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उत्तर रेलवे के जीएम ने कहा, 'अब नहीं बनने पाएंगे रेलवे बोर्ड के फर्जी सदस्य, हुई है गलती'

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 28, 2023, 5:48 PM IST

बीते दिनों एसटीएफ ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया था जिसने कई राज्यों में ठगी का जाल (Northern Railway General Manager Shobhan Chaudhuri) बिछा रखा था. ईटीवी भारत के संवाददाता ने शनिवार को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी से प्रेसवार्ता के दौरान जब महाठग अनूप चौधरी को लेकर सवाल किया तो जानिए उन्होंने क्या जवाब दिया.

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उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की

लखनऊ : महाठग अनूप चौधरी ने रेलवे के अधिकारियों से रेलवे बोर्ड के फर्जी सदस्य के रूप में जमकर खातिरदारी कराई. रेलवे अधिकारी उसकी आवभगत में लग रहे और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी कि वह जिसके सेवा में लगे हुए हैं वो रेलवे बोर्ड का सदस्य है ही नहीं. फर्जी रेलवे बोर्ड सदस्य अनूप चौधरी मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की कई बैठकों में भी हिस्सा ले चुका था. आखिर रेलवे बोर्ड के सदस्यों के बारे में अधिकारियों को अधिकृत जानकारी क्यों नहीं रहती? ईटीवी भारत के इस सवाल पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने कहा कि 'अब फर्जी सदस्य न बनने पाएं, इसको लेकर रेलवे पूरी सक्रियता बरतेगा. इस मामले में गलती हुई है, आगे अब ऐसा नहीं होने पाएगा.'

महाठग अनूप चौधरी (फाइल फोटो)
महाठग अनूप चौधरी (फाइल फोटो)




उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी लखनऊ में निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. हाल ही में रेलवे बोर्ड के फर्जी सदस्य बनकर ठगी करने वाले अनूप चौधरी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया तब जाकर खुलास हुआ कि यह महाठग रेलवे बोर्ड का सदस्य कभी रहा ही नहीं था. फर्जी सदस्य बनकर स्टेशनों का निरीक्षण करता था. अधिकारियों से सेवाएं लेता था. सवाल यही खड़ा हुआ कि आखिर रेलवे के अधिकारियों को ही इसकी जानकारी क्यों नहीं होती है कि कौन बोर्ड का सही सदस्य है और कौन फर्जी? निरीक्षण से पहले अधिकारियों को जानकारी क्यों नहीं होती? यही सवाल "ईटीवी भारत" ने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी से किया तो उन्होंने कहा कि 'इसकी पुनरावृत्ति न होने पर इसके लिए अब प्रयास किए जा रहे हैं. हर स्तर पर जांच की जाएगी की कौन रेलवे बोर्ड का सदस्य है.'

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बता दें कि महाठग अनूप चौधरी खुद को रेलवे बोर्ड का सदस्य बताकर चारबाग रेलवे स्टेशन पर सेवाएं ले चुका है. रेलवे स्टेशन का निरीक्षण भी कर चुका है. इतना ही नहीं बनारस और अयोध्या में भी अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन का इंस्पेक्शन कर चुका है. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की मीटिंग में भी हिस्सा ले चुका है. अब जब इसका भंडाफोड़ हुआ तो अधिकारियों को भी अपने किए पर पछतावा हो रहा है.

यह भी पढ़ें : एक महाठग की तीन साल तक आवभगत करते रहे रेलवे के बड़े अधिकारी, गिरफ्तारी के बाद अब पूछताछ की बारी

यह भी पढ़ें : FIR against thug Anoop Chaudhary in Ghaziabad: डीएम और एसएसपी को फर्जी लेटर हेड देकर गनर और सुरक्षा लेता था ठग अनूप चौधरी, केस दर्ज

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की

लखनऊ : महाठग अनूप चौधरी ने रेलवे के अधिकारियों से रेलवे बोर्ड के फर्जी सदस्य के रूप में जमकर खातिरदारी कराई. रेलवे अधिकारी उसकी आवभगत में लग रहे और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी कि वह जिसके सेवा में लगे हुए हैं वो रेलवे बोर्ड का सदस्य है ही नहीं. फर्जी रेलवे बोर्ड सदस्य अनूप चौधरी मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की कई बैठकों में भी हिस्सा ले चुका था. आखिर रेलवे बोर्ड के सदस्यों के बारे में अधिकारियों को अधिकृत जानकारी क्यों नहीं रहती? ईटीवी भारत के इस सवाल पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने कहा कि 'अब फर्जी सदस्य न बनने पाएं, इसको लेकर रेलवे पूरी सक्रियता बरतेगा. इस मामले में गलती हुई है, आगे अब ऐसा नहीं होने पाएगा.'

महाठग अनूप चौधरी (फाइल फोटो)
महाठग अनूप चौधरी (फाइल फोटो)




उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी लखनऊ में निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. हाल ही में रेलवे बोर्ड के फर्जी सदस्य बनकर ठगी करने वाले अनूप चौधरी को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया तब जाकर खुलास हुआ कि यह महाठग रेलवे बोर्ड का सदस्य कभी रहा ही नहीं था. फर्जी सदस्य बनकर स्टेशनों का निरीक्षण करता था. अधिकारियों से सेवाएं लेता था. सवाल यही खड़ा हुआ कि आखिर रेलवे के अधिकारियों को ही इसकी जानकारी क्यों नहीं होती है कि कौन बोर्ड का सही सदस्य है और कौन फर्जी? निरीक्षण से पहले अधिकारियों को जानकारी क्यों नहीं होती? यही सवाल "ईटीवी भारत" ने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी से किया तो उन्होंने कहा कि 'इसकी पुनरावृत्ति न होने पर इसके लिए अब प्रयास किए जा रहे हैं. हर स्तर पर जांच की जाएगी की कौन रेलवे बोर्ड का सदस्य है.'

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बता दें कि महाठग अनूप चौधरी खुद को रेलवे बोर्ड का सदस्य बताकर चारबाग रेलवे स्टेशन पर सेवाएं ले चुका है. रेलवे स्टेशन का निरीक्षण भी कर चुका है. इतना ही नहीं बनारस और अयोध्या में भी अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन का इंस्पेक्शन कर चुका है. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय की मीटिंग में भी हिस्सा ले चुका है. अब जब इसका भंडाफोड़ हुआ तो अधिकारियों को भी अपने किए पर पछतावा हो रहा है.

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