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लखनऊ में अस्पतालों पर दिखने लगा त्योहार का असर, मरीज को दो दिन में ही डिस्चार्ज करा रहे तीमारदार

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 6, 2023, 7:14 PM IST

राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में जहां रोजाना मरीजों की भीड़ देखने को मिलती थी, वहीं अब अन्य दिनों की तुलना में कम मरीज पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं वह भी डिस्चार्ज होकर घर वापस लौट रहे हैं.

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बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मल्होत्रा ने दी जानकारी

लखनऊ : बीते कुछ दिनों से लगातार अस्पतालों में काफी भीड़ हो रही है. ज्यादातर लोग वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं, लेकिन इस समय त्योहार के सीजन के चलते अस्पताल में भीड़ काफी हद तक कम हुई है. वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में भी काफी कमी आई है. इन दिनों राजधानी लखनऊ के जिला अस्पतालों में लगातार भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हुई है यहां तक की जो मरीज भर्ती हैं वह भी डिस्चार्ज होकर घर वापस लौट रहे हैं.

लखनऊ में अस्पतालों पर दिखने लगा त्योहार का असर
लखनऊ में अस्पतालों पर दिखने लगा त्योहार का असर

'जल्दी स्वस्थ हो बेटी तो साथ मनाएंगे दीपावली' : बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज करने के लिए पहुंचे राहुल देव ने बताया कि 'उनकी 13 वर्षीय बेटी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है. प्लेटलेट्स 50 हजार पहुंच गई है. बस प्रार्थना कर रहे हैं कि दीपावली से पहले सब कुछ ठीक हो जाए, बेटी पहले की तरह स्वस्थ हो जाए. बेटी की सारी जांच कर दी गई है. रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव नहीं आया है, लेकिन सारे लक्षण और प्लेटलेट्स का गिरना डेंगू के समान ही है. इसलिए बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में बीते रविवार को भर्ती कराया है. अभी इलाज चल रहा है. बीते रविवार 50 हजार प्लेटलेट्स थीं. सोमवार सुबह की रिपोर्ट में 75 हजार प्लेटलेट्स आई हैं. घर पर सभी प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बेटी की तबीयत ठीक हो जाए और हम खुशी से दीपावली का त्योहार एक साथ मिलकर मनाएं.'

अस्पताल में भर्ती मरीज ने कहा
अस्पताल में भर्ती मरीज ने कहा

'पिछले महीने की तुलना में कम हुए मरीज' : बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मल्होत्रा ने बताया कि 'पिछले महीने में जिस हिसाब से डेंगू और वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी थी, उसकी तुलना में वर्तमान में मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है. पहले स्थिति ऐसी थी कि अस्पताल परिसर वायरल बुखार के मरीजों से ही पूरा भरा रहता था. यहां तक कि मरीज के इलाज के लिए भी कई काउंटर भी अलग से बना दिए गए थे, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. सभी मरीजों की जांच हो सके और सभी को दवा के साथ समुचित इलाज मिल सके, इसलिए सारे काउंटर्स को बढ़ाया गया था, लेकिन इस समय पिछले दिनों की तुलना में अभी मरीज की संख्या कम हुई है. उन्होंने बताया कि खासकर जो मरीज भर्ती हैं, वह भी एक-दो दिन तक ही मरीज को अस्पताल में रख रहे हैं. क्योंकि, त्योहार का सीजन है. त्योहार में हर कोई अपने घर पर ही दीप जलाना चाहता है.'



'नवंबर में मरीजों की संख्या कम हुई' : सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि 'सोमवार को अस्पताल की ओपीडी में लगभग तीन हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचे. यह बात सच है कि पिछले अक्टूबर की तुलना में नवंबर में मरीजों की संख्या कम हुई है. हो सकता है कि इसका मुख्य कारण त्योहार है, क्योंकि बीते दिन करवा चौथ था, फिर उसके बाद अब धनतेरस व दीपावली आ रही है. ऐसे में त्योहार के समय पर हर कोई चाहता है कि वह अपने घर पर रहे. ऐसा नहीं है कि ऐसा सिर्फ इस साल हो रहा है. पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था. इस समय मरीजों की संख्या कम है और जो मरीज भर्ती हैं वह दो दिन में डिस्चार्ज हो रहे हैं. हालांकि दीपावली के बाद एक बार फिर से मरीजों की संख्या बढ़ेगी.'

वायरस और डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या कम : लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'इस समय अस्पताल में भर्ती हो रहे वायरस और डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हुई है, हालांकि ओपीडी में अभी मरीज की संख्या बरकरार है, लेकिन पिछले दिनों की तुलना में थोड़ी कम हुई है.'

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