लखनऊ: राजधानी में साइबर ठगों द्वारा सीधे-साधे लोगों को अलग-अलग तरीकों से ठगने का सिलसिला लगातार जारी है. इन दिनों साइबर अपराधी उन लोगों को अपना निशाना बनाते हैं, जो किसी रेस्टोरेंट से खाना मंगाते हैं. या फिर किसी को एटीएम कार्ड में कोई दिक्कत होती है.
खाते से 25 हजार रुपये निकाले
साइबर ठगों की चंगुल में आने वाले आलोक तिवारी निवासी इंदिरा नगर अमलतास एनक्लेव ने तीन दिन पहले पिज्जा मंगाया था. जिसकी डिलिवरी के लिए उनके पास एक कॉल आई और फोन करने वाले ने आलोक को बातों में उलझा कर ई-वॉलेट की डिटेल हासिल कर ली. आलोक को यह नहीं पता था कि उनके साथ इतना बड़ा खेल हो जाएगा. उन्होंने पूरी जानकारी दे दी. इसके बाद देखते ही देखते उनके खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए गए.
कैश बैक का ऑफर देकर ठगा
वहीं, दीप्ति सिंह निवासी शक्तिनगर को कैश बैक का ऑफर देते हुए ठग ने रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड करने के लिए कहा. ठगों ने दीप्ति से नौ अंकों का कोड भी पूछ लिया. दीप्ति ने जैसे ही अपना कोड नंबर बताया उसके तुरंत बाद ही उनके खाते से 64 हजार रुपये निकल गए. साइबर ठग अपना निशाना पूरी राजधानी में फैलाए हुए हैं.
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आशीष गुप्ता निवासी पारा के कार्ड में कुछ दिक्कत थी. जिसे सही कराने के लिए आशीष ने इंटरनेट से बैंक का नम्बर सर्च किया और फोन किया. उस समय उनकी दीपक नाम के व्यक्ति से बात भी हुई. दीपक ने उन्हें एक एप डाउनलोड करवाया. मोबाइल में जैसे ही ऐप डाउनलोड हुआ उसके तुरंत बाद आशीष के खाते से 50 हजार रुपये निकल गए.
ऐसा ही कुछ मोहिनी खेड़ा निवासी मनीष कुमार के साथ हुआ. उनके पास रिश्तेदार नितेश की कॉल आई. रिश्तेदार के फोन-पे अकाउंट में दिक्कत थी. इसलिए नितेश ने मनीष के फोन-पे वॉलेट में रुपये मंगाने की बात कही. पीड़ित ने अपने ई-वालेट की डिटेल बता दी. इसके बाद मनीष के पास एक क्यूआर कोड आया. उसे स्कैन करते ही मनीष के खाते से 55 हजार रुपये निकल गए. इन सब पीड़ित लोगों ने अपनी-अपनी शिकायत पुलिस महकमे में दर्ज कराई हैं.