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विधानमंडल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ना चाहिए: रामनाथ कोविंद

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Published : Jun 5, 2022, 10:01 PM IST

Updated : Jun 6, 2022, 1:51 PM IST

यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र को सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया. यहां उन्होंने विधानमंडल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ने पर ज़ोर दिया.

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

लखनऊ: यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र को सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधित किया. यहां उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा में महिला सदस्यों की 47 है, जो कि कुल सदस्यों 403 का 12% है. वहीं, विधान परिषद में कुल 100 सदस्यों में महिलाओं की संख्या सिर्फ पांच है. महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपी की 20 करोड़ से अधिक की आबादी से एकता में अनेकता दिखती है. यूपी की हर यात्रा से मुझे जन्मस्थली से जुड़ने और मित्रों से मिलने का सौभाग्य मिलता है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे पैतृक गांव गए और मेरे गांव के लोगों से बातचीत की. कहा कि यूपी आने से प्रियजनों से मिलने का अवसर मिला. बाबा काशी विश्वनाथ के मैंने दर्शन पूजन भी किए. राष्ट्रपति ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि लोकसभा के सर्वाधिक सदस्य उत्तर प्रदेश से ही चुने जाते रहे हैं. देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्तर प्रदेश से ही चुनकर पीएम बने हैं.

उन्होंने कहा कि पहली महिला प्रधानमंत्री का श्रेय उत्तर प्रदेश को ही जाता है इंदिरा गांधी उत्तर प्रदेश से ही निर्वाचित होकर देश के प्रधानमंत्री बनी थी उत्तर प्रदेश से स्वाधीनता संग्राम का भी लंबा इतिहास है. स्वाधीनता सेनानी भी काफी हुआ करते थे. महिलाओं के वेतन के मामले में अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश में मजबूत है. खाद्यान्न उत्पादन गन्ना दुग्ध उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश का अग्रणी स्थान है.

महामहिम ने कहा कि देश में एयर कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी उत्तर प्रदेश की स्थिति काफी बेहतर है. गोरखपुर प्रवास के दौरान लाइट एंड साउंड कार्यक्रम देखा जिससे मन काफी खुश है. उत्तर प्रदेश में क्रांतिवीरों की सूची इतनी लंबी है कि किसी एक संबोधन में सबको याद नहीं किया जा सकता. जनसेवा सबसे महत्वपूर्ण कार्य है. हर व्यक्ति के हित में काम करना, आपकी संवैधानिक जिम्मेदारी है.

राष्ट्रपति ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, मुलायम सिंह यादव के योगदान को भी याद करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास में उनका भी उल्लेखनीय योगदान है. राजनीतिक विचारधारा अलग अलग हो सकती है, लेकिन प्रदेश के विकास में सबका योगदान रहा है. संत कबीर नगर का प्रवास मेरे लिए एक तीर से जैसा प्रवास रहा है. मैं वाराणसी प्रवास पर गया था वहां की गलियां देखकर काफी खुशी हुई 1916 में महात्मा गांधी ने सकरी गलियों को लेकर टिप्पणी भी की थी. उसे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने ठीक करने का काम किया है.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्वस्थ राजनीति को बढ़ाना है. दोनों पक्षों में वैमनस्य भाव नहीं होना चाहिए. सदन में पूर्व में अगर अमर्यादित व्यवहार हुआ है, तो उसे भुलाना चाहिए और सदन की कार्यवाही से भी हटाया जाना चाहिए. इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि यूपी विधानमंडल ने देश को कई महान विभूतियां दी हैं और देश के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश से बड़े पदों पर पहुंचे हैं. हमें अपने गणतंत्र पर गर्व है.

राष्ट्रपति का कानपुर देहात से होना यूपी के लिए गौरव की बात: सीएम योगी
राष्ट्रपति के संबोधन से पहले योगी ने विधानमंडल को संबोधित किया. नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए ये गौरव की बात है कि राष्ट्रपति कानपुर देहात के परौंख गांव में जन्मे हैं. कानपुर यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की. एक साधारण परिवार में जन्म लेने के बाद देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचना, यह भारत के लोकतंत्र के लिए गर्व की बात है.

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भेदभाव समाप्त किए बिना आजादी का कोई मतलब नहीं : अखिलेश
सत्र में सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानमंडल को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि बिना भेदभाव खत्म हुए आजादी का कोई मतलब नहीं है. भले ही कोई कितने बड़े पद पर पहुंच गया हो, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता है कि उसने भेदभाव का सामना न किया हो. भेदभाव खत्म होना चाहिए.

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Last Updated : Jun 6, 2022, 1:51 PM IST
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