लखनऊ: पुलिस कमिश्नरेट में बुधवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की ओर से दो एसपी समेत सालों से एक ही थाना पर जमे हुए 5 इंस्पेक्टर के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया है. इसके साथ ही एक कोतवाल को लाइन हाजिर भी किया गया है. सूत्रों द्वारा इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर करने के पीछे का कारण पुलिस की छवि को धूमिल करना बताया जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की ओर से अपर पुलिस उपायुक्त मध्य चिरंजीवी नाथ सिन्हा को पश्चिमी जोन भेजा गया है, तो वहीं पश्चिमी अपर पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव को मध्य जोन की कमान सौंपी गई है. इसके साथ ही लखनऊ में 6 इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर किये गए हैं. गुडंबा थाना प्रभारी फरीद अहमद लाइन हाजिर किये गए हैं. विश्वजीत सिंह चौक कोतवाली से ठाकुरगंज थाना प्रभारी बनाये गए. ठाकुरगंज थाना प्रभारी सुनील कुमार दुबे को गौतमपल्ली प्रभारी बनाया गया. गौतमपल्ली थाना प्रभारी रतनेश सिंह को चौक कोतवाली का प्रभारी बनाया गया. एडिशनल इंस्पेक्टर गौतमपल्ली शमीम खान को नगराम थाने का चार्ज मिला है. नगराम थाना प्रभारी मोहम्मद अशरफ को गुडंबा थाना प्रभारी बनाया गया है. वहीं गुडंबा इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए पुलिस लाइन भेजा गया है. पुलिस सूत्रों की मानें तो गुडंबा कोतवाल फरीद अहमद के खिलाफ आये दिन पुलिस अधिकारियों को शिकायत मिल रही थी. इसमें ज्यादातर जमीन कब्जेदारी व लोगों से सांठगांठ कर धन उगाही के मामले शामिल हैं. सूत्र बताते हैं कि इंस्पेक्टर फरीद अहमद के खिलाफ लगभग एक माह से जांच भी चल रही है. इसको देखते हुए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की ओर से इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया है.