ETV Bharat / state

यूपी की राजनीति में छोटे दलों ने मचाई उथल-पुथल, बड़ी पार्टियों को अपने इशारे पर नचाया

author img

By

Published : Dec 24, 2021, 3:50 PM IST

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के मद्देनजर 2021 में छोटे दलों ने यूपी की राजनीति में खूब उथल-पुथल मचाई. आइए जानते हैं कि सपा, कांग्रेस और भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के लिए कौन से दलों से गठबंधन किया है.

2021 में यूपी की राजनीति.
2021 में यूपी की राजनीति.

लखनऊः वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश में छोटे राजनीतिक दलों की जैसी लॉटरी ही लग गई है. बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) ने इनकी कीमत बढ़ा दी है. वर्ष 2021 में इन छोटे दलों ने यूपी की राजनीति में खूब उथल-पुथल मचाई. सिर्फ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) या कांग्रेस (Congress) ही नहीं बल्कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) तक को नचाया.

ओम प्रकाश राजभर ने 2021 में प्रदेश की राजनीति को खूब गरमाया. वह भाजपा का साथ छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए. चंद्रशेखर की भीम आर्मी ने बहुजन समाज पार्टी के कोर वोटर और विशेषकर युवाओं में सेंध लगाई. अससुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) भी अपनी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) को लेकर यूपी की राजनीति में उतर आए हैं. महान दल, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) और अपना दल (कमेरावादी) जैसे संगठनों के साथ मोर्चा बनाते नजर आए.

यूपी में अपना खाता खोलने को बेचैन आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party ) भी मैदान में कूद पड़ी. शुरुआत में अकेले चुनावी दांव खेलने का दंभ भरा. बीच में साइकिल की सवारी करने की कोशिश भी की लेकिन, बात नहीं बन पाई. दिसम्बर आते आते झाड़ू अकेली हो गई.

यह रही है छोटे दलों की राजनीति
विधानसभा चुनाव 2017 में उत्तर प्रदेश में छोटे दलों की संख्या करीब 474 रही. करीब 289 पार्टियों 2017 के चुनावी मैदान में उतरीं थी. जिसमें, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को छोड़कर सभी छोटे दल रहे. पिछले चुनावों में 10 से 12 प्रतिशत तक वोटर इनके माध्यम से प्रभावित होता रहा है. जानकारों की मानें तो इन पार्टियों के पास जिताऊ कैंडिडेट्स भले ही न रहे हों लेकिन इनके जातिगत और सामाजिक प्रभाव के कारण सभी बड़े दल इन्हें गले लगाने को आतुर नजर आए.

सपा ने छोटे दलों से गठबंधन का दिया संकेत
समाजवादी पार्टी ने तो साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव 2022 में वह छोटे राजनीतिक दलों के सहारे ही मैदान में उतरने जा रहे हैं. वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने अनुप्रिया पटेल के अपना दल (एस) और ओम प्रकाश राजभर के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का साथ लिया. जिससे भाजपा सत्ता में आ गई. भाजपा का यह फार्मूला अब सभी बड़े दलों को समझ में आया है. ऐसे में 2022 के चुनावों (UP Election 2022) को देखते हुए एक साल पहले ही जोड़ने और तोड़ने का खेल शुरू हो गया. वर्तमान में अपना दल और निषाद पार्टी भाजपा के साथ है.


ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा को दिया झटका
2021 में सबसे बड़ा झटका ओम प्रकाश राजभर ने दिया. इनका प्रभाव पूर्वांचल के करीब 2 दर्जन जिलों पर है. 2017 में भाजपा के साथ मिलकर आठ सीटों के लिए चुनाव लड़ा और चार पर जीत हासिल की. ओमप्रकाश को मंत्री पद भी मिला लेकिन उनके बगावती तेवरों के चलते दोस्ती लम्बी नहीं चल पाई. 2021 में राजभर ने समाजवादी पार्टी का दामन थामने की घोषणा कर दी.

जयंत चौधरी ने सपा से मिला हाथ
राष्ट्रीय लोकदल (RLD) का प्रभाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है. मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, जेपी नगर, रामपुर, आगरा, अलीगढ, मथुरा, फिरोजाबाद, महामायानगर, एटा, मैनपुरी, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर हैं. अजीत सिंह के देहांत के बाद पार्टी की कमान जयंत चौधरी के पास है. वह 2022 के चुनाव (UP Election 2022) के लिए समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिला चुके हैं.

ओवैसी ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का किया ऐलान
ओवैसी भी इस साल यूपी के चुनावी मैदान में अपनी पार्टी को लेकर कूदे हैं. सितम्बर, अक्तूबर, नवम्बर 2021 में यह काफी सक्रिय नजर आए. उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. इसके अलावा, वह पांच दलों के साथ मिलकर मोर्चा तक बनाने का ऐलान कर चुके हैं. इनमें, महान दल, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), अपना दल (कमेरावादी) तक शामिल हैं.

यूपी की राजनिति में ये पार्टियां उभरीं
गौरतलब है कि निषाद पार्टी, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) और आजाद समाज पार्टी के साथ अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस, इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल, कौमी एकता दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, अपना दल, महान दल, पीस पार्टी, राष्ट्रवाद कम्युनिस्ट पार्टी, स्वराज दल, प्रगतिशील मानव समाज पार्टी जैसे छोटे दल उत्तर प्रदेश की राजनीति में उभर कर सामने आए हैं. वहीं, इस बार भारतीय समाज पार्टी ने 08 छोटे दलों का भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है. इसमें असुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, भारतीय वंचित पार्टी, जनता क्रांति प्राटी, राष्ट्र उदय पार्टी और अपना दल (के) शामिल है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.