यूपी में मिशन शक्ति के तीसरे चरण का शुभारंभ, लाभार्थी महिलाएं सम्मानित

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Published : Aug 21, 2021, 9:58 AM IST

Updated : Aug 21, 2021, 2:03 PM IST

यूपी में मिशन शक्ति के तीसरे चरण की शुरुआत आज

महिला बीट पुलिस अधिकारियों को भी तैनाती दी जाएगी. वहीं, 84.79 करोड़ की लागत से 1286 थानों में पिंक टॉयलेट बनाया जाएगा. इतना ही नहीं, महिला पुलिसर्मी, जो अपने बच्चों को किसी और के भरोसे छोड़ अपनी ड्यूटी करने आती हैं, उनके लिए भी अब पुलिस लाइन में बालवाड़ी क्रेच बनाए जाएंगे. महिला बटालियनों के लिए 2,982 पदों पर विशेष भर्ती की जाएगी.

हैदराबाद : उत्तर प्रदेश की महिलाओं व बेटियों को स्वावलंबी बनाने, सुरक्षा के प्रति उन्हें जागरूक करने व महिला सशक्तीकरण आदि लक्ष्यों के साथ मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण का शनिवार को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुभारंभ हुआ. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुख्य रूप से उपस्थित रहे. कार्यक्रम में पहले और दूसरे चरण में बेहतर प्रदर्शन करने वाली 75 महिलाओं को सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह कार्यक्रम सभी 75 जिलों में आयोजित किया जा रहा है. केंद्र की मोदी सरकार ने बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ, जनधन योजना से लेकर पीएम आवास योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण किया है. उसी के अनुरूप राज्य सरकार ने कदम उठाया.

कहा, '2017 में हमारी सरकार आई. उससे पहले प्रदेश की स्थिति के बारे में सबको पता है. महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया गया. मिशन शक्ति के दो चरण पूरे हुए हैं. प्रदेश में डेढ़ लाख पुलिस की भर्ती हुई है. हमने सुनिश्चित किया है कि उनमें 20 फीसदी महिलाओं की नौकरी मिले'. कहा कि सरकार ने 10 हजार महिला पुलिस कर्मियों को बीट का प्रभारी बनाया है.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि गुजरात में शिक्षा मंत्री रहते हुए आनंदी बेन पटेल ने बच्चियों को स्कूल लाने के लिए विशेष अभियान चलाया था. साल में एक बार बच्चियों को हाथी, ऊंट पर बिठाकर लाया जाता था. वह आनंदी बेन आज सबसे बड़े राज्य की राज्यपाल हैं. पीएम मोदी उस वक्त मुख्यमंत्री थे. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री रहते हुए भी महिलाओं को केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं.

एनडीए की परीक्षा में महिलाओं को शामिल होने की छूट दी गयी है. मंत्रिमंडल विस्तार में भी महिलाओं को मजबूत स्थान दिया है. महिलाओं को जब मौका और प्रोत्साहन मिलता है तो वे उसे निभाने में पीछे नहीं रहतीं. निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खूब तारीफ की. कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य के सभी 75 जिलों में दो-दो बार गए हैं. विकास कार्य से लेकर कानून व्यवस्था को ठीक करने का काम किया है.

इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने महिलाओं से अपील की कि सभी बहनें आज संकल्प लें कि बच्चियों का बाल विवाह नहीं करेंगी. पीएम मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए हर घर शौचालय और हर गांव में स्कूल शुरू करने का अभियान चलाया. वह प्रधानमंत्री बने तो भी उन्होंने देश में इस अभियान को आगे बढ़ाया. पहले बहुत सी सरकारें रहीं लेकिन किसी ने महिलाओं के लिए इतनी गंभीरता से काम नहीं किया. आज केंद्र में मोदी और राज्य में योगी सरकार ने महिलाओं के लिए काम किया. आज गांव में 50 फीसदी महिलाएं प्रधान के रूप में काम कर रही हैं. उन महिलाओं को अपने गांव को बेहतर बनाने के लिए संकल्प लेना होगा. हर महिला अपनी सुरक्षा कवच बने.

29.68 लाख महिलाओं के खातों 451 करोड़ रुपये हस्तांतरित

इस दौरान इस अभियान के पहले व दूसरे चरण में किए गए उल्लेखनीय कार्य करने वाली 47 जिलों की 75 महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को मिशन शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 29.68 लाख महिलाओं के खातों 451 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए. साथ ही 1.73 लाख से अधिक नए लाभार्थियों को भी इस योजना से जोड़ा गया.

59 हजार ग्राम पंचायत भवनों में बने मिशन शक्ति कक्ष
बता दें कि सीएम कन्या सुमंगला योजना के तहत भी आज 1.55 लाख लड़कियों के अकाउंट में 30.12 करोड़ रुपये भेजे गए. वहीं, अपने क्षेत्र की 75 वीरांगनाओं को सम्‍मानित किया गया. इसके अलावा, 59 हजार ग्राम पंचायत भवनों में मिशन शक्ति कक्ष की शुरुआत की गई. कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद रहे. निदेशक महिला कल्याण मनोज राय ने बताया कि मिशन शक्ति के तीसरे चरण में महिलाओं को रोजगार के मुख्यधारा से जोड़ने पर फोकस किया गया.

1286 थानों में बनेंगे पिंक टॉयलेट
योजना के तहत महिला बीट पुलिस अधिकारियों को भी तैनाती दी जाएगी. वहीं, 84.79 करोड़ की लागत से 1286 थानों में पिंक टॉयलेट बनाया जाएगा. इतना ही नहीं, महिला पुलिसर्मी, जो अपने बच्चों को किसी और के भरोसे छोड़ अपनी ड्यूटी करने आती हैं, उनके लिए भी अब पुलिस लाइन में बालवाड़ी क्रेच बनाए जाएंगे. महिला बटालियनों के लिए 2,982 पदों पर विशेष भर्ती की जाएगी.

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दुग्ध उत्पादन की नई कंपनियां होंगी स्थापित

निदेशक के मुताबिक मिशन शक्ति का तीसरा चरण खास होगा. बालिनी दुग्ध उत्पादक कंपनी की तर्ज पर नई कंपनियां स्थापित होंगी. रायबरेली, सुल्तानपुर, अमेठी, सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर, बलिया, गाजीपुर, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और रामपुर जिलों में भी ऐसी इकाइयां स्थापित की जाएंगी. इसके साथ ही दिसंबर तक एक लाख नए स्वयं सहायता समूह बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है.

इन महिलाओं का सम्मान

लखनऊ : डॉ. सीमा मल्होत्रा (चिकित्सक), सीतू (सफाईकर्मी), प्रो. विनीता अग्रवाल (पीजीआई), मिनीमाल अब्राहम (नर्स), कामिनी कपूर (नर्स), विजी नायर (नर्स), मोनिका यादव (पुलिस उपाधीक्षक), रूचिता चौधरी (पुलिस उपायुक्त), विदिशा सिंह (अपर सचिव), तृप्ता शर्मा (स्वयं सहायता समूह) व डॉ. अल्का सिंह (शिक्षिका) . रायबरेली : पूजा चौहान (आरक्षी). बलरामपुर : प्रगति श्रीवास्तव (सहायक अध्यापिका). अंबेडकरनगर : डॉ. तारा वर्मा (प्रधानाध्यापिका). बहराइच : अर्चना सिंह (लेखपाल). सीतापुर : लालिमा वर्मा (लैब टेक्निशियन). कानपुर देहात : रति वर्मा (प्रधानाचार्य). महोबा : यशोदा देवी (स्वयं सहायता समूह). सोनभद्र : नजरानी देवी (स्वयं सहायता समूह). लखीमपुर : कमला (सहकारी समिति) व पूनम देवी (स्वयं सहायता समूह). जालौन : सुमन यादव (प्रधानाचार्य). बस्ती : मानवी सिंह (सहायक अध्यापिका) व हिमांसी श्रीवास्तव (स्वास्थ्य कर्मी). गाजियाबाद : डॉ. सुरूचि (माइक्रोबायलॉजिस्ट) व सुधा रानी कटियार (प्रधानाचार्य). भदोही : डॉ. सरोज गुप्ता (प्रवक्ता). मिर्जापुर : डॉ. दीप्ति (चिकित्सक). शाहजहांपुर : डॉ. मीनू अवस्थी (चिकित्सक). बागपत : डॉ. दीपा सिंह (चिकित्सक). शामली : डॉ. शाहिस्ता नाज (एपिडेमियोलॉजिस्ट). सिद्धार्थनगर : शीला चौरसिया (स्टाफ नर्स). गोरखपुर : डॉ. श्वेता पांडेय (चिकित्साधिकारी) व शिप्रा सिंह (प्रवक्ता). अयोध्या : प्रीति तिवारी (आरक्षी) व नीतू राणा (नर्स). बरेली : नीता अहिरवार (उप निदेशक व उप मुख्य परवीक्षाधिकारी) व नम्रता वर्मा (सहायक अध्यापक). वाराणसी : निरुपमा सिंह (संरक्षण अधिकारी), डॉ. पुष्पा सिंह (वरिष्ठ चिकित्साधिकारी), गीता देवी व भगवानी देवी (स्वयं सहायता समूह). मुरादाबाद : शिखा गुप्ता (ट्रस्टी) व कृष्णा गोसाई (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता). रामपुर : मनीषा यादव (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता). देवरिया : नीरज पांडेय (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता). गाजीपुर : अंजु कुशवाहा (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता). आगरा : नीरज बाला कुलश्रेष्ठ (एएनएम), कमर सुल्ताना (निरीक्षक) व नीलम सिरसा (स्वयं सहायता समूह). इटावा : उर्वशी दीक्षित (नर्स) व यशोदा रानी (उपनिरीक्षक). प्रतापगढ़ : सुमन मिश्रा (आशा कार्यकर्ता). प्रयागराज : सविता पाल (आशा कार्यकर्ता) व प्रमिला कुमारी (स्वयं सहायता समूह).

इनके अलावा ..

मेरठ : डॉ. उर्मिला कार्या (चिकित्सक) व शर्ली भंडारी (नर्स). कानपुर नगर : प्रतिमा सचान (नर्स) और राजपति (साधन सहकारी समिति). सहारनपुर : पूनम सैनी (ग्राम प्रधान). कौशांबी : रितु तिवारी (उपनिरीक्षक). हाथरस : नीता वीर सिंह ( प्रभारी निरीक्षक). महराजगंज : शालिनी (किसान व स्वयं सहायता समूह). जौनपुर : प्रीति श्रीवास्तव (सहायक अध्यापिका). ललितपुर : कोमा सहरिया (वनवासी सेवाश्रम). हरदोई : कुसुम जौहरी (सर्वोदय आश्रम) व रूबी नाज (स्वयं सहायता समूह). बुलंदशहर : प्रीति (स्वयं सहायता समूह). बलिया : प्रतिमा उपाध्याय (प्रधानाध्यापक). फतेहपुर : आशिया फारूकी (प्रधानाध्यापक). कासगंज : किरनलता (लेखपाल). फिरोजाबाद : रिंकी सिंह (आरक्षी). संतकबीरनगर : गौरी शुक्ला (उप निरीक्षक). आजमगढ़ : नीलम प्रजापति (स्वयं सहायता समूह).

Last Updated :Aug 21, 2021, 2:03 PM IST
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