लखनऊ: लॉकडाउन खत्म होने के बाद बस स्टेशन पर यात्रियों का आवागमन शुरू हो जाएगा, जिससे कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए रोडवेज प्रशासन बड़े बस स्टेशनों पर हैवी ड्यूटी ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनर सेंसर कैमरा लगाने की तैयारी कर रहा है, रोडवेज मुख्यालय पर इस कैमरे का ट्रायल भी शुरू हो चुका है. यहां पर एक कैमरा लगाया गया है जो हेडक्वार्टर पर आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की मॉनिटरिंग कर रहा है. ट्रायल सफल होते ही बस स्टेशनों पर इस तरह के कैमरे लगाए जाएंगे. इस कैमरे की खासियत के बारे में पेश है 'ईटीवी भारत' की रिपोर्ट.
इस हैवी ड्यूटी ऑटोमेटिक थर्मल स्कैनर सेंसर कैमरे की खासियत ये है कि इससे यात्रियों के शरीर के तापमान को आसानी से मापा जा सकेगा. इसके अलावा जिन बस स्टेशनों पर पैसेंजर्स का प्रेशर पांच हजार से ज्यादा होता है, वहां हैवी ड्यूटी ऑटोमेटिक तापमान मापने के लिए सेंसर बेस्ड टेम्परेचर मेजरिंग कैमरे लगेंगे.
ये कैमरे प्रति सेकेंड 30 लोगों के तापमान का मापन कर सकते हैं, जिन व्यक्तियों का तापमान सामान्य से अधिक होगा, ये कैमरा तत्काल सक्रिय हो जाएगा. यह कैमरा ऐसे व्यक्तियों की तस्वीरें क्लिक करने के साथ ही अलार्म बजाकर और रेड लाइट के माध्यम से अलर्ट करेगा.
हेडक्वार्टर पर लगे इस तरह के कमरे से हर रोज तमाम अफसरों और कर्मचारियों का तापमान मापा जा रहा है. कैमरे में भविष्य में एक और फीचर जोड़ने का प्लान बन रहा है, जिसमें मास्क न लगाने पर कैमरा एक्टिव हो जाएगा और अलार्म दे देगा.
बस स्टेशनों पर हम एक नई टेक्नोलॉजी के बारे में सोच रहे हैं, जहां पर थर्मल स्कैनिंग की जा सके, जहां पर बॉडी का तापमान मापा जा सके. बस स्टेशनों पर 2000 से लेकर 20000 लोग आते हैं. यहां पर ऐसी टेक्नोलॉजी चाहिए थी, इसलिए यहां पर सेंसर बेस्ड कैमरे लगाए जाएंगे.
डॉ. राजशेखर, एमडी, यूपीएसआरटीसी
इस कैमरे की सबसे बड़ी खूबी यह है कि एक साथ एक ही बार में 20 से 30 लोगों की स्कैनिंग कर लेगा.अलग-अलग तापमान को अलग-अलग कलर्स के हिसाब से आईडेंटिफाई करता है. ग्रीन दिखाई देने पर ओके हैं. ब्लू दिखाई देने पर नियर लोअर रेंज है. अगर किसी का तापमान ज्यादा होगा दिए हुए तापमान से तो रेड जोन में आ जाएगा.
यतींद्र कुमार,कंपनी प्रतिनिधि