लखनऊ: यूपी के हर जिले में जहां एक मेडिकल कॉलेज खोलने का प्लान चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को भी अपग्रेड करने का खाका खींच लिया है। सरकार अब सभी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर 38 हजार से ज्यादा बेड बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने नेशनल हेल्थ मिशन को प्रस्ताव भेज दिया है।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाएं जल्द ही बेहतर होंगी। पीएचसी, सीएचसी को अपग्रेड कर संसाधनों को बढ़ावा दिया जाएगा। ऐसे में मरीजों को शहर के अस्पतालों की भागदौड़ कम करनी पड़ेगी। साथ ही मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा। इसमें यूपी की सभी पीएचसी-सीएचसी पर बेड बढ़ाए जाएंगे। ऐसे में राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 38 हजार बेडों का इजाफा होगा।
50 बेड की होगी सीएचसी, 10 की पीएचसी
यूपी में 3604 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं। प्रत्येक पीएचसी पर अभी चार बेड हैं। इस लिहाज से 14,416 बेड हैं। वहीं पीएचसी अब 10 बेड की होगी। ऐसे में करीब 36040 बेड हो जाएंगे। इसी तरह प्रदेश में 856 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हैं। प्रत्येक सीएचसी में 30 बेड हैं। कुल 25,680 बेड हैं। प्रत्येक सीएचसी में 50 बेड होंगे। ऐसे में 42800 बेड हो जाएंगे। सीएचसी व पीएचसी में करीब 38744 बेड बढ़ने की उम्मीद है। इसमें 17120 बेड सीएचसी व 21624 बेड पीएचसी में बढ़ेंगे।
इसे भी पढ़ें:- यूपी में गंदगी फैलाने वालों पर योगी सरकार सख्त, लगेगा भारी जुर्माना
क्या कहते हैं डीजी हेल्थ
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह के मुताबिक पीएचसी-सीएचसी को अपग्रेड करना जरूरी हैं। इससे बच्चों, महिलाओं को समय पर इलाज मिल सकेगा। साथ ही सामान्य बीमारियों के लिए मरीजों को शहर के बड़े अस्पतालों में भागदौड़ नहीं करनी होगी। इसलिए अब पीएचसी को 10 बेड व सीएचसी को 50 बेड का किया जाएगा।