मथुरा: फिल्म अभिनेता अनिल कपूर की वर्ष 2001 में रिलीज हुई फिल्म नायक तो आपने जरूर देखी होगी. नायक फिल्म में अभिनेता अनिल कपूर एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनते हैं और ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हैं. फिल्म में बॉलीवुड स्टार की कार्रवाई से एक तरफ भृष्ट अधिकारियों के पसीने छूट जाते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें आम जनता का समर्थन मिल जाता है. दरअसल, हम आपको कोई फिल्मी कहानी नहीं सुना रहे हैं. बॉलीवुड स्टार अनिल कपूर की तर्ज पर ही मथुरा जिले के छाता तहसील क्षेत्र के निवासी युवक ने सरकार से ऐसी ही अनोखी सर्त रखी है. जिसकी वजह से सरकार के अधिकारियों को कोई जवाब नहीं सूझ रहा है. छाता तहसील क्षेत्र के बिजवारी गांव निवासी राजेश कुमार ने एक प्रदेश सरकार से 1 घंटे का सीएम बनने की मांग की है. ऐसी अजीब सर्त रखने वाले युवक की चारो तरफ चर्चा हो रही है.
जन सुनवाई एप्प पर रखी मांग
राजेश कुमार ने एक घंटे का सीएम बनने के लिए सरकार के जन सुनवाई पोर्टल(IGRS) पर शिकायत की है. सरकारी पोर्टल पर शिकायतों का निस्तारण करने वाले अधिकारी भी इससे चकरा रहे हैं. राजेश कुमार ने 16 अगस्त को यूपी सरकार के जन सुनवाई पोर्टल लिखा कि मुझे 1 दिन के 1 घंटे के लिए सीएम की कुर्सी पर बैठना है. मेरे जीवन का यही लक्ष्य है, कोई मेरी मदद करने के लिए तैयार नहीं है.
मथुरा: फिल्म अभिनेता अनिल कपूर की वर्ष 2001 में रिलीज हुई फिल्म नायक तो आपने जरूर देखी होगी. नायक फिल्म में अभिनेता अनिल कपूर एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनते हैं और ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हैं. फिल्म में बॉलीवुड स्टार की कार्रवाई से एक तरफ भृष्ट अधिकारियों के पसीने छूट जाते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें आम जनता का समर्थन मिल जाता है. दरअसल, हम आपको कोई फिल्मी कहानी नहीं सुना रहे हैं. बॉलीवुड स्टार अनिल कपूर की तर्ज पर ही मथुरा जिले के छाता तहसील क्षेत्र के निवासी युवक ने सरकार से ऐसी ही अनोखी सर्त रखी है. जिसकी वजह से सरकार के अधिकारियों को कोई जवाब नहीं सूझ रहा है. छाता तहसील क्षेत्र के बिजवारी गांव निवासी राजेश कुमार ने एक प्रदेश सरकार से 1 घंटे का सीएम बनने की मांग की है. ऐसी अजीब सर्त रखने वाले युवक की चारो तरफ चर्चा हो रही है.
जन सुनवाई एप्प पर रखी मांग
राजेश कुमार ने एक घंटे का सीएम बनने के लिए सरकार के जन सुनवाई पोर्टल(IGRS) पर शिकायत की है. सरकारी पोर्टल पर शिकायतों का निस्तारण करने वाले अधिकारी भी इससे चकरा रहे हैं. राजेश कुमार ने 16 अगस्त को यूपी सरकार के जन सुनवाई पोर्टल लिखा कि मुझे 1 दिन के 1 घंटे के लिए सीएम की कुर्सी पर बैठना है. मेरे जीवन का यही लक्ष्य है, कोई मेरी मदद करने के लिए तैयार नहीं है.