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UP में ठंड से हुई कई मौतें, राहत आयुक्त कार्यलय बता रहा 'शून्य'

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Published : Dec 31, 2019, 10:36 AM IST

उत्तर प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप जारी है. साथ ही इस बढ़ती ठंड में कई लोगों की मौत हो रही है. हालांकि इस पूरे मामले में राहत आयुक्त कार्यालय का कहना है कि लोगों की मौत का कारण ठंड नहीं है.

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यूपी में ठंड का कहर जारी.

लखनऊ: प्रदेश में शीतलहर और ठंड के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोग ठंड से बचाव के लिए आग ताप रहे हैं और वहीं अन्य साधन अपना रहे हैं, जिससे ठंड से बचा जा सके. प्रदेश के तमाम जिलों में पिछले दो-तीन दिनों में कई लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकारी आंकड़े इन मौतों की संख्या शून्य बता रहे हैं. प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जिलों में जो मौत हो रही हैं, वह ठंड से नहीं हो रही है. ठंड से मौत के आंकड़े शून्य हैं.

यूपी में ठंड का कहर जारी.
प्रदेश में शीतलहर से रविवार को कई लोगों की मौत हुई है. शीतलहर के चलते हैं प्रदेश के लोगों का जीना बेहाल हो गया है. पिछले तीन-चार दिनों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है, लेकिन राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से मौत की जानकारी नहीं दी जा सकी है. लगातार दावे किए जा रहे हैं कि ठंड से एक भी मौत नहीं हो रही है और मौत के कारण कोई दूसरे हैं.

हम सूचना मंगवा रहे हैं. जिलों से अभी तक जो जानकारी मिली है, उसमें मृत्यु का कारण ठंड नहीं है. जहां से जो सूचना मिल रही है, उसे हम संबंधित जिलाधिकारी से अपडेट ले रहे हैं. अभी तक जो भी जानकारी आ रही है, उसमें एक भी मौत ठंड के कारण से नहीं हुई है. ठंड से मौत की संख्या शून्य है.
-शैलेन्द्र नाथ मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी, राहत आयुक्त कार्यालय

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शीतलहर और ठंड के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। लोग ठंड से बचाव के लिए आग ताप रहे हैं तो अन्य साधन अपना रहे हैं जिससे ठंड से बचा जा सके। उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में पिछले दो-तीन दिनों में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन सरकारी आंकड़े इन मौतों की संख्या 0 और जीरो में ही फंसे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जिलों में जो मौत हो रही है वह ठंड से मौत नहीं हो रही है और ठंड से मौत के आंकड़े शून्यहैं, जो अपने आप में चौंकाने वाले हैं कि उत्तर प्रदेश में लगातार ठंड का कहर जारी है और शीतलहर से लोगों की मौत हो रही है लेकिन सरकार सिर्फ जीरो और शून्य के आंकड़े में ही उलझी हुई है।



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उत्तर प्रदेश में लगातार शीतलहर से रविवार को जहां 68 लोगों की मौत हुई तो 4 दिन में यह आंकड़ा 200 से अधिक पहुंच गया और अलग-अलग स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार 228 लोगों की मौत हुई है शीतलहर के चलते हैं उत्तर प्रदेश के लोगों का हाल बेहाल हो गया है पिछले तीन-चार दिनों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से मौत की जानकारी नहीं दी जा सकी है लगातार दावे किए जा रहे हैं कि मौत से एक भी मौत नहीं हो रही है और मौत के कारण कोई दूसरे हैं लेकिन उसके भी आंकड़े नहीं बताया जा सके।

बाईट, शैलेन्द्र नाथ मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी राहत आयुक्त कार्यालय
लगातार हम सूचना मंगवा रहे हैं जिलों से अभी तक जो जानकारी मिली है जिलों से उसमें मृत्यु का कारण ठंड नहीं है जहां से जो सूचना मिल रही है उसे हम संबंधित जिला अधिकारी से अपडेट ले रहे हैं लेकिन जो भी जानकारी आ रही है उसमें एक भी मौत ठंड के कारण से नहीं हुई बताया गया है ठंड से मरने वालों की संख्या के सवाल पर कहा कि मौत का कारण बीमार होना या अन्य कोई कारण है लेकिन ठंड से मौत की संख्या 0 है लगातार जांच करवाई जा रही है और जो भी जानकारी मिलेगी वह बाद में बताई जाएगी।



Conclusion:आपकी तरफ से यह दावा किया गया कि उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में राहत कार्य किए जा रहे हैं अलाव और कंबल की व्यवस्था की गई है जिससे लोगों को ठंड से राहत दिलाई जा सके उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से बताया गया कि प्रत्येक तहसील को ₹500000 कंबल वितरण हेतु एवं ₹50000 प्रति तहसील की दर से अलाव की व्यवस्था की गई है इसके अलावा 8.15 करोड रुपए अतिरिक्त आवंटन भी किया गया है लगातार धनराशि की व्यवस्था की जा रही है जिससे लोगों को अलाव और कंबल की व्यवस्था कराई जा सके 29 दिसंबर तक प्रदेश में 318000 कमरों का वितरण कराया जा चुका है और 14000 से अधिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था भी कराई गई है इसके अलावा 700 से अधिक स्थानों पर का संचालन भी कराया जा रहा है और लोगों को ठंड से बचाने के उपाय सरकार की तरफ से किए जा रहे हैं।
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