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निजी अस्पतालों में पांच गुना महंगी हुई वैक्सीन की डोज

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Published : May 31, 2021, 2:42 PM IST

उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) अब महंगी हो गई है. सरकारी अस्पतालों में जहां फ्री में वैक्सीन लग रही है, वहीं निजी अस्पतालों में वैक्सीन पांच गुना महंगी हो गई है. पढ़ें पूरी खबर...

corona vaccine become expensive in Uttar Pradesh
उत्तर प्रदेश में महंगी हुई कोरोना वैक्सीन.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने कोरोना के खिलाफ बड़ी जंग का एलान कर दिया है. इसके लिए एक जून से टीकाकरण (Vaccination) का महाअभियान चलेगा. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक को सुरक्षा की डोज लगेगी. इसमें सरकारी अस्पतालों में जहां पहले की तरह मुफ्त वैक्सीन लगेगी, वहीं निजी अस्पतालों में अब पांच गुना तक अधिक डोज की कीमत चुकानी होगी.

जानकारी देते संवाददाता.

बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र पर अभिभावकों को लगेगी डोज
वैक्सीनेशन अभियान में 'अभिभावक स्पेशल' बूथ बनेंगे. इस पर 12 वर्ष के कम उम्र वाले बच्चों के अभिभावक वैक्सीन लगवा सकेंगे. इसके लिए उन्हें बच्चों का प्रमाण पत्र दिखाना होगा. इसके लिए आधार कार्ड या फिर जन्म प्रमाण पत्र बच्चे का ले जाना होगा. बिना प्रमाण पत्र दिखाए बूथ पर वैक्सीन नहीं लगेगी. ऐसे में पात्र लोग ही इस बूथ का स्लॉट बुक करें.

सरकारी दफ्तरों में भी लगेगा टीका
इस बार टीकाकरण केंद्र बढ़ाए जा रहे हैं. स्टेडियम, मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सरकरी दफ्तरों में भी टीका लगेगा. इसके लिए साइट का चयन किया जा रहा है. यूपी में अब तक 1 करोड़ 79 लाख 92 हजार 299 के करीब कोरोना वैक्सीन की डोज (Doses of Corona Vaccine) लग चुकी हैं.

15 जनवरी से शुरू किया गया अभियान
यूपी में 15 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान (Corona Vaccination Campaign) शुरू किया गया. पहले हेल्थ वर्कर्स के टीकाकरण का फैसला किया गया. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. बाद में 60 वर्ष से ऊपर 45 साल से अधिक बीमार लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. फिर 45 साल से ज्यादा सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाने लगा. वहीं पांचवें चरण में अब 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण किया जाने लगा है.

इसे भी पढ़ें: यूपी में चलेगा दुनिया का सबसे बड़ा अभियान, जून में एक करोड़ वैक्सीन लगाने की तैयारी

अभी तक 23 जनपदों में युवाओं को टीका लग रहा था. वहीं एक जून से सभी जनपदों में लगेगा. इसके लिए छह हजार से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. इसमें 60 के करीब निजी अस्पतालों में टीका लगेगा. जून में शुरू हो रहे अभियान में टीकाकरण के लिए कई निजी अस्पताल और शामिल होंगे. इसके लिए जिलों में सीएमओ के यहां 200 आवेदन किए गए हैं.

पहले 250 की डोज, अब 1260 तक चार्ज
निजी अस्पतालों में मार्च में 250 रुपये टीका की सिंगल डोज का लिया जाता था. इन अस्पतालों को 150 रुपये प्रति डोज वैक्सीन सरकार उपलब्ध कराती थी. वहीं अप्रैल से सरकार ने निजी अस्पतालों से खुद कंपनियों से वैक्सीन खरीदकर लगाने का फरमान सुनाया. ऐसे में राजधानी में तीन अस्पताल अपोलो, रिजेंसी, सहारा हॉस्पिटल ने अपने यहां वैक्सीनेशन सेंटर बनाया है. इसमें अपोलो ने कोविशील्ड की एक डोज लेने के लिए 850 और कोवैक्सीन की एक डोज लेने के लिए 1250 रुपये तय किया है. वहीं रिजेंसी हॉस्पिटल में कोवैक्सीन की एक डोज के लिए 1260 रुपये तय की गई है.

अब निजी अस्पताल खुद वैक्सीन खरीद रहे हैं. सरकार उन्हें नहीं दे रही है. ऐसे में निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन के रेट को लेकर अभी कोई आदेश नहीं आया है. यदि सरकार द्वारा कोई रेट तय किए जाते हैं तो सभी निजी केंद्रों पर लागू कराए जाएंगे.

-डॉ एमके सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी, लखनऊ

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