लखनऊ: यूपी विधान परिषद चुनाव में सपा उम्मीदवार कीर्ति कोल का नामांकन पत्र खारिज हो गया है. आज विधानसभा सचिवालय में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कीर्ति कोल के नामांकन पत्र को खारिज करने की कार्रवाई की गई. विधानसभा के विशेष सचिव व रिटर्निंग अफसर ब्रज भूषण दुबे के अनुसार नामांकन पत्र में सपा उम्मीदवार कीर्ति कोल ने अपनी आयु 28 वर्ष लिखी थी. यूपी विधान परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए. जिसके चलते सपा प्रत्याशी कीर्ति कोल का नामांकन पत्र खारिज करने की कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही बीजेपी के यूपी विधान परिषद उम्मीदवार धर्मेंद्र सिंह सैंथवार व निर्मला पासवान निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि यूपी विधान परिषद की रिक्त हुई 2 सीटों के निर्वाचन की प्रक्रिया के अंतर्गत सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के दो उम्मीदवार धर्मेंद्र सिंह सैंथवार व निर्मला पासवान ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. सपा उम्मीदवार कीर्ति कोल ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. यहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के राजनीतिक समझ को लेकर भी सवाल उठे कि जब उनके पास विधायकों की संख्या विधान परिषद उम्मीदवार को जिताने भर की नहीं है तो ऐसे में उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रत्याशी क्यों खड़ा किया.
सवाल यह भी उठे कि नामांकन के अवसर पर वह सपा उम्मीदवार कीर्ति कोल के साथ विधानसभा नहीं पहुंचे, जबकि अखिलेश यादव राजधानी लखनऊ में ही मौजूद रहे. वहीं अगर चुनाव की प्रक्रिया होती भी तब भी सपा उम्मीदवार कीर्ति कोल का विधान परिषद सदस्य निर्वाचित होना आसान नहीं था. आज नामांकन पत्रों की जांच के दौरान नामांकन पत्र खारिज हो गया. ऐसे में अब भारतीय जनता पार्टी के दोनों उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे.
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