ETV Bharat / state

Courier Fraud : कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज, ऐसी काॅल को करें नजरअंदाज

author img

By

Published : Jul 15, 2023, 10:39 PM IST

जालसाजों ने लोगों को ठगने के नए नए तरीक आजमाते रहते हैं. इसी तरह अब ठगों ने कोरियर से सामान मंगाने वालों को फंसाना शुरू कर दिया है. जालसाजों ने यह तरीका इस्तेमाल करके ठगी की कई घटनाओं को अंजाम भी दिया है.

Etv Bharat
Etv Bharat
कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज. देखें खबर

लखनऊ : सोचिए कि आपने कोई सामान कोरियर से मंगाया हो और आपके पास खुद को पुलिस बताने वाला व्यक्ति कॉल करे और कहे कि आपने जो कोरियर मंगाया था उसमें ड्रग्स है तो आप पर क्या बीतेगी. जी हां, ऐसे ही ठगी देशभर में लोगों के साथ की जा रही है. साइबर एक्सपर्ट और पुलिस ऐसे ठगों से सतर्क रहने के लिए कह रहे हैं.

कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज.
कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज.

प्रयागराज के नितिन मल्होत्रा ने ऑनलाइन बुकिंग की थी. उन्होंने इस बुकिंग को अपने घर के पते पर मंगाया था. तीसरे दिन उनके पास एक व्यक्ति की कॉल आई और कहा कि वह पुलिस इंस्पेक्टर बोल रहा हूं, उसने कहा कि एक युवक को पकड़ा है, जिसके पास से एक बॉक्स बरामद हुआ है, जिसमें आपके घर का पता लिखा है. कॉल करने वाले ने नितिन को बताया इस बॉक्स में ड्रग्स पाए गए हैं. इसके बाद उसके पास एक युवक की वीडियो कॉल आई और उसने बताया कि वह डिलीवरी बॉय है और वही उनका कोरियर ले कर आ रहा था. उसने उस बॉक्स को दिखाया जो पुलिसकर्मी ने पकड़ा रखा था. उसने उस बॉक्स में लिखा नितिन के घर का पता भी दिखाया. अब नितिन घबरा गया था. नितिन से युवक ने कहा कि पुलिसकर्मी उनके घर आपको गिरफ्तार करने आ रहे हैं. उन्हे रोकना है तो 25 हजार रुपये उन्हें दे दीजिए. नितिन को बैंक अकाउंट नंबर दिया गया. इसके बाद घबराए नितिन ने पैसे भेज दिए. हालांकि कुछ दिनों बाद उनका जब असली कोरियर आया तो पता चला कि वे ठगी का शिकार हुए हैं.



साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे कहते हैं कि यह साइबर जालसाजों का ठगने का नया तरीका है. इसके तहत ये उन लोगों को निशाना बनाते है जो कुछ न कुछ कोरियर करते हैं. ठग उनकी डिटेल किन्हीं माध्यमों से हासिल कर लेते है और फिर कोरियर करने वालों को कॉल कर बताते हैं कि उनके कोरियर बॉक्स में फर्जी पासपोर्ट, फेक करेंसी या ड्रग्स है. इतना ही नहीं वे अलग-अलग लोगों से बात भी कराते हैं. इसके बाद वे पैसों की डिमांड करते हैं, लेकिन पैसा ट्रांसफर कराने से पहले ठग शिकार को इस मानसिक स्थिति तक पहुंचा देते है कि वह समझने लगता है कि पैसा देना ही सबसे सही तरीका है. इस मामले से बच निकलने का. उसके बाद कोई भी घबरा कर पैसे ट्रांसफर कर देता है.







यह भी पढ़ें : मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, गुजरात HC के आदेश को दी चुनौती

कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज. देखें खबर

लखनऊ : सोचिए कि आपने कोई सामान कोरियर से मंगाया हो और आपके पास खुद को पुलिस बताने वाला व्यक्ति कॉल करे और कहे कि आपने जो कोरियर मंगाया था उसमें ड्रग्स है तो आप पर क्या बीतेगी. जी हां, ऐसे ही ठगी देशभर में लोगों के साथ की जा रही है. साइबर एक्सपर्ट और पुलिस ऐसे ठगों से सतर्क रहने के लिए कह रहे हैं.

कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज.
कोरियर बॉक्स में ड्रग्स बताकर लोगों को ठग रहे जालसाज.

प्रयागराज के नितिन मल्होत्रा ने ऑनलाइन बुकिंग की थी. उन्होंने इस बुकिंग को अपने घर के पते पर मंगाया था. तीसरे दिन उनके पास एक व्यक्ति की कॉल आई और कहा कि वह पुलिस इंस्पेक्टर बोल रहा हूं, उसने कहा कि एक युवक को पकड़ा है, जिसके पास से एक बॉक्स बरामद हुआ है, जिसमें आपके घर का पता लिखा है. कॉल करने वाले ने नितिन को बताया इस बॉक्स में ड्रग्स पाए गए हैं. इसके बाद उसके पास एक युवक की वीडियो कॉल आई और उसने बताया कि वह डिलीवरी बॉय है और वही उनका कोरियर ले कर आ रहा था. उसने उस बॉक्स को दिखाया जो पुलिसकर्मी ने पकड़ा रखा था. उसने उस बॉक्स में लिखा नितिन के घर का पता भी दिखाया. अब नितिन घबरा गया था. नितिन से युवक ने कहा कि पुलिसकर्मी उनके घर आपको गिरफ्तार करने आ रहे हैं. उन्हे रोकना है तो 25 हजार रुपये उन्हें दे दीजिए. नितिन को बैंक अकाउंट नंबर दिया गया. इसके बाद घबराए नितिन ने पैसे भेज दिए. हालांकि कुछ दिनों बाद उनका जब असली कोरियर आया तो पता चला कि वे ठगी का शिकार हुए हैं.



साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे कहते हैं कि यह साइबर जालसाजों का ठगने का नया तरीका है. इसके तहत ये उन लोगों को निशाना बनाते है जो कुछ न कुछ कोरियर करते हैं. ठग उनकी डिटेल किन्हीं माध्यमों से हासिल कर लेते है और फिर कोरियर करने वालों को कॉल कर बताते हैं कि उनके कोरियर बॉक्स में फर्जी पासपोर्ट, फेक करेंसी या ड्रग्स है. इतना ही नहीं वे अलग-अलग लोगों से बात भी कराते हैं. इसके बाद वे पैसों की डिमांड करते हैं, लेकिन पैसा ट्रांसफर कराने से पहले ठग शिकार को इस मानसिक स्थिति तक पहुंचा देते है कि वह समझने लगता है कि पैसा देना ही सबसे सही तरीका है. इस मामले से बच निकलने का. उसके बाद कोई भी घबरा कर पैसे ट्रांसफर कर देता है.







यह भी पढ़ें : मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, गुजरात HC के आदेश को दी चुनौती

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.