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अस्पतालों में वायरल के मरीज हुए कम, सर्दी-जुखाम, बुखार ठीक न होने पर लें चिकित्सकों की सलाह

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Published : Apr 8, 2023, 4:13 PM IST

राजधानी के अस्पतालों में इन दिनों वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हुई है. अस्पतालों की ओपीडी में इस समय लीवर, किडनी व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज आ रहे हैं.

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सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव

लखनऊ : प्रदेश भर में वायरल का प्रकोप काफी ज्यादा चल रहा था. ज्यादातर लोग वायरल बुखार से पीड़ित होकर शरीर दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन इन दिनों अस्पतालों में वायरल बुखार के मरीज कम हुए हैं. अस्पताल में इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि 'नवरात्रि के बाद हेल्दी सीजन माना जाता है, लेकिन जैसे ही गर्मी शुरू होगी, उसके बाद मौसम में परिवर्तन होगा. इस समय अस्पताल में इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या कम है. इस समय अस्पताल की ओपीडी में लीवर, किडनी व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज आ रहे हैं.'

सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एस देव ने बताया कि 'इस समय वायरल बुखार यानी कि इन्फ्लूएंजा एच3एन2 से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है. बीते एक सप्ताह पहले अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा से ही पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई थी. इसको लेकर प्रदेश सरकार ने भी अलर्ट जारी किया था. कहा था कि तमाम व्यवस्थाएं अस्पताल में स्थापित की जाएं, ताकि गंभीर मरीज को पूरा इलाज मुहैया हो सके. यहां तक कि अस्पताल में इन्फ्लूएंजा के लिए भी 10 बेड आरक्षित किए गए थे. अस्पताल की ओपीडी में इस समय हर तरह के मरीज आ रहे हैं.' उन्होंने कहा कि 'इस महीने को सबसे हेल्दी मौसम माना जाता है. इस महीने में ज्यादातर सभी लोग ठीक रहते हैं, तंदुरुस्त रहते हैं. इस समय वायरल बुखार के मरीजों की संख्या भी कम है. ज्यादातर लोग सर्दी, जुखाम, खांसी से परेशान हैं. इस तरह की सर्दी, जुखाम होना आम बात है. रोजाना अस्पताल में करीब ढाई सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं.'

बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि 'अस्पताल में इस समय इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या बेहद कम हो गई है. फरवरी-मार्च में इन्फ्लूएंजा एच3एन2 से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी रही. इसके कारण मरीज को सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी के साथ बदन दर्द और बेहद कमजोरी जैसा महसूस होता था. ऐसे में मरीज की स्थिति 10 मिनट खड़े रहने लायक भी नहीं थी, लेकिन इन दिनों इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हो गई है, हालांकि वायरल बुखार के मरीज अभी भी आ रहे हैं. इन मरीजों में इन्फ्लूएंजा के लक्षण नहीं हैं. यह मरीज तीन से चार दिन में ठीक हो जा रहे हैं, ठंडी चीजों से बचें. बाहर का खाने से परहेज करें. इसके अलावा तीन से चार दिन में अगर यह सर्दी-जुखाम, बुखार ठीक नहीं होता है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर चिकित्सक की सलाह लें.'



लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'अस्पताल में इस समय इन्फ्लूएंजा से पीड़ित मरीजों की संख्या कम देखने को मिल रही है. पिछले एक हफ्ते से इन्फ्लूएंजा के मरीजों में गिरावट आई है. एक हफ्ते पहले अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा थी. लंबी-लंबी लाइनें अस्पताल में लग रही थीं, वहीं पैथोलॉजी में भी जांच के लिए काफी भीड़ होती थी. इस समय अस्पताल की ओपीडी में हर तरह के मरीज आ रहे हैं. अभी जो मरीज वायरल बुखार से आ रहे हैं, उनमें सर्दी-जुखाम, खांसी व बुखार देखने को मिल रहा है. इसके अलावा अस्पताल के प्रवक्ता डॉ मनीष शुक्ला ने बताया कि 'इस समय मरीजों की संख्या कम हुई है. अस्पताल की ओपीडी में अब हर तरह की बीमारी से पीड़ित मरीज आ रहे हैं. इन्फ्लूएंजा के मरीज कम आ रहे हैं.'

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