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UP Power Corporation : ठेंगे पर सीनियर का आदेश, बिना सेफ्टी किट काम करने को मजबूर बिजली कर्मचारी

बिजली विभाग के संविदाकर्मी बिनी सुरक्षा किट के खंभे पर चढ़कर काम करने को विवश हैं. संविदा कर्मचारी यूनियन के कई बार मांग उठाने के बाद अधिकारियों ने अधीनस्थों को बिना सेफ्टी किट काम करने को लेकर ऐतराज जताया और सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश दिया. इसके बावजूद कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है.

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Published : Jul 17, 2023, 9:45 PM IST

लखनऊ : बिजली विभाग के संविदाकर्मी आए दिन करंट लगने से मौत के मुंह में समा रहे हैं. यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बरसात के मौसम में दुर्घटना की संभावनाएं और भी ज्यादा बढ़ते बढ़ जाती है. ऐसे में पाॅवर काॅरपोरेशन के चेयरमैन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कर्मचारी बिना सेफ्टी किट के खंभों पर न चढ़ें अधिकारी इसका खास ख्याल रखें, लेकिन चेयरमैन के आदेश अधिनस्थों के लिए मायने नहीं रखते. यही वजह है कि बरसात के मौसम में भी बिना सेफ्टी किट के ही कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है. बिना हाथों में दस्ताने पहने खंभों पर चढ़कर कर्मचारी काम कर रहे हैं.

विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्द कराई गई.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्द कराई गई.
बरसात के मौसम में बिजली का करंट खंभों में उतरने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में अगर एहतियात नहीं बरते गए तो करंट लगना तय है. इससे जान तक जा सकती है. खासकर बिजली विभाग के कर्मचारियों के लिए बरसात का मौसम ज्यादा ही खतरनाक होता है. बिना सेफ्टी किट के काम करना उनके लिए घातक हो सकता है, लेकिन इन दिनों लखनऊ समेत प्रदेश भर में चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान में बकाएदार उपभोक्ताओं के धड़ाधड़ खंभे से कनेक्शन काटे जा रहे हैं.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट नहीं.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट नहीं.

कनेक्शन काटने के लिए जो भी संविदा कर्मी खंभों पर चढ़ रहे हैं उनके हाथ में ग्लब्स हैं ही नहीं. वह बिना दस्ताने पहने ही तारों से केबल हटा रहे हैं. इतना ही नहीं यह करते समय बिजली सप्लाई कट करने के बजाय बहाल हो रहती है जिससे करंट लगने के चांस और भी बढ़ जाते हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि अभियान के दौरान अधिकारियों की देखरेख में कनेक्शन काटे जाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने की अधिकारी जहमत नहीं उठाते हैं. जब बिना सेफ्टी किट के खंभों पर काम कर रहे हैं कर्मचारियों से पूछा जाता है तो उनका यही कहना होता है कि जब सेफ्टी किट दी ही नहीं जाती है तो कैसे पहनें. उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्ध ही नहीं है.

यह भी पढ़ें : पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन की हालत गंभीर, मेदांता अस्पताल के ICU में किए गए शिफ्ट

लखनऊ : बिजली विभाग के संविदाकर्मी आए दिन करंट लगने से मौत के मुंह में समा रहे हैं. यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बरसात के मौसम में दुर्घटना की संभावनाएं और भी ज्यादा बढ़ते बढ़ जाती है. ऐसे में पाॅवर काॅरपोरेशन के चेयरमैन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कर्मचारी बिना सेफ्टी किट के खंभों पर न चढ़ें अधिकारी इसका खास ख्याल रखें, लेकिन चेयरमैन के आदेश अधिनस्थों के लिए मायने नहीं रखते. यही वजह है कि बरसात के मौसम में भी बिना सेफ्टी किट के ही कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है. बिना हाथों में दस्ताने पहने खंभों पर चढ़कर कर्मचारी काम कर रहे हैं.

विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्द कराई गई.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्द कराई गई.
बरसात के मौसम में बिजली का करंट खंभों में उतरने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में अगर एहतियात नहीं बरते गए तो करंट लगना तय है. इससे जान तक जा सकती है. खासकर बिजली विभाग के कर्मचारियों के लिए बरसात का मौसम ज्यादा ही खतरनाक होता है. बिना सेफ्टी किट के काम करना उनके लिए घातक हो सकता है, लेकिन इन दिनों लखनऊ समेत प्रदेश भर में चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान में बकाएदार उपभोक्ताओं के धड़ाधड़ खंभे से कनेक्शन काटे जा रहे हैं.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट नहीं.
विद्युत उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट नहीं.

कनेक्शन काटने के लिए जो भी संविदा कर्मी खंभों पर चढ़ रहे हैं उनके हाथ में ग्लब्स हैं ही नहीं. वह बिना दस्ताने पहने ही तारों से केबल हटा रहे हैं. इतना ही नहीं यह करते समय बिजली सप्लाई कट करने के बजाय बहाल हो रहती है जिससे करंट लगने के चांस और भी बढ़ जाते हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि अभियान के दौरान अधिकारियों की देखरेख में कनेक्शन काटे जाते हैं, लेकिन कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने की अधिकारी जहमत नहीं उठाते हैं. जब बिना सेफ्टी किट के खंभों पर काम कर रहे हैं कर्मचारियों से पूछा जाता है तो उनका यही कहना होता है कि जब सेफ्टी किट दी ही नहीं जाती है तो कैसे पहनें. उपकेंद्रों पर सेफ्टी किट उपलब्ध ही नहीं है.

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