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साइबर ठगों के निशाने पर आए 'मास्टर साहब', छात्र बनकर खाली कर दे रहे बैंक खाता

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Published : Aug 13, 2023, 9:45 PM IST

आजकल साइबर ठगी इतनी ज्यादा होने लगी है कि लोग जानकर भी कभी-कभी इन ठगों के झांसे में आ जाते हैं और अपना नुकसान कर लेते हैं. साइबर एक्सपर्ट औऱ पुलिस जहां इन ठगों से निपटने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है. वहीं, ठग नए के साथ अपने पुराने तरीके भी ठगी में अपना रहे हैं. जानिए कैसे बचें इन साइबर ठगों से.

लखनऊ
लखनऊ

लखनऊ: साइबर अपराध को रोकने के लिए जितने नए तरीके साइबर एक्सपर्ट और पुलिस अपना रही है, उतनी ही तेजी से साइबर अपराधी ठगी करने के तरीकों में बदलाव कर रहे हैं. कभी नए तरीकों को तो कभी पुरानी टेक्निक से जालसाज ठग रहे हैं. हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए है, जिसमें पुरानी टेक्निक का इस्तमाल करते हुए जालसाजों ने मास्टर साहब यानी कि अध्यापकों के साथ ठगी की है. आइए जानते हैं कि कैसे साइबर ठगों के निशाने पर आए मास्टर साहब?

राजधानी के निशातगंज में रहने वाले 55 वर्षीय एक अध्यापक के पास एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने अध्यापक से कहा कि मास्टर साहब कैसे हैं, पहचाना कि नहीं. अध्यापक ने इनकार किया तो कॉलर ने कहा कि वह प्रशांत बोल रहा है. करीब छह माह पहले आपके एक स्टूडेंट विवेक के साथ आपसे मिला था. अध्यापक ने कहा, बताइए क्या मदद कर सकते हैं. बस कॉलर ने अपना पुराना तरीका अपनाया और कहा कि उसने विवेक से कुछ पैसे उधार लिए थे, अब उसे वापस करना है. लेकिन, उसके अकाउंट में कुछ समस्या है, ऐसे में मैं सोच रहा हूं कि आपको भेज दूं और आप विवेक को दे देंगे. अध्यापक ने सहमति दी तो कॉलर ने क्यूआर कोड भेजा, जिसे स्कैन करने के लिए कहा. अध्यापक ने ऐसा ही किया और उनके UPI में 50 हजार रुपये दिखने लगे. कॉलर ने पासकोड डालने के लिए कहा, जिसके बाद अकाउंट से 50 हजार रुपये आने के बजाए कट गए.

साइबर एक्सपर्ट और यूपी पुलिस के साइबर सलाहकार राहुल मिश्रा के मुताबिक, यदि इस तरह की कोई कॉल किसी के पास आती है तो सबसे पहले अच्छी तरह यह जांच लें कि फोन करने वाला जो कह रहा है, वह सत्य है या नहीं. उसके बाद ही आगे का कदम उठाएं. राहुल कहते हैं कि यह समझना होगा कि जब भी कोई किसी को पैसे भेजता है, तो उसके लिए पैसे रिसीव करने वालों को UPI पासकोड नहीं डालना होता है. इतना ही नहीं पैसे रिसीव करने वाले को क्यूआर कोड भी स्कैन करने की जरूरत नहीं है. इसके बावजूद अगर साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरंत भारत सरकार द्वारा जारी साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 पर काल करें. इतना ही नहीं नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर या नजदीकी थाना/चौकी में शिकाय़त दर्ज करवा सकते हैं. वहीं, हाल ही में यूपी पुलिस ने राज्य भर के सभी आठ जोन के 18 साइबर थानों के फोन नंबर जारी किए थे. इसमें साइबर ठगी होने पर शिकायत की जा सकती है.

आगरा जोन: इस जोन में दो साइबर थाने आगरा और अलीगढ़ में हैं. आगरा साइबर क्राइम थाने में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिले के लोग 7839876645 सीयूजी मोबाइल नंबर के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है. वहीं, अलीगढ़ साइबर क्राइम थाने में अलीगढ़, एटा, हाथरस और कासगंज जिले के लोग 7839876641 पर अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं.

प्रयागराज जोन: प्रयागराज साइबर क्राइम थाने में प्रयागराज, फतेहपुर, कौशाम्बी और प्रतापगढ़ जिले के साइबर ठगी के शिकार पीड़ित 7839876652 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. चित्रकूट साइबर क्राइम थाना अंतर्गत बांदा, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट जिले के पीड़ित 7839876642 नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

बरेली जोन: इस जोन के बरेली जिले में बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर और बरेली जिले के पीड़ित 7839876671 व मुरादाबाद साइबर क्राइम थाने में मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, रामपुर और सम्भल जिले के लोग 7839876646 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

गोरखपुर जोन: गोरखपुर जिले के साइबर क्राइम थाने में गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर और देवरिया के लोग 7839876674 और बस्ती साइबर क्राइम थाने में सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर के पीड़ित 7839876672 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. साथ ही देवीपाटन साइबर क्राइम थाने में बहराइच, गोण्डा, श्रावस्ती और बलरामपुर के लोग 7839876628 नंबर पर अपनी साइबर ठगी से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

कानपुर जोन: इस जोन के अंतर्गत साइबर क्राइम थाने कानपुर में कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, फतेहगढ़ व इटावा के साइबर ठगी के शिकार 7839876675 और झांसी साइबर काइम थाने में ललितपुर, झॉसी, जालौन जिले के लोग 7839876648 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

लखनऊ जोन: इस जोन में लखनऊ और अयोध्या आते हैं. अयोध्या साइबर क्राइम थाने में अयोध्या, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर और अमेठी जिले में साइबर फ्रॉड का शिकार हुए लोग 7839876653 और साइबर क्राइम थाने लखनऊ के अंतर्गत रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी के लोग 7839876640 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

मेरठ जोन: इस जोन में गौतमबुद्ध नगर और सहारनपुर थाने आते हैं. साइबर क्राइम थाने गौतमबुद्ध नगर में बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, हापुड़, गौतमबुद्धनगर जिले के साइबर फ्रॉड का शिकार हुए लोग 7839876650 और साइबर क्राइम थाने सहारनपुर के अंतर्गत सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली के पीड़ित अपनी समस्या 7839876635 नंबर पर बता सकते हैं.

वाराणसी जोन: इस जोन में आजमगढ़, मिर्जापुर और वाराणसी थाने आते हैं. आजमगढ़ साइबर काइम थाने में आजमगढ़, मऊ, बलिया जिले के लोग 7839876629 पर और साइबर क्राइम थाने मिर्जापुर के अंतर्गत भदोही, मिर्जापुर, सोनभद जनपद के लोग अपनी शिकायत 7839876627 पर दर्ज करा सकते हैं. वाराणसी साइबर क्राइम थाने में वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली, जौनपुर से आने वाले पीड़ित 7839876647 नंबर पर अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं.

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