लखनऊ : बिजली विभाग के संविदाकर्मी आए दिन करंट लगने से मौत के मुंह में समा रहे हैं. यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बरसात के मौसम में दुर्घटना की संभावनाएं और भी ज्यादा बढ़ते बढ़ जाती है. ऐसे में पाॅवर काॅरपोरेशन के चेयरमैन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कर्मचारी बिना सेफ्टी किट के खंभों पर न चढ़ें अधिकारी इसका खास ख्याल रखें, लेकिन चेयरमैन के आदेश अधिनस्थों के लिए मायने नहीं रखते. यही वजह है कि बरसात के मौसम में भी बिना सेफ्टी किट के ही कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है. बिना हाथों में दस्ताने पहने खंभों पर चढ़कर कर्मचारी काम कर रहे हैं.
कनेक्शन काटने के लिए जो भी संविदा कर्मी खंभों पर चढ़ रहे हैं उनके हाथ में ग्लब्स हैं ही नहीं. वह बिना दस्ताने पहने ही तारों से केबल हटा रहे हैं. इतना ही नहीं यह करते समय बिजली सप्लाई कट करने के बजाय बहाल हो रहती है जिससे करंट लगने के चांस और भी बढ़ जाते हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि अभियान के दौरान अधिकारियों की देखरेख में कनेक्शन काटे जाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने की अधिकारी जहमत नहीं उठाते हैं. जब बिना सेफ्टी किट के खंभों पर काम कर रहे हैं कर्मचारियों से पूछा जाता है तो उनका यही कहना होता है कि जब सेफ्टी किट दी ही नहीं जाती है तो कैसे पहनें. उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्ध ही नहीं है.
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