लखनऊ: डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की सहायक कुल सचिव बिन्दू त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि कुलसचिव यहां गैंग बनाकर काम कर रहे हैं. उनके सभी कामों में परीक्षा नियंत्रक उनका सहयोग करते हैं. इन आरोपों के साथ ही उन्होंने परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति पर भी सवाल खड़े किए हैं.
बता दें, सहायक कुल सचिव बिन्दू त्रिपाठी ने डॉ. शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलसचिव अमित कुमार के खिलाफ पारा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. उनके साथ 3 अन्य लोगों के नाम भी इसमें शामिल हैं. उन्होंने मर्यादा भंग करने व धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बिन्दू त्रिपाठी ने बताया कि कुल सचिव अमित सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमित कुमार राय, प्रो. हिमांशु झा और डॉ. अरविन्द एक गैंग के रूप में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि कुल सचिव अपने एजेंट के रूप में परीक्षा नियंत्रक लेकर आए हैं. परीक्षा नियंत्रक की नियुक्त गलत हुई है. उनके पास कोई एकेडमिक योग्यता व अनुभव नहीं है. साथ ही काफी कम समय में उन्हें कुल सचिव ने आर्थिक लाभ भी पहुंचाया है. वह परीक्षा विभाग का काम कम कुल सचिव के हितों की रक्षा अधिक करते हैं.
सहायक कुल सचिव बिन्दू त्रिपाठी ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक बताए कि हमारी नियुक्त पर जांच के लिए किसने आदेश दिए थे. उन्होंने कहा कि तत्कालीन गर्वनर ने उनकी नियुक्त को जांच के बाद वैध ठहराया है. यह लोग विवि में सभी कर्मचारियों को उनकी नौकरी की जांच की बात कह कर आतंकित करते हैं. उन्होंने बताया कि वह जिस आवास में रहती हैं, उसे विवि ने उन्हें आवंटित किया है. उसके लिए एचआरए कटता है. बिजली व पानी का बिल अदा करती हैं. पीएचडी को लेकर भी झूठ बोल जा रहा है. उनकी पीएचडी की डिग्री गलत साबित करने के लिए कुल सचिव सहित परीक्षा नियंत्रक कागजों में हेरफेर कर रहे हैं. वहीं बिन्दू त्रिपाठी के आरोपों पर कुल सचिव का पक्ष जानने के लिए मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया और वाट्सअप पर सूचना दी गई, पर उनका कोई जवाब नहीं आया
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