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एटा का अष्टधातु घंटा पहुंचा अयोध्या, राम मंदिर ट्रस्ट को किया समर्पित

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 9, 2024, 6:22 PM IST

Updated : Jan 10, 2024, 6:09 AM IST

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर 2024 (Ram Mandir 2024) में देश भर से जिलों की प्रसिद्ध वस्तुओं को भेट स्वरूप भेजा जा रहा है. इसी कड़ी में एटा से अष्टधातु का बना 25 टन वजनी घंटा अयोध्या पहुंचा. घंटे को राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया. वहीं, काशी में तैयार किया गया राम नाम का दीया 22 जनवरी को जलाया जाएगा.

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एटा का अष्टधातु घंटा पहुंचा अयोध्या

लखनऊ: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को है. प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. भगराम राम को अर्पण करने के लिए देश भर से वस्तुओं को अयोध्या भेजा जा रहा है. पूजा पाठ के लिए काशी के प्रसिद्ध विद्वानों को बुलाया गया है. वहीं, एटा से अष्टधातु का बना 25 टन वजनी घंटा अयोध्या पहुंच गया है. घंटे को राम मंदिर ट्रस्ट को समर्पित कर दिया गया है. यह विशाल घंटा अपने आप में अद्भुत है और इससे निकलने वाली ध्वनि काफी दूर तक सुनाई देगी.

एटा से भेजा गया अष्टधातु का बना घंटा

एटा की घंटी और घुंघरू के शहर जलेसर में राम मंदिर 2024 के लिए अष्टधातु का बना 24 से 25 टन वजनी घंटा अयोध्या भेजा गया. घंटे को भेजने के लिए विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों के माध्यम से जिले के जलेसर से शोभायात्रा की शुरुआत की गई थी. यह शोभायाभा अवागढ़, निधौली कला, पिलूआ, एटा, धुमरी, जैथरा, अलीगंज होते हुए अयोध्या के लिए सोमवार देर रात रवाना कर दी गई थी. 22 जनवरी को राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से पहले यह घंटा स्थापित किया जाएगा. इस घंटे की अनुमानित लागत 25 लाख रुपये बताई जा रही है. वहीं, फैक्ट्री के मालिक आदित्य मित्तल ने मीडिया को बताया कि यह उनके परिवार और ज़िले के लिए बड़े ही गर्व की बात है कि जलेसर एटा का बना घंटा राम मंदिर (अयोध्या) में स्थापित होगा. जब भी कोई मंदिर में प्रवेश करेगा तो एटा को याद करेगा. वहीं, डीएम प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि सीएम योगी ने जलेसर में घुंघरू और घंटे को ओडीओपी में शामिल किया है. तब से लगातार व्यापार उद्योग बड़ रहा है. समूचे भारत में यहां से बने घंटे मंदिरों में स्थापित किए जा चुके हैं.

एटा से अयोध्या भेजा गया अष्टधातु का घंटा

अष्टधातु से बना घंटा एटा के रास्ते होते हुए फर्रुखाबाद कायमगंज सीमा पर पहुंचा. यहां भाजपा और तमाम हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शोभायात्रा का स्वागत किया. कायमगंज नगर के ट्रांसपोर्ट चौराहे पर कायमगंज ब्लॉक प्रमुख पति अरुण दुबे के नेतृत्व में भाजयुमो पूर्व नगर अध्यक्ष देवेंद्र दुबे ने यात्रा का स्वागत किया. देर रात भाजपा कार्यकर्ताओं और युवाओं ने ढोल नगाड़े एवं आतिशबाजी चलाकर हर्ष व्यक्त किया. सांसद मुकेश राजपूत ने पत्रकारों से कहा कि फर्रुखाबाद के पड़ोसी जनपद एटा के जलेसर कस्बे में निर्मित हुए अष्टधातु के घंटे को अयोध्या के नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में स्थापित किया जा रहा है. जोकि फर्रुखाबाद से होकर अयोध्या पहुंचेगा.

वाराणसी में जलेगा राम नाम का दीया

वाराणसी में बाकायदा राम नाम का दीया तैयार किया गया है. इसकी खास बात ये है कि दीया गंगा की मिट्टी से तैयार किया गया है. साथ ही कुमकुम और चंदन का प्रयोग कर दीये को रंगा गया है. वाराणसी में 22 तारीख को दीपोत्सव मनाने के लिए अनोखा दीया तैयार किया गया है. इस दीये को काशी की बेटियों ने बनाया है. काफी मेहनत के बाद यह दीया तैयार किया गया है. पूजा ने बताया कि बच्चों का मन था कि हमारे यहां विश्वास से एक लौ जलाएं, जिसकी रौशनी अयोध्या तक जाए. इसी को सोचते हुए यह दीया तैयार किया है.

काशी में तैयार किया गया राम नाम का दीया

उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा व्यक्ति बार-बार मिले. इस दीये को बनाने में 10 से 12 दिन लगे हैं. क्योंकि, बीच में मौसम भी बहुत खराब था और बार-बार बच्चियों को गंगाजी भेजते थे, मिट्टी मंगवाते थे. बताया कि उद्देश्य ये था कि बहुत ही पारंपरिक और स्वच्छ तरीके से ये दीया तैयार हो जाए. ये दीया सूख नहीं रहा था तो घबराहट थी. बच्चे भी थोड़े से परेशान हो गए थे. कहा कि इसमें श्रीराम का नाम लिख दीजिए. दीया अपने आप रूप ले लेगा. बच्चों ने इस पर श्रीराम का नाम लिखा. थोड़े समय बाद दीया सूखना शूरू हो गया. यह दीया पांच फुट लंबा और साढ़े चार फुट चौड़ा है. साथ ही डेढ़ फुट इस दीये की ऊंचाई रखी गई है. इसमें कोई और पदार्थ प्रयोग नहीं किया गया है. इससे बड़ा दीया बनाते तो टूटने का डर था. 100 लीटर के ऊपर इस दीये में घी लगेगा. सबसे अच्छी बात ये है कि जिन बच्चियों ने इसे बनाया है वे अपने घर से शुद्घ घी उसी दिन लेकर आएंगी. मुझे लगता है कि 10 से 12 दिन तक यह दीया जलेगा ही.

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Last Updated :Jan 10, 2024, 6:09 AM IST
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