लखनऊ: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते कई गतिविधियों पर असर पड़ा है. खासकर खिलाड़ियों पर दोहरी मार पड़ी है. दरअसल खेल मैदान बंद होने के चलते उनकी ट्रेनिंग बंद हो गई है. इसके चलते कई खिलाड़ियों की ट्रेनिंग ज्यादातर फिटनेस ट्रेनिंग तक सिमट कर रह गई है क्योंकि कि इस समय पार्को पर भी ताला लगा दिया गया है. खिलाड़ी घर पर ही सीमित संसाधनों के सहारे कोचेज से फोन पर और ऑनलाइन टिप्स लेकर ट्रेनिंग कर रहे हैं.
राष्ट्रीय स्तर के साइकिलिस्ट अंश पाण्डेय डालीगंज स्थित अपने घर की छत पर ही फिटनेस एक्सरसाइज कर रहे हैं. अंश के सामने दिक्कत ये है कि फिटनेस एक्सरसाइज तो थोड़ी बहुत हो जाती है, लेकिन स्किल प्रैक्टिस बंद हो गई है. अंश को हालत जल्द सुधरने की उम्मीद है ताकि स्किल ट्रेनिंग से ज्यादा दिन दूरी न बनी रह सके. अंश के अनुसार घर और मैदान पर अभ्यास में अंतर होता है और साइकिलिंग की स्किल ट्रेनिंग पर भी असर पड़ रहा है.
अंश पांडेय ने कर्नाटक में गत 19 से 21 फरवरी तक हुई 17वीं राष्ट्रीय माउंटेन बाईक चैंपियनशिप में सब जूनियर बालक वर्ग में छठां स्थान प्राप्त किया था. इस दौरान काफी कठिन ट्रैक पर रेस पूरी करने वाले अंश यूपी के एकमात्र साइकिलिस्ट रहे थे.
संबंधित खबरें- ब्लड कैंसर से जंग लड़ रहे 3 साल के मासूम ने कोरोना को दी मात
स्टेडियम बंद होने से वह घर पर ही प्रैक्टिस
कई भारोत्तोलक भी घर पर तैयार वजन से अभ्यास कर रहे हैं. खेलो इंडिया गेम्स में हिस्सा ले चुकी आस्था सिंह जो राज्य प्रतियोगिता की पदक विजेता भी है. आस्था भी घर पर अभ्यास कर रही है. उन्होंने कुछ दिनों तक स्टेडियम का सहारा लिया, लेकिन स्टेडियम बंद होने से वह घर पर ही प्रैक्टिस कर रही हैं.
ऑनलाइन ट्रेनिंग के लिए टिप्स
राज्य चैंपियनशिप की पदक विजेता शगुन सिंह और राष्ट्रीय भारोत्तोलक दीपक कुशवाहा भी घर के कमरे में वेट का सहारा लेकर अभ्यास कर रहे हैं. आस्था और शगुन दोनों बहने हैं. इस बारे में केडी सिंह बाबू स्टेडियम के भारोत्तोलक कोच और उपक्रीड़ाधिकारीे अरविंद सिंह कुशवाहा ने बताया- "फिलहाल खिलाड़ियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग के लिए टिप्स देता रहता हूं ताकि घर पर उनकी फिटनेस एक्सरसाइज हो सके."