालते हैं, उसी तरह वृक्ष को पालना जरूरी है. भविष्य में पर्यावरण को लेकर बहुत सारी चुनौतियां हैं. हमारे जो बाल गोपाल हैं, उनको अच्छा वातावरण मिले, शुद्ध वायु मिले, शुद्ध नदियां मिले, इस तरह का हमारा अभियान है. इसमें बृजवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. यह एक जन आंदोलन है. पूज्य संतों का आशीर्वाद भी मिल रहा है.

वहीं जब ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से पूछा गया कि वृंदावन के कुंभ मेला क्षेत्र में 10 हजार वृक्ष लगाए गए थे, वह सभी सूख गए हैं तो ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वृक्ष लगाना, वृक्षों की देखभाल करना बहुत जरूरी है. केवल वृक्ष लगाकर खानापूर्ति करना ही सब कुछ नहीं है. वृक्ष लगाने के बाद उनको पाल पोस कर अपने बच्चों की तरह बड़ा करना भी अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट है, जो 10 हजार वृक्ष लगाए गए हैं, उनमें पानी आने के कारण दिक्कत आ गई है. उनको रिप्लेसमेंट भी कराएंगे.

Last Updated :Aug 6, 2021, 10:43 PM IST
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