लखनऊ: राजधानी के चौक में खुन-खुनजी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एक लॉकर से करीब 200 तोले सोने के जेवर और सिक्के गायब हो गए. इनकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसकी जानकारी लॉकर मालिक और बैंक को तब हुई, जब लॉकर धारक लॉकर से सामान निकालने पहुंचे. पीड़ित ने चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इसके बाद से पुलिस मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मामले की जांच कर रही है.
जानें पूरा मामला
अमित प्रकाश बहादुर ने पुलिस को शिकायती पत्र में बताया कि लॉकर में परिवार और बच्चों के पुश्तैनी जेवर और सिक्के रखे थे. उसी वक्त बैंक में एक लिखित शिकायत की गई. बैंक ने 26 अक्टूबर को दोबारा बुलाया. वह बैंक पहुंचे तो बैंक वालों ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए कहा. पीड़ित ने शिकायत चौक पुलिस से की है. चौक के सराय माली खां इलाके में अमित प्रकाश बहादुर का घर है. मौजूदा समय में वह बेंगलुरु में जॉब करते हैं. उनके मुताबिक उनके साथ ही पिता डॉ. रविन्द्र बहादुर और मां पुष्पा बहादुर का संयुक्त खाता चौक के खुन-खुनजी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में है.
बता दें कि 23 अक्टूबर को बुजुर्ग माता-पिता बैंक में लॉकर से कुछ सामान निकालने गए थे. नियमों के तहत लॉकर इंचार्ज स्वाति उनके साथ लॉकर रूम में गई. स्वाति ने लॉकर में चाबी लगाई, लेकिन वह घूमी ही नहीं, जिसके बाद वह चाबी निकालने गईं, तभी लॉकर खुल गया. लॉकर खुलने के दौरान देखा तो लॉकर का लॉक सिस्टम उसके अंदर ही रखा था और अंदर रखे 200 तोले के सोने के जेवर और सोने के सिक्के गायब थे.
इस मामले पर चौक पुलिस का कहना ही पीड़ित बेंगलुरु में रहता है. उसका पुराना घर चौक के सराय माली खां में है. इस मामले पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है. वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक अनिल कुमार चौहान से इस मामले पर जानकारी ली गई तो उन्होंने कुछ भी बोलना उचित नहीं समझा. उन्होंने कहा है पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.