लखनऊः प्रसिद्ध इतिहासकार पद्मश्री योगेश प्रवीण का सोमवार को बीमारी के कारण निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर लखनऊ के बैकुंठ धाम में किया गया. वह 82 वर्ष के थे. नम आंखों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. इस मौके पर करीब 30 लोग बैकुंठ धाम में मौजूद रहे. उनके छोटे भाई कामेश श्रीवास्तव ने मुखाग्नि दी. उन की शवयात्रा में शहर के जाने-माने चेहरे शामिल हुए.
कानून मंत्री पहुंचे घर
मंगलवार को शवयात्रा से पहले प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक दिवंगत योगेश प्रवीन के घर पहुंचे. उन्होंने परिवार को सांत्वना दी. उसके बाद निकली शवयात्रा में परिवारीजनों के साथ हिमांशु बाजपेयी, अश्विनी सिंह, हफीज किदवई समेत शहर के कई बड़े नाम शामिल हुए.
इसे भी पढ़ेंः जन्मदिन विशेष: केपी सक्सेना की रचनाओं में रचा बसा है लखनऊ का आम आदमी
अचानक सबको छोड़ कर चले गए
पद्मश्री इतिहासकार योगेश प्रवीण का देहांत सोमवार दोपहर को हो गया था. परिजनों का कहना है कि सोमवार सुबह से उन्हें बुखार की शिकायत थी. इस दौरान एंबुलेंस बुलाई गई. 2 घंटे तक एंबुलेंस ना मिलने के बाद अपने व्यक्तिगत वाहन से लेकर उन्हें बलरामपुर अस्पताल पहुंचे. यहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.