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चौथे चरण का मतदान: 624 उम्मीदवार मैदान में, मंत्रियों सहित कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

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Published : Feb 22, 2022, 12:05 PM IST

Updated : Feb 23, 2022, 6:58 AM IST

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण का मतदान आज होगा. इस चरण में 9 जिलों की 59 सीटों पर चुनाव होगा. इस चरण में 624 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस बार मंत्रियों सहित कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. 2017 विधानसभा चुनाव में 59 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को 50 सीटें मिलीं थीं. बसपा और कांग्रेस को दो-दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था.

यूपी विधानसभा चुनाव 2022
यूपी विधानसभा चुनाव 2022

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण के लिए आज मतदान होगा. इस चौथे चरण में प्रदेश के 9 जिलों की 59 सीटों पर चुनाव हो रहा है. इन 59 विधानसभा सीटों पर 624 उम्मीदवार सियासी रणभूमि में उतरे हैं. इस चरण में होने वाले चुनाव में कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है तो अपने-अपने गढ़ बचाने की भी चुनौती है. मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. शाम 6 बजे तक मतदान केंद्रों के अंदर पहुंचकर लाइन में लगने वाले सभी को मताधिकार का अवसर मिलेगा. 2017 के विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की 59 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 51 सीट जीतने में सफलता प्राप्त की थी. जबकि समाजवादी पार्टी के खाते में 4 सीटें गईं थीं और कांग्रेस व बसपा के खाते में दो-दो सीट ही आई थी.

दो करोड़ 12 लाख से अधिक मतदाता

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला के अनुसार 5 जनवरी 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार चौथे चरण में कुल 2,12,90,564 (2 करोड़ 12 लाख 90 हजार 564) मतदाता हैं. इसमें 1,14,03,306 पुरुष मतदाता, 98,86,286 महिला मतदाता और 972 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं. उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदान का समय प्रातः 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है.

कई मंत्रियों सहित अन्य नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

चौथे चरण में योगी सरकार के कई मंत्रियों तो अन्य कई बड़े विपक्षी नेताओं की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में भी बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती कांग्रेस के लिए है. योगी सरकार के कानून मंत्री बृजेश पाठक राजधानी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. इसी तरह योगी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल टंडन लखनऊ पूर्व सीट से एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह फतेहपुर की हुसैनगंज विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. भाजपा अपना दल (एस) गठबंधन के अंतर्गत योगी सरकार के राज्यमंत्री जय कुमार जैकी फतेहपुर की बिंदकी की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में वह फतेहपुर की जहानाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार गठबंधन के अंतर्गत सीट बदलकर उन्हें बिंदकी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया जा रहा है.

इसी प्रकार प्रवर्तन निदेशालय से नौकरी छोड़कर आए पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश्वर सिंह राजधानी लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है कि प्रवर्तन निदेशालय की नौकरी छोड़ने के बाद राजनीति में आए और चुनाव लड़ रहे हैं. इसी सीट से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मिश्रा ताल ठोक रहे हैं.

यह भी पढ़ें: राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का रहा है सपा का इतिहास: सीएम योगी

विधानसभा के निवर्तमान उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल हरदोई से चुनाव लड़ रहे हैं. नितिन अग्रवाल पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के बेटे हैं. नितिन अग्रवाल 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और बीजेपी ने उन्हें विधानसभा का उपाध्यक्ष निर्वाचित कराया था. अब एक बार फिर वह चुनाव मैदान में हैं, लेकिन इस बार वह भारतीय जनता पार्टी से जनता से आशीर्वाद मांग रहे हैं.

कांग्रेस को अपना गढ़ बचाने की चुनौती

चौथे चरण में रायबरेली में भी चुनाव हो रहा है, ऐसे में रायबरेली में कांग्रेस पार्टी को अपना गढ़ बचाने की सबसे बड़ी चुनौती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के दो विधायक रायबरेली से निर्वाचित हुए थे. इनमें रायबरेली सदर से कांग्रेस पार्टी की युवा विधायक के रूप में अदिति सिंह चुनाव जीती थीं. अदिति सिंह बाहुबली विधायक रहे दिवंगत अखिलेश सिंह की बेटी हैं और 2017 में वह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव जीती थीं. अब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अदिति सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं. इस बार वह बीजेपी के टिकट पर जनता से आशीर्वाद मांग रहीं हैं. इसके अलावा हरचंदपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर राकेश सिंह चुनाव जीते थे, लेकिन वह भी दलबदल करते हुए अब भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी को अपने ही गढ़ में अपनों से चुनौती मिल रही है.

सपा के मनोज पांडेय की प्रतिष्ठा दांव पर

रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री व निवर्तमान विधायक मनोज पांडे चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को चुनाव मैदान में उतारा है. मनोज पांडे समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं. इस बार ऊंचाहार में चुनावी जंग काफी दिलचस्प है. सभी दल इस चुनावी जंग को जीतने के लिए जी जोर से लगे हुए हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि मनोज पांडे एक बार फिर यहां से निर्वाचित होते हैं या नहीं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा लखनऊ की मध्य सीट से चुनाव मैदान में हैं. इसी तरह समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कई बार के विधायक नरेंद्र वर्मा सीतापुर की महमूदाबाद सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं.

2017 में भाजपा गठबंधन ने जीतीं 51 सीटें तो सपा के खाते में थीं चार

2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो चौथे चरण की इन 59 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को 50 सीटें मिलीं थीं, जबकि भाजपा अपना दल गठबंधन के अंतर्गत अपना दल (एस) को एक सीट पर जीत प्राप्त हुई थी. समाजवादी पार्टी को सिर्फ 4 सीटें ही मिल पाईं थीं. बसपा और कांग्रेस को दो-दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. ऐसे में अब जब 2022 विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान कल बुधवार को होगा तो सभी राजनीतिक दलों को अपना-अपना प्रदर्शन और बेहतर करना होगा.

इन नौ जिलों में चुनाव

चौथे चरण में 9 जिलों में चुनाव हो रहा है. इनमें पीलीभीत, खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर शामिल हैं. चौथे चरण की 59 विधानसभा सीटों में 16 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.

2017 में हुआ था 62.55 फीसदी मतदान

2017 के विधानसभा चुनाव में 59 विधानसभा सीटों पर करीब 62.55 फीसदी मतदान हुआ था. देखना दिलचस्प होगा कि 2022 के विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आज हो रहे चुनाव में जनता कितना मतदान करने के लिए अपने घरों से निकलती है. 2017 के मतदान के आंकड़े को पार कर पाती है या नहीं. इस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं. इस चरण के मतदान में कौन दल कितनी सीटें जीत पाते हैं यह जनता ईवीएम पर बटन दबाकर तय करेगी.

इन 59 विधानसभा सीटों पर मतदान

चौथे चरण का मतदान 59 विधानसभा सीटों पर बुधवार को होगा. इनमें (127) पीलीभीत, (128) बरखेड़ा, (129) पूरनपुर (अ.जा.), (130) बीसलपुर, (137) पलिया, (138) निघासन, (139) गोला गोकरननाथ, (140) श्रीनगर (अ.जा.), (141) धौरहरा, (142) लखीमपुर, (143) कस्ता (अ.जा.), (144) मोहम्मदी, (145) महोली, (146) सीतापुर, (147) हरगांव (अ.जा.), (148) लहरपुर, (149) बिसवां, (150) सेवता, (151) महमूदाबाद, (152) सिधौली (अ.जा.), (153) मिश्रिख (अ.जा.), (154) सवायजपुर, (155) शाहाबाद, (156) हरदोई, (157) गोपामऊ (अ.जा.), (158) साण्डी (अ.जा.), (159) बिलग्राम-मल्लांवा, (160) बालामऊ (अ.जा.), (161) सण्डीला शामिल हैं.

इसी तरह (162) बांगरमऊ, (163) सफीपुर (अ0जा0), (164) मोहन (अ0जा0), (165) उन्नाव, (166) भगवन्तनगर, (167) पुरवा, (168) मलिहाबाद (अ.जा.), (169) बक्शी का तालाब, (170) सरोजनीनगर, (171) लखनऊ पश्चिम, (172) लखनऊ उत्तर, (173) लखनऊ पूर्व, (174) लखनऊ मध्य, (175) लखनऊ कैन्टोनमेंट, (176) मोहनलालगंज (अ.जा.), (177) बछरांवा (अ.जा.), (179) हरचन्दपुर, (180) रायबरेली, (182) सरेनी, (183) ऊंचाहार, (232) तिंदवारी, (233) बबेरू, (234) नरैनी (अ.जा.), (235) बांदा, (238) जहानाबाद, (239) बिन्दकी, (240) फतेहपुर, (241) अयाहशाह, (242) हुसैनगंज एवं (243) खागा (अ.जा.) विधान सभा सीट शामिल हैं.

इन पहचान पत्रों के साथ कर सकेंगे मतदान

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अंतर्गत मतदाता पहचान पत्र के अलावा 12 अन्य पहचान पत्र मतदान के लिए मान्य किए गए हैं. इनमें आधार कार्ड, मनरेगा जाॅब कार्ड, बैंकव डाकघरों द्वारा जारी किए गए फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के अन्तर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड शामिल है.

मतदान की होगी लाइव वेबकास्टिंग

मतदान की मॉनिटरिंग के लिए सभी जगहों में 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. इसकी मॉनिटरिंग जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनोें स्तर पर की जाएगी. इसके साथ-साथ आवश्यकतानुसार वीडियो कैमरे की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है. प्रत्येक मतदान केंद्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है. ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है. चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिए 5595 भारी वाहन, 5773 हल्के वाहन और 1लाख 15 हजार 725 मतदान कमर्चारी लगाए गए हैं.

इतने अफसरों की तैनाती

चौथे चरण के चुनाव में कुल 24,643 मतदेय स्थल और 13,817 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कोविड-19 के खतरे को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिए गए हैं. सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित की गई है. मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 57 सामान्य प्रेक्षक, 9 पुलिस प्रेक्षक तथा 18 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं. इसके अतिरिक्त 1712 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 210 जोनल मजिस्ट्रेट, 105 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 3110 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक और 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं, जोकि क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे.

पैरामिलिट्री फोर्सेज की निगरानी में होगा मतदान

चुनाव आयोग ने निष्पक्ष पारदर्शी चुनाव कराए जाने का दावा करते हुए चाक-चौबंद व्यवस्था की है. आयोग ने दावा किया है कि पैरामिलिट्री फोर्सेज की निगरानी में मतदान की प्रक्रिया सभी 59 विधानसभा क्षेत्रों में संपन्न कराई जाएगी. पूरे मतदान प्रक्रिया की मॉनिटरिंग के लिए अफसरों को भी तैनात किया गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा है कि मतदान निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ कराया जाएगा. पैरा मिलिट्री फोर्सेज की निगरानी में पूरे चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी.

ये भी की गई व्यवस्था

चुनाव में सभी 24 हजार 643 मतदेय स्थलों के लिए मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई है. सभी जनपदों में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की व्यवस्था की गई है, जिससे कि ईवीएम अथवा वीवीपैट में किसी समस्या की स्थिति में तत्काल उसका निस्तारण कराया जा सके.

दिव्यांगजन मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर और जगह-जगह पर वाॅलंटियर की व्यवस्था की गई है, जोकि दिव्यांगजन मतदाताओं की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे. इस चरण में कुल 641 आदर्श मतदान केंद्र तथा 129 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाए गए हैं. इस चरण में कुल 874 आदर्श मतदान केंद्र तथा 142 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी मतदाताओं से अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए मतदान करने की अपील की है.

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Last Updated : Feb 23, 2022, 6:58 AM IST
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