ETV Bharat / state

एक ऐसी पाठशाला, जहां इस अंदाज में बच्चे करते हैं पढ़ाई

author img

By

Published : Dec 5, 2019, 3:57 PM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड में एक विद्यालय में बच्चों को पढ़ाई मस्ती के साथ कराई जाती है. इस तरह की पढ़ाई से एक तरफ जहां बच्चों का मन लगता है, तो वहीं उनका मानसिक विकास भी होता है. पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को गंभीर सामाजिक मुद्दों के बारे में भी बताया जाता है.

etv bharat
मस्ती की पाठशाला.

लखनऊ: सरकारी स्कूल में बच्चों को आपने टाट या पट्टी पर बैठकर पढ़ते हुए देखा होगा, लेकिन मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले इस स्कूल में बच्चे नाचते-गाते हुए पढ़ाई करते हैं. राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गुमानी खेड़ा के प्राथमिक विद्यालय के बच्चे नाच-गाकर मस्ती के साथ पढ़ाई करते हैं. इस मस्ती की पाठशाला में छात्रों को शिक्षकों के द्वारा पढ़ाई के साथ अलग-अलग चीजें भी सिखाई जाती हैं.

देखें स्पेशल रिपोर्ट.

एक तरफ जहां बच्चे डांस करते हुए पहाड़ा को सीखते हैं, तो वहीं पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या भ्रूण हत्या जैसे तमाम सामाजिक विषयों के बारे में भी उन्हें नाटक और डांस के जरिए बताया जाता है. बच्चों का कहना है कि उन्हें मस्ती की पाठशाला में खूब मस्ती करने को मिलती है. मस्ती के साथ-साथ उनकी पढ़ाई भी पूरी हो जाती है.

इसे भी पढ़ें- रवि किशन ने संसद में उठाई आवाज, गोरखपुर में बने संघ लोक सेवाओं की सभी परीक्षाओं के केंद्र

प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका वंदना यादव ने बताया कि मस्ती की पाठशाला में बच्चों को डांस और खेल-कूद के जरिए पढ़ाई कराई जाती है. साथ में गंभीर सामाजिक मुद्दों के बारे में भी उन्हें बताया जाता है. उनका कहना है कि बच्चे देश के भविष्य हैं और अभी से उनके दिमाग में ऐसे गंभीर विषयों के बारे में जानकारी देना बहुत जरूरी है.

Intro:अपनी तो पाठशाला मस्ती की पाठशाला, सरकारी स्कूल में बच्चों को आपने टाट पट्टी पर बैठकर पढ़ते हुए देखा होगा लेकिन मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले इस स्कूल में बच्चे नाचते गाते हुए पढ़ाई करते हैं।


Body:राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गुमानी खेड़ा के प्राथमिक विद्यालय के बच्चे नाचते गाते हुए अपनी पढ़ाई को करते हैं जहां उन्हें शिक्षकों के द्वारा मस्ती की पाठशाला में कई अलग-अलग चीजें भी सिखाई जाती है।

जहां एक तरफ बच्चे डांस करते हुए पहाड़ों को सीखते हैं वही पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या भ्रूण हत्या जैसे तमाम सामाजिक विषयों के बारे में भी उन्हें नाटक व डांस के जरिए बताया जाता है।

बच्चों ने बताया कि उन्हें मस्ती की पाठशाला में खूब मस्ती करने को मिलती है साथ में उनकी पढ़ाई भी हो जाती है। प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ने बताया कि मस्ती की पाठशाला में बच्चों को डांस व खेलकूद के जरिए पढ़ाई कराई जाती है साथ में गंभीर सामाजिक मुद्दों के बारे में भी उन्हें बताया जाता है क्योंकि बच्चे देश का भविष्य है और अभी से उनके दिमाग में ऐसे गंभीर विषयों के बारे में जानकारी देना बहुत जरूरी है।

बाइट- विकास (छात्र)
बाइट- लवली (छात्रा)
बाइट- वंदना यादव (शिक्षिका)
पीटीसी योगेश मिश्रा


Conclusion:मस्ती की पाठशाला में बच्चों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों के बारे में भी बताया जाता है बच्चे खेल-खेल में ही अपनी पढ़ाई को करते हैं।

योगेश मिश्रा लखनऊ
7054179998
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.