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मायावती ने कहा भाजपा-कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टियां, पदाधिकारियों से चुनाव में जुटने का आह्वान

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Published : Dec 30, 2022, 1:06 PM IST

Updated : Dec 30, 2022, 2:38 PM IST

उत्तर प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात और निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद घिरी भाजपा की हालत को देखते हुए बसपा ने भी अपनी सियासी जमीन तलाशनी शुरू कर दी है. वर्ष 2012 के बाद से खिसकते जनाधार को वापस कैसे पाया जाए इसको लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को पदाधिकारियों के साथ चर्चा की और चुनाव में जुटने का आह्वान किया.

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बसपा सुप्रीमो मायावती ने पदाधिकारियों के साथ चर्चा की.

लखनऊ : बीएसपी सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने लोकसभा चुनाव 2024 व निकाय चुनाव को लेकर शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में प्रदेश स्तर के सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में सभी मंडल कोऑर्डिनेटर, नए प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष मौजूद रहे. बैठक में मायावती चुनाव से पहले अपने सभी फ्रंटल संगठनों को मजबूत करने व आगामी चुनाव में किस तरह से उतारा जाए, इसको लेकर पदाधिकारियों के साथ चर्चा की. बैठक में पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल (New State President of BSP Vishwanath Pal), इमरान मसूद, अखिलेश अंबेडकर सहित जोनल कोऑर्डिनेटर (Zonal Coordinator of BSP) भी मौजूद शामिल हुए.

बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने अति पिछड़ा के आरक्षण को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला है. कहा कि भाजपा द्वारा यूपी में सोची-समझी रणनीति के तहत स्थानीय निकाय चुनाव सही समय पर नहीं कराने व इससे टालने का षड्यंत्र शुरू से ही कर रही थी. इसी का परिणाम था कि उच्च न्यायालय ने बिना अति पिछड़ों को आरक्षण दिए चुनाव कराने पर रोक लगा दी है. मायावती ने पदाधिकारियों से कहा कि भाजपा की नीति और नियत अगर यूपी निकाय चुनाव को सही कानूनी तरीके से समय पर कराकर उसे टालने की नहीं होती. तो वह धर्मांतरण, हेट स्पीच, लव जिहाद, मदरसा सर्वे आदि के संघ तुष्टिकरण में समय बर्बाद करने की बजाय निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर ध्यान केंद्रित करती.

मायावती (BSP supremo Mayawati) ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही आरक्षण विरोधी पार्टियां है. दोनों ने मिलकर पहले एससी व एसटी वर्ग के उत्थान के लिए उनके आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को लगातार निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया. अब वही जातिवादी द्वेषपूर्ण रवैया ओबीसी वर्ग के आरक्षण के साथ किया जा रहा है. इनकी इसी जातिवादी नीयत के कारण सरकारी विभागों में हजारों पद वर्षों से खाली पड़े हैं. इस मामले में सपा की भी सोच, नीति व नीयत ठीक नहीं है. इसके अलावा बीजेपी शासित 2 राज्यों कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद को लेकर तकरार व टकराव अति दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. मायावती ने कहा कि भाजपा जब आंतरिक सीमा विवाद का समाधान नहीं निकाल पा रही तो अंतरराष्ट्रीय सीमा विवाद का समाधान क्या होगा?

विदेश में रोड शो के नाम पर शाही खर्च : मायावती ने योगी सरकार के विदेशी निवेश और ग्लोबल समिट के नाम पर विदेश में रोड शो और मंत्रियों के खर्च पर जमकर हमला बोला है. कहा कि वैसे जनहित व जनकल्याण को लेकर यूपी सरकार ने भी खेल विचित्र वह निराले हैं. पार्टी धन्ना सेठों के धनबल पर प्रदेश के चुनाव में रोड शो करने की कला के माहिर लोगों को अब सरकारी धन से विदेश में रोड शो कराने का नया शाही खर्चीला चस्का लग गया है. यह अति दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.

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Last Updated : Dec 30, 2022, 2:38 PM IST
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