लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में कार्रवाई का दायरा बढ़ाया गया है. पुलिस की सक्रियता के बावजूद घरों के भीतर महिलाओं पर जुल्म की कहानियां कम नहीं हो रहीं. इसके गवाह खुद पुलिस के आंकड़े हैं. यूपी 112 पर महिलाओं के घर और बाहर किसी हिंसा का शिकार होने की करीब 1300 शिकायतें रोज आ रही हैं. इसमें से पुलिस लगभग 800 शिकायतें दर्ज कर रही है. इसके अलावा महिला उत्पीड़न की औसतन 125 और यौन उत्पीड़न की 133 शिकायतें रोजाना आ रही हैं.
महिलाओं को दिया गया विशेष प्रशिक्षण
एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा और उनकी शिकायतों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश में 300 पीआरवी संचालित की जा रही हैं. इन पीआरवी पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी दिलाया गया है. महिला पुलिसकर्मियों को महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के पंजीकरण को तेज किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं. अब तक पांच हजार से अधिक महिलाओं का पंजीकरण किया गया है.
शिकायतों की बनेगी सूची
एडीजी 112 असीम अरुण का कहना है कि किसी महिला के दो या उससे अधिक बार घरेलू हिंसा की शिकायत मिलने पर आरोपियों की काउंसलिंग और उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की कार्य योजना भी तैयार की गई है. 112 पर दो या उससे अधिक बार आईं ऐसी शिकायतों की सूची बनवाई जा रही है.